25-02-2019, 06:47 PM
हम दोनों सो गए।
कब शाम ढली मुझे पता नहीं चला।
थोड़ी रात ने चादर फैला दी।
" चाय चाय , गरम चाय। " आवाज ने मेरी नींद खोल दी , और जब मैंने अपनी बड़ी बड़ी पलकें खोलीं , सामने वो ,
![[Image: tea-1212.jpg]](https://picsbees.com/images/2019/01/20/tea-1212.jpg)
चाय की ट्रे के साथ , दो प्याले।
चाय हमने बाद में पी , पि को अपनी ओर खींच के उनके होंठों को अपने होंठों का रस पिला दिया।
![[Image: kiss-16972846.gif]](https://picsbees.com/images/2019/01/20/kiss-16972846.gif)
' मुझे उठा देते , " मैंने शिकायत की।
' उठाया तो ," मुस्करा के उन्होंने कहा और चाय की प्याली पकड़ा दी।
एक चुस्की मैंने ली , और मेरी आँखे पट्ट से खुल गयीं , एकदम परफेक्ट ,कड़क।
" मस्त चाय है बहुत अच्छी ,और बनाने वाला भी ,"
![[Image: Joru-K-nips4-1.jpg]](https://picsbees.com/images/2019/01/20/Joru-K-nips4-1.jpg)
मुस्करा के मैं बोली और उन के प्यासे होंठों पे अबकी टिट्स से टिप दे दिया।
' पीने वाली भी ,बहोत अच्छी है। " उन्होंने भी टिट्स के टिप कबूलते हुए जवाब दिया।
'बहोत मस्का लगा रहे हो , कुछ चाहिए क्या। "
मुझे नजर लगाते ,जैसे कोई नदीदा बच्चा , कॉलेज के बाहर ठेले पर रखे लॉलीपॉप ,कैंडी को देखता है बस वैसे देख रहे थे मुझे वो। बोले ,
" एकदम चाय पीने वाली। "
उन्हें चाय की प्याली पकड़ाते उनकी आँखों में अपनी आँख डाल के प्यार से अपनी आँखों का मय छलकाते मैं बोली ,
" एकदम मिलेगी , और कितनी जल्दी मिलेगी , डिपेंड करती है कितनी जल्दी तुम खाना बनाते हो, मेरे रसिया बालम। "
थोड़ी देर में वो किचेन में थे और पीछे पीछे मैं ,
अपने आप गुलाबी एप्रन उन्होंने पहन लिया था , जिसपर सुनहली कढ़ाई में कढ़ा था , JKG .
![[Image: pink-apron-2.jpg]](https://picsbees.com/images/2019/01/20/pink-apron-2.jpg)
हम दोनों ने काम शुरू कर दिया , उन्होंने सब्जी धोने ,छीलने ,काटने का , और मैंने इंस्ट्रक्शन देने का।
" सुबह की तरह ज्यादा इलैबोरेट नहीं ,बस क्विक बाइट सा। " मैं बोली।
कुछ हेल्प भी किया , फिर ये बोल के निकल आई ' आधे घंटे में खाना लगा देना। "
मुझे बेड रूम में 'कुछ काम'' था ,रात के लिए सेटिंग तय ठीक करनी थी।
२५ मिनट में ही टेबल भी लग गयी थी और खाना भी।
हाँ खाना खत्म करते , हमें जरूर टाइम लग गया था। साढ़े आठ बजे गए थे।
' बस टेबल साफ कर के ,बरतन किचेन कर के , सीधे बेड रूम में बेबी जाएगा ,और कल की तरह , मेरा वेट करना।
मैं पौने दस बजे घुसी , वो बेड पर थे , पूरी तरह निर्वस्त्र , निरावृत , । आधे घंटे से वेट करते ,
डार्क ब्लैक साटन की बेड शीट सिर्फ एक नाइट लैम्प , वो भी बेड से बहुत दूर।
आज मै मिस्ट्रेस पेट्रीसिया थी , एक डॉमीनेटरिक्स ,जिससे वो चैट रूम्स में अक्सर मिलते थे।
![[Image: Dominatrix-product-image-163780450_1024x1024.jpg]](https://picsbees.com/images/2019/01/20/Dominatrix-product-image-163780450_1024x1024.jpg)
……………………………………………………..
