09-06-2020, 03:03 AM
(This post was last modified: 09-06-2020, 12:22 PM by babasandy. Edited 3 times in total. Edited 3 times in total.)
मेरी प्रियंका दीदी पल भर के लिए गांड में अंडसे मोटे सुपाड़े को भूल गयी और अपनी दोनों टांगे लता की तरह जुनैद की कमर में कस के लपेट ली थी... उनकी बांह जुनैद की पीठ पर कसी हुई थी..
मेरी प्रियंका दीदी अपने मस्त उभार जुनैद के सीने पर जोर जोर से रगड़ रही थी , मेरी बहना के गुलाबी रसीले होंठ उनके होंठों को चूम ,चूस रहे थे और मेरे कान जुनैद की मस्त गालियों का मजा ले रहे थे।
" हरामन की जनी , भंडुओं की रखैल , रंडी की औलाद तू तो पैदायशी खानदानी छिनार है। तेरा सारा खानदान गांडू है , क्यों इतना नखड़ा दिखा रही है गांड मरवाने में , भाईचोद। "
अचानक बहुत तेज दर्द हुआ मेरी प्रियंका दीदी की गांड के छल्ले में..जैसे किसी ने तेजी से छूरा ,बल्कि तेज तलवार पूरी की पूरी एक बार में घुसा दी हो...हुआ यह था कि मेरी दीदी तो पूरी तरह मस्ती में डूबी हुई थी पर जुनैद ने अपना मोटा लंबा ..पूरी ताकत और तेजी से ,... कमर उचका के , उन्होंने दोनों हाथों से चूचियों को कस के दबोच रखा था और नीचे से अपना मोटा खूंटा पूरी ताकत से पुश किया...
दरेरते रगड़ते छीलते घिसटते गांड का छल्ला पार हो गया था मेरी प्रियंका दीदी का... जुनैद का खूंटा..
मेरी दीदी बड़ी जोर से चीखी और जुनैद ने उनकी चीख रोकने की कोशिश भी नहीं की..
असलम जो मेरी रूपाली दीदी की गांड में लौड़ा डालकर दारू पी रहा था बोला:
" अरे चीखने दो साल्ली को , बिना चीख पुकार के गांड मरौवल का मजा क्या। रोने दो , चोदो हचक हचक के..चोदो गांड इस छिनार की हचक के , फाड़ दो ..
वह खुद भी मेरी रुपाली दीदी की गांड में हचक हचक के झटके मार रहा था..
असलम की बातों का असर जुनैद पर भी हुआ और उसने मेरी प्रियंका दीदी की गांड फाड़ के रख दी..
वो पूरे जोश में आगये , हचक हचक के पूरी ताकत से ,..
दरेरते ,रगड़ते, फाड़ते घुस रहा था।
मेरी प्रियंका दीदी की दर्द के मारे जान निकल रही थी वह अपनी गांड पटक रही थी..चीख रही थी , आंसू गाल पे गिर रहे थे , लेकिन असलम और जुनैद की गालियां...
" काहें छिनरो मजा आ रहा है मोटा लौंडा घोंटने में , अबहिन तो बहुत मोट मोट लौंडा घोंटोगी , मेरी रंडी की जनी। घोंटो घोंटो बहुत चुदवासी हो न तेरी गांड का भोंसड़ा ...कुत्ता चोदी। "
अनवरत ,नान स्टाप।
आधे से ज्यादा खूंटा मेरी प्रियंका दीदी घोंट चुकी थी। जुनेद तो अब मेरी दीदी की गांड में बजाय धक्का मारने के बस ठूंसे जा रहे थे , गजब की ताकत थी उनमे।
लेकिन जुनैद ने मेरी दीदी को पकड़ के ऊपर उठाया जोर से, आलमोस्ट लंड बाहर हो गया सुपाड़ा भी काफी कुछ बाहर , लेकिन तभी जुनैद ने नीचे से मेरी दीदी को पेलना शुरू किया और एक बार फिर , मेरी दीदी की गांड के छल्ले को चीरता फाड़ता वो मोटा सुपाड़ा , अंदर समा गया..
