10-06-2020, 01:47 PM
(09-06-2020, 07:12 AM)Chandan pushpak Wrote: निहारिकाजी मै अभी डटा हु आप मत कहीं जाइयेगा, मुझे आपके सुहागरात की भी कहानी सुननी है ,जोरु ने कैसे गुलाम बनाया
Chandan pushpak जी
शुक्रिया आपका
मैं कही जा नहीं रही हूँ, अब भला परिवार को छोड़ कर कोई जाता है क्या ? बस सहेलियिओं कि याद आ रही थी , आपके कमेंट से एक आशा जागी, शुक्रिया .
समय कम ही मिल प रह है, अब रूटीन वापस बनाने के लिए समय लगता है, ये भी कभी ऑफिस या कभी घर पर .... पहेले सब बमुश्किल से सेट हुआ था .
मिलती हूँ जल्दी ...
इंतज़ार मैं। ........
आपकी निहारिका
सहेलिओं , पाठिकाओं, पनिहारिनों, आओ कुछ अपनी दिल की बातें करें -
लेडीज - गर्ल्स टॉक - निहारिका


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