29-11-2018, 09:05 PM
" सोफिया-एक खौफनाक भटकती आत्मा "
में सोफिया आलम नकवी
आप की होस्ट आप की दोस्त फिर से हाजिर हु,
एक नयी कहानी लेकर उम्मीद करुँगी मेरी पिछली कहानियों की तरह यह कहानी भी आप को पसंद आयेगी,
यह कहानी हॉर्रर एस्टीम और किंकी सेक्स पर आधारित है,
सामान्य कहानिया पसंद करने वाले लोग इस को ना पड़े,
आज में अपने दोस्तों से आलोचकों से कहना चहुगी के,
किसी भी कहानी के बारे में कोई राय बनाने से पहले कहानी के अंत का इंतजार करे बिना कहानी का अंत जाने बनाई गई राय निष्पक्ष नहीं हो सकती,
हर मूवी की तरह कहानी की शुरुआत तो धमाके दार करनी ही पड़ती है,
लेकिन अच्छे बुरे का फैसला अंत देख कर ही किया जाता है,
मीना और राज अपना हनीमून मनाने शिमला आये थे चार दिन शिमला में रुक कर वो लोग अपनी कार से कसौली जा रहे थे,दोनों नौजबान हनीमून की खुमारी में डूबे चुहल बाजी करते चले जा रहे थे ,
रात हो चुकी थी रास्ता सुनसान था रह रह कर बिजली कड़क रही थी तेज़ हबाए चल रही थी,
आज सुबह तो बाथरूम में चुदाई कर के मज़ा आ गया जानू,
हां जान सॉबर से निकलती गरम पानी की बौछारों के साथ सेक्स करने में बहुत मज़ा आया,
लेकिन आप बहुत बुरे हो आप ने पूरा लन्ड मेरे मुँह में पेल दिया मेरी उलटी निकल गई ,
आ हा जानू याद मत दिला उलटी से भिड़ा तेरा चेहरा कितना कामुक लग रहा था,क्या खुसबू थी तेरी उलटी की,
आप को भी ना ऐसा गन्दा सेक्स पसंद हे,फ्रेस होने के बाद मुझे गांड भी नहीं धोने दी जबरदस्ती मेरी गांड में मुँह डाल कर मेरी सारी गंदगी चाट चाट कर साफ़ कर दी और मेरी चूत में मुँह लगा के मेरा सारा पेशाब पी लिया छे आप बहुत गंदे हो इतना गन्दा सेक्स भी कोई करता हे,
अच्छा और तुम ने भी तो मेरा लन्ड मुँह में लेकर मेरा पूरा पिसाब पी लिया था तब तो कह रही थी और दो और दो ,
वो तो में आप के साथ रह कर बिगड़ गई आप ने मुझे ऐसा बना दिया,
लेकिन जान सच बताओ तुम को एस्टीम किंकी सेक्स अच्छा लगा के नार्मल बाला,
चुदाई का सही मज़ा तो एस्टीम किंकी सेक्स में ही आता हे सेक्स जितना ज्यादा गन्दा हो उतना ही ज्यादा मज़ा आता हे,
सही कहा जान मुझे भी एस्टीम किंकी सेक्स ही पसंद है,
मुझे क्या सब को एस्टीम किंकी सेक्स ही पसंद होता है लेकिन लोग खुद को शरीफ दिखाने को बोलते है के यह गन्दा है वह गन्दा है ऐसा नहीं करना चाहिए बेसा नहीं करना चाहिए,
शरीफ लोगो ने सेक्स के भी नियम बना दिए है,
आप चूत चाट सकते हो लेकिन पिशाब नहीं पी सकते,आप गांड चाट सकते हो लेकिन टट्टी नहीं चाट सकते,
आप किश कर सकते हो लेकिन थूक नहीं चाट सकते,
कोई इन चुतियो को बताये के के जब इंसान नंगा हो जाता है फिर उस पर समाज जाती और धर्म के नियम लागु नहीं होते, वह प्राकृतिक अबस्था में आ जाता है और फिर जैसे सभी प्रकृति बासी जिन को हम जानबर कहते है, वो भी एक जानबर बन जाता है, और सरे बंधनो से मुक्त हो जाता है, कुछ भी करने को स्वतंत्र होजाता है,
वो जो चाहे वो कर सकता है,
नियम तो कपडे पहने इंसानो के लिए होते है,
नंगो के लिए कोई नियम कानून नहीं होता,कहते नहीं है नंगो से तो ऊपर बाला भी डरता है,