मिस्ट्रेस पेट्रीसिया
कब शाम ढली मुझे पता नहीं चला।
थोड़ी रात ने चादर फैला दी।
" चाय चाय , गरम चाय। " आवाज ने मेरी नींद खोल दी , और जब मैंने अपनी बड़ी बड़ी पलकें खोलीं , सामने वो ,
![[Image: tea-1212.jpg]](https://picsbees.com/images/2019/01/20/tea-1212.jpg)
चाय की ट्रे के साथ , दो प्याले।
चाय हमने बाद में पी , पि को अपनी ओर खींच के उनके होंठों को अपने होंठों का रस पिला दिया।
![[Image: kiss-16972846.gif]](https://picsbees.com/images/2019/01/20/kiss-16972846.gif)
' मुझे उठा देते , " मैंने शिकायत की।
' उठाया तो ," मुस्करा के उन्होंने कहा और चाय की प्याली पकड़ा दी।
एक चुस्की मैंने ली , और मेरी आँखे पट्ट से खुल गयीं , एकदम परफेक्ट ,कड़क।
" मस्त चाय है बहुत अच्छी ,और बनाने वाला भी ,"
![[Image: Joru-K-nips4-1.jpg]](https://picsbees.com/images/2019/01/20/Joru-K-nips4-1.jpg)
मुस्करा के मैं बोली और उन के प्यासे होंठों पे अबकी टिट्स से टिप दे दिया।
' पीने वाली भी ,बहोत अच्छी है। " उन्होंने भी टिट्स के टिप कबूलते हुए जवाब दिया।
'बहोत मस्का लगा रहे हो , कुछ चाहिए क्या। "
मुझे नजर लगाते ,जैसे कोई नदीदा बच्चा , कॉलेज के बाहर ठेले पर रखे लॉलीपॉप ,कैंडी को देखता है बस वैसे देख रहे थे मुझे वो। बोले ,
" एकदम चाय पीने वाली। "
उन्हें चाय की प्याली पकड़ाते उनकी आँखों में अपनी आँख डाल के प्यार से अपनी आँखों का मय छलकाते मैं बोली ,
" एकदम मिलेगी , और कितनी जल्दी मिलेगी , डिपेंड करती है कितनी जल्दी तुम खाना बनाते हो, मेरे रसिया बालम। "
थोड़ी देर में वो किचेन में थे और पीछे पीछे मैं ,
अपने आप गुलाबी एप्रन उन्होंने पहन लिया था , जिसपर सुनहली कढ़ाई में कढ़ा था , JKG .
![[Image: pink-apron-2.jpg]](https://picsbees.com/images/2019/01/20/pink-apron-2.jpg)
हम दोनों ने काम शुरू कर दिया , उन्होंने सब्जी धोने ,छीलने ,काटने का , और मैंने इंस्ट्रक्शन देने का।
" सुबह की तरह ज्यादा इलैबोरेट नहीं ,बस क्विक बाइट सा। " मैं बोली।
कुछ हेल्प भी किया , फिर ये बोल के निकल आई ' आधे घंटे में खाना लगा देना। "
मुझे बेड रूम में 'कुछ काम'' था ,रात के लिए सेटिंग तय ठीक करनी थी।
२५ मिनट में ही टेबल भी लग गयी थी और खाना भी।
हाँ खाना खत्म करते , हमें जरूर टाइम लग गया था। साढ़े आठ बजे गए थे।
' बस टेबल साफ कर के ,बरतन किचेन कर के , सीधे बेड रूम में बेबी जाएगा ,और कल की तरह , मेरा वेट करना।
मैं पौने दस बजे घुसी , वो बेड पर थे , पूरी तरह निर्वस्त्र , निरावृत , । आधे घंटे से वेट करते ,
डार्क ब्लैक साटन की बेड शीट सिर्फ एक नाइट लैम्प , वो भी बेड से बहुत दूर।
आज मै मिस्ट्रेस पेट्रीसिया थी , एक डॉमीनेटरिक्स ,जिससे वो चैट रूम्स में अक्सर मिलते थे।
![[Image: Dominatrix-product-image-163780450_1024x1024.jpg]](https://picsbees.com/images/2019/01/20/Dominatrix-product-image-163780450_1024x1024.jpg)
……………………………………………………..
मिस्ट्रेस पेट्रीसिया