जुनैद ने मेरी प्रियंका दीदी के निपल की घुन्डियाँ मरोड़ दीं , और मेरी दीदी को बोलने को कहा:
" बोल छिनार बोल , बोल की मैं छिनार हूँ , भाईचोदी हूँ , चुदवासी हूँ।
मेरी फूलों से भी नाजुक प्रियंका दीदी बोलने भी लगी पर बोलने के बाद भी उनकी जान नहीं छूट पाई..
" जोर से बोल , और जोर से बोल। ..अरे पूरी ताकत से बोल , दस दस बार , वरना गांड में तेरे कुछ भी दरद नहीं हो रहा है , छिनार की जनी ,
मैं रंडी की जनी हूँ , मैं गाँव में चुदवाने ,गांड मरवाने आई हूँ , पूरे गाँव की रखैल हूँ , मैं पूरे गाँव से गांड मरवाउंगी। मैं नंबरी छिनार हूँ ..
जुनेद जो कुछ भी बोलने के लिए कह रहा था मेरी प्रियंका दीदी रंडियों की तरफ बोल रही थी...
मैं रंडी की जनी हूँ , मैं गाँव में चुदवाने ,गांड मरवाने आई हूँ , पूरे गाँव की रखैल हूँ , मैं पूरे गाँव से गांड मरवाउंगी। मैं नंबरी छिनार हूँ। ...
" नीचे देख ज़रा बहन के लोड़े रंडी के भाई ... जुनैद ने अपने लोड़े की तरफ इशारा करते हुए मुझसे कहा.. मैंने जब उसे देखा तो दंग रह गया... मेरी प्रियंका दीदी ने आलमोस्ट पूरा , मुश्किल से दो ढाई इंच बचा होगा , छ सात इंच घोंट लिया था अपनी गांड के छेद के अंदर..
जुनेद अब मेरी प्रियंका दीदी कि दोनों चूचियां पकड़ के कस कस के , हुमच हुमच के अपना मोटा लंड उचका उचका के कसी कुँवारी गांड में ठेल रहे थे...
मेरी प्रियंका दीदी अपने मस्त उभार जुनैद के सीने पर जोर जोर से रगड़ रही थी , मेरी बहना के गुलाबी रसीले होंठ उनके होंठों को चूम ,चूस रहे थे और मेरे कान जुनैद की मस्त गालियों का मजा ले रहे थे।
" हरामन की जनी , भंडुओं की रखैल , रंडी की औलाद तू तो पैदायशी खानदानी छिनार है। तेरा सारा खानदान गांडू है , क्यों इतना नखड़ा दिखा रही है गांड मरवाने में , भाईचोद। "
अचानक बहुत तेज दर्द हुआ मेरी प्रियंका दीदी की गांड के छल्ले में..जैसे किसी ने तेजी से छूरा ,बल्कि तेज तलवार पूरी की पूरी एक बार में घुसा दी हो...हुआ यह था कि मेरी दीदी तो पूरी तरह मस्ती में डूबी हुई थी पर जुनैद ने अपना मोटा लंबा ..पूरी ताकत और तेजी से ,... कमर उचका के , उन्होंने दोनों हाथों से चूचियों को कस के दबोच रखा था और नीचे से अपना मोटा खूंटा पूरी ताकत से पुश किया...
दरेरते रगड़ते छीलते घिसटते गांड का छल्ला पार हो गया था मेरी प्रियंका दीदी का... जुनैद का खूंटा..
मेरी दीदी बड़ी जोर से चीखी और जुनैद ने उनकी चीख रोकने की कोशिश भी नहीं की..
असलम जो मेरी रूपाली दीदी की गांड में लौड़ा डालकर दारू पी रहा था बोला:
" अरे चीखने दो साल्ली को , बिना चीख पुकार के गांड मरौवल का मजा क्या। रोने दो , चोदो हचक हचक के..चोदो गांड इस छिनार की हचक के , फाड़ दो ..