धन्य हो स्वामी आप धन्य हो क्या अनमोल बिचार है आप के में आप को नमन करती हु,
सभी लोग आप जैसे हो जाये तो आप जानते हो क्या होगा दुनिया की काफी चीजे बिल्कुल बदल गएगी,
लोग आपके अनुसार चले तो कुछ ऐसा नजारा होगा,
यहां पर एक दम ताजी टट्टी के समोसे मिलते है,साथ में महबारी के खून से बानी स्वादिष्ट चटनी भी मिलती है ,
पनीर दोसे का जमाना चला गया अब आप लोगो के सामने पेस है टट्टी डोसा,
केबल हमारी दूकान पर मिलता है ताज़ा पेशाब मिला नीबू पानी,
मेघा फेस्टिबल धमाका एक किलो टट्टी के साथ एक लीटर पेशाब फ्री फ्री फ्री,
अरे यार मज़ाक मत बना,
तो क्या करू तुम को टट्टी के पकोड़े बना के खिलाऊ,आलू के पराठो की जगह टट्टी के पराठे खिलाऊ,
पानी की जगह मूत पिलाऊ,
में कहाँ फ़स गया मुझे माफ़ करो मीना देवी औरतो से तो ऊपर वाला भी नहीं जीत सकता में तो मामूली इंसान हु,
अभी तो आप कह रहे थे आप जानबर हो,
मेरी माँ गलती हो गई में समझ गया के एस्टीम किंकी सेक्स नार्मल लोगो के लिए नहीं है,
यह तो नशे में डूब कर जानबर बने लोगो के लिए है, देखा जये तो यह सेक्स ही नहीं है यह नशेबाज और बिकृत लोगो की बिकृत पासबिक़ और गन्दी सोच है जो कुछ नासमझ लोग अपनाते जा रहे है,
सेक्स तो दो प्रेमियों के दुबारा पबित्र प्रेम की अभीबेयक्ति का मार्ग है, यह तो जीवन देने बाला पवित्र रास्ता है बुद्धि की आखो से देखा जाये तो काम प्रेम का ही मार्ग होता है, इस प्रेम के पबित्र मार्ग पर बिल्कुल गंदगी नहीं होना चाहिए,
तुम ने मेरी आँखे खोल दी,आज से हम इंसानो की तरह प्यार करेंगे सेक्स करेगे ना की नशे बाजो की तरह बिकृत काम करेगे,
राज देखो वहां कोई खड़ा है,
रोड के साइड में पेड के नीचे एक लड़की खड़ी थी वो अपनी एक्टिवा को स्टार्ट करने की कोशिस कर रही थी, लेकिन एक्टिवा स्टार्ट नहीं है रहे थी,
राज ने उस के पास गाड़ी रोकी
क्या हुआ कोई प्रॉब्लम है क्या
हां में अपने घर कसौली जा रही थी लेकिन मेरी एक्टिवा स्टार्ट नही हो रही है
में देखता हु शायद कुछ कर सकू
राज एक्टिवा स्टार्ट करने की कोशिस करने लगा लेकिन बहुत कोशिस के बाद भी एक्टिवा स्टार्ट नहीं हुई,
हम लोग भी कसौली जा रहे है रात बहुत हो गई है और मौसम भी बहुत ख़राब लग रहा है आप हमारे साथ कसौली चलो हम आप को घर छोड़ देंगे फिर आप कल मेकेनिक को साथ लाकर अपनी गाड़ी ठीक करा लेना,
शुक्रिया भाई साहब यही ठीक होगा बारिस शुरू हो गई तो परेसानी बड़ जयेगी,और रात को यहां जंगली जानबर भी आते है,
लड़की को गाड़ी में बैठा के राज ने गाड़ी आगे बढ़ाई और वो कसौली की तरफ जाने लगे,
वो लड़की बेहद खूबरूरत थी उस की उम्र 20 साल के लगभग लग रही थी, गोरा रंग नीली आँखे लाल गुलाब की कली जैसे सुर्ख लब, काले गाउन में कसा उस का कमसिन बदन बेहद दिलकश लग रहा था, उस के बदन से कोई रूहानी खुसबू निकल रही थी वो किसी फिल्म स्टार की तरह लग रही थी,
आप का कहाँ से आप रही थी इतनी रात को,
में शिमला से बापस आ रही थी,
आप शिमला में पड़ती हो,
नहीं में वहां काम के लिए जाती हु ,
आप क्या काम करती हो,
कुछ भी कर लेती हु, में वो हर काम कर लेती हु जिस से पैसा मिले,
