11-06-2020, 12:35 PM
हाँ कुसुम जी कई दिनों से नजर नहीं आयी , मैंने अपनी दोनों कहानियों पर नयी पोस्ट भी की , खासतौर से मोहे रंग दे पर तो जरूर वो आती थीं और बाकी सहेलियां भी ,
लेकिन लगता है अनलॉकडाउन शुरू होने के बाद कुछ ज्यादा बीजी हो गयी हैं , बस यही उम्मीद ठीक हों , मजे में हो और ये मिलना जुलना लगा रहे
आप की पोस्ट पढ़ने तो मैं आती हूँ , लेकिन कई बार पढ़ने के बाद ये हालत हो जाती है की ,..आप समझ सकती हैं , चाशनी की बात ,... तुरंत लिखने वाली हालत नहीं रहती ,..
और अब आपकी कहानी एक इम्पोर्टेन्ट मोड़ से गुजर रही है , हम सब को इन्तजार है अगली पोस्टों का
लेकिन लगता है अनलॉकडाउन शुरू होने के बाद कुछ ज्यादा बीजी हो गयी हैं , बस यही उम्मीद ठीक हों , मजे में हो और ये मिलना जुलना लगा रहे
आप की पोस्ट पढ़ने तो मैं आती हूँ , लेकिन कई बार पढ़ने के बाद ये हालत हो जाती है की ,..आप समझ सकती हैं , चाशनी की बात ,... तुरंत लिखने वाली हालत नहीं रहती ,..
और अब आपकी कहानी एक इम्पोर्टेन्ट मोड़ से गुजर रही है , हम सब को इन्तजार है अगली पोस्टों का