वह खुद भी मेरी रुपाली दीदी की गांड में हचक हचक के झटके मार रहा था..
असलम की बातों का असर जुनैद पर भी हुआ और उसने मेरी प्रियंका दीदी की गांड फाड़ के रख दी..
वो पूरे जोश में आगये , हचक हचक के पूरी ताकत से ,..
दरेरते ,रगड़ते, फाड़ते घुस रहा था।
मेरी प्रियंका दीदी की दर्द के मारे जान निकल रही थी वह अपनी गांड पटक रही थी..चीख रही थी , आंसू गाल पे गिर रहे थे , लेकिन असलम और जुनैद की गालियां...
" काहें छिनरो मजा आ रहा है मोटा लौंडा घोंटने में , अबहिन तो बहुत मोट मोट लौंडा घोंटोगी , मेरी रंडी की जनी। घोंटो घोंटो बहुत चुदवासी हो न तेरी गांड का भोंसड़ा ...कुत्ता चोदी। "
अनवरत ,नान स्टाप।
आधे से ज्यादा खूंटा मेरी प्रियंका दीदी घोंट चुकी थी। जुनेद तो अब मेरी दीदी की गांड में बजाय धक्का मारने के बस ठूंसे जा रहे थे , गजब की ताकत थी उनमे।
लेकिन जुनैद ने मेरी दीदी को पकड़ के ऊपर उठाया जोर से, आलमोस्ट लंड बाहर हो गया सुपाड़ा भी काफी कुछ बाहर , लेकिन तभी जुनैद ने नीचे से मेरी दीदी को पेलना शुरू किया और एक बार फिर , मेरी दीदी की गांड के छल्ले को चीरता फाड़ता वो मोटा सुपाड़ा , अंदर समा गया..
जुनैद ने मेरी प्रियंका दीदी के निपल की घुन्डियाँ मरोड़ दीं , और मेरी दीदी को बोलने को कहा:
" बोल छिनार बोल , बोल की मैं छिनार हूँ , भाईचोदी हूँ , चुदवासी हूँ।
मेरी फूलों से भी नाजुक प्रियंका दीदी बोलने भी लगी पर बोलने के बाद भी उनकी जान नहीं छूट पाई..
" जोर से बोल , और जोर से बोल। ..अरे पूरी ताकत से बोल , दस दस बार , वरना गांड में तेरे कुछ भी दरद नहीं हो रहा है , छिनार की जनी ,
मैं रंडी की जनी हूँ , मैं गाँव में चुदवाने ,गांड मरवाने आई हूँ , पूरे गाँव की रखैल हूँ , मैं पूरे गाँव से गांड मरवाउंगी। मैं नंबरी छिनार हूँ ..
जुनेद जो कुछ भी बोलने के लिए कह रहा था मेरी प्रियंका दीदी रंडियों की तरफ बोल रही थी...
मैं रंडी की जनी हूँ , मैं गाँव में चुदवाने ,गांड मरवाने आई हूँ , पूरे गाँव की रखैल हूँ , मैं पूरे गाँव से गांड मरवाउंगी। मैं नंबरी छिनार हूँ। ...
" नीचे देख ज़रा बहन के लोड़े रंडी के भाई ... जुनैद ने अपने लोड़े की तरफ इशारा करते हुए मुझसे कहा.. मैंने जब उसे देखा तो दंग रह गया... मेरी प्रियंका दीदी ने आलमोस्ट पूरा , मुश्किल से दो ढाई इंच बचा होगा , छ सात इंच घोंट लिया था अपनी गांड के छेद के अंदर..
जुनेद अब मेरी प्रियंका दीदी कि दोनों चूचियां पकड़ के कस कस के , हुमच हुमच के अपना मोटा लंड उचका उचका के कसी कुँवारी गांड में ठेल रहे थे...