पैसा तो काम करने से मिलता ही है, लेकिन काम भी कई तरह के होते है, अच्छे काम भी होते है बुरे काम भी होते है आप किस तरह का काम करती हो,
बताया तो पैसो के लिए में कुछ भी कर लेती हु, मुझे अच्छे और बुरे कामो से मतलब नहीं होता मुझे तो पैसो से मतलब होता है,
लड़की की रहस्य्मय बातो से राज और मीना एक दूसरे की आखो में देखने लगे,वो लोग समझ गए थे जिस तरह की बाते वो लड़की कह रही थी उस हिसाब से वो कई शरीफ लड़की नहीं हो सकती,
लड़की के बेमिसाल सौन्दर्य और कमसिन जवानी के सामने राज को मीना फीकी लगने लगी वो उस लड़की को पाने की सोचने लगा लड़की खुद कह रही थी के वो पैसो के लिए कुछ भी कर सकती है,
तो इस का मतलब है के वो पैसो के लिए राज के साथ सो भी सकती है,
मीना भी राज की आखो की चमक देख चुकी थी,वो समझ गई थी के राज में दिल में उस लड़की को पाने की खुबाहिस जग गई है,मीना बहुत तेज़ लड़की थी वो कॉलेज में अपने दोस्तों के साथ कई वार ग्रुप सेक्स कर चुकी थी, उसे लड़कियों के साथ लेस्बियन सेक्स करने में बहुत मज़ा आता था ,
कुछ ढेर पहले वो सराफत का भाषण दे रही थी, लेकिन उस के सेफ चेहरे के पीछे भी एक जानवर छुपा था,
उस के अंदर भी मस्ती की लहरे उठने लगी,उस का मन भी उस लड़की के साथ लेस्बियन सेक्स करने का होने लगा,उस के अंदर छुपी रंडी जाग गई,
वो उस लड़की से बोली
अरे ऐसा थोड़ी होता है के तुम पैसो के लिए कुछ भी कर सकती हो,
में तुम को पैसे दू और कहु के मेरे पति के साथ सो जाओ तो क्या तुम सो जाओगी,
हां बिल्कुल मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं होगी में शिमला जाके यही काम तो करती हु,
में एक कॉलगर्ल ही तो हु अपना जिस्म बेच कर पैसे कमाना यही तो मेरा काम है.
मीना और उस लड़की के बातें सुन कर राज की हालत ख़राब हो गई उस का लन्ड खड़ा हो गया,
कहां वो सोच रहा था के मीना से छुप कर कैसे उस लड़की से बात की जाए उसे पटाया जाये और यहां तो मीना ने ही खुल कर कहदिया था के क्या तुम मेरे पति के साथ सो सकती हो और उस लड़की ने भी हां बोल दिया,
लड़की की बात सुन कर मीना की चूत जलने लगी उस का मन भी उस लड़की के हसीन जिस्म से खेलने को मचलने लगा उस की चूत पनिया गई,बो बोली
तुम हम दोनों के साथ सेक्स करने के कितने पैसे लोगी,
फुल नाईट के पांच हजार देना होंगे,
मीना और राज की नजरे मिली दोनों की आखो में हबस साफ़ नजर आ रही थी,दोनों एक दूसरे के मन की बात समझ गए,मीना बोली
ठीक है हमें मंजूर है,आज हम तीनो ग्रुप सेक्स का मजा लेंगे,
आबादी से दूर एक प्रइवेट कॉटेज के शानदार रूम में बैठे तीनो लोग शराब की चुस्किया ले रहे थे,
सब लोग चार चार पेग लगा चुके थे और शराब के नशे में डूब चुके थे,
राज के अंदर आग जल रही थी उस से सबर नहीं हो रहा था उस का लन्ड फटा जा रहा था वो बोला,
मीना में काम शुरू करू पांच हजार की बसूली चालू करू,
मेरे भोले बालम आप चुप चाप बैठे रहो पहले मुझे मेरी प्यास तो बुझा लेने दो ,
अरे जब तुम को अपनी प्यास है बुझानी थी तो इस लड़की को क्यों बुलाया यह क्या बैठ कर हम लोगो की चुदाई देखेगी,
नहीं यह बैठा कर हमारी चुदाई नहीं देखेगी बल्कि आप चुप चाप बैठ कर हमारी चुदाई देखोगे,
मीना की बात सुनकर राज के हालत और ज्यादा ख़राब हो गई उस ने काफी लेस्बियन मूवी देखी थी लेकिन अपनी पत्नी को अपनी आखो के सामने किसी लड़की के साथ लेस्बियन सेक्स करने की बात सुन कर उस का गाला सूख गया,
हा हा मेरी जान पहले तुम मजे ले लो में चुप चाप बैठ कर देखुगा,
राज बेड के पास कुर्सी डाल कर बैठ गया और मीना उस लड़की के साथ बेड पर चढ़ गई,
मेरा नाम मीना है और यह मेरे हस्बैंड राज है आप का नाम क्या है, मीना ने उस लड़की से पूछा,
जी मेरा नाम सोफिया है,
तो सोफिया तुम ने कभी लेस्बियन सेक्स किया है ,
हा मीना दीदी मेने काफी बार किया है,
अहा फिर तो मज़ा आ जयेगा तो शुरू करे,
और मीना ने अपने सुर्ख लबो को सोफिया के गुलाबी लबो पर रख दिया,
शराब नशे में डूबे दोनों कमसिन सुन्दरिया एक दूसरे की आखो में आखे डाले अपने शराबी लबो को लड़ा रही थी,
राज सांस रोके लन्ड मसल मसल कर दोनों नागिनों की लड़ाई देख रहा था,
मीना ने सोफिया के कठोर उरोजों को मुठी में भर कर मसलना शुरू कर दिया था, सोफिया की सांसे भरी होने लगी वो भी मीना की चूचियों को मसल मसल कर उस के होठो को चूसने लगी, दोनों कामुक नागिन इस दूसरे से लिपट कर एक दूसरे के जिस्मो को मसलने लगी दोनों ने अपने अपने कपडे निकल दिए और मीना ने सोफिया की चूचियों को मुँह में भर कर चूसना चालू कर दिया, मीना की जीव सोफिया के निपालो को कुरेदने लगी सोफिया भी उस का सर अपनी शांति पर दवा कर उस के उरोजों को बेदर्दी से मसलने लगी,
सोफिया ने मीना के बाल पकड़ कर उस को बेड पर लिटा दिया और उस के नंगे जिस्म पर चढ़ गई, उस ने मीना के सर को पकड़ कर उस के ओठों को मुँह में भर लिया और अपनी चूचिया उस की चूचियों से रगड़ने लगी,
वो अपनी चूत को मीना की काम रास छोड़ती चूत से टकराने लगी दोनों जलती चूतये अपनी पंखुड़ी खोल कर एक दूसरे के काम रास को चखने लगी, दिनी की चूत के हलके हलके बाल चूत को छीलनि जैसे छीलने लगे उन दोनों ने एक दूसरे को जोर से भीच लिया,
दोनों नगीने एक दूसरे के मुँह से बहते गढ़े लसलसे थूक को पीते जा रहे थे ,
दोनों के चेहरे एक दूसरे के थूक से भिड कर चमक रहे थे,
सोफिया ने मीना का मुँह छोड़ा और उस की जांघो के बीच आ कर उस की जांघो को चीर कर अपना मुँह उस की माल से भरी चूत पर रख दिया और अपनी जीव को चूत पर फेरने लगी,
कुतिया बानी सोफिया को अपनी पत्नी की चूत चाटता देख राज उठ कर सोफिया के पीछे पहुंच गया, सोफिया के थर थर्राते गांड के गुलाबी छेद और काम रास बहाते लाल चूत की पंखुड़ियों को देख कर वो बेकाबू हो गया और उस ने काम रास छोड़ती सोफिया की चूत को अपने मुँह में भर लिया,
अपनी जलती चूत पर राज के मुँह से निकलती आग को महसूस कर सोफिया चिहुँक पड़ी और उस ने अपने मुँह में भरी मीना की चूत को जोर से काट लिया,
सोफिया के काटने से मीना के बदन में दर्द की लहर उठ गई और उस ने अपनी चूत में घुसे सोफिया के सर पर जोर जोर से थप्पड़ मरने शुरू कर दिए,वो दर्द के मारे चिल्ला उठी,
काट कुतिया और जोर से काट मेरी चूत को आ आ रंडी खा जा मेरी चूत को आ आ
मीना के जोरदार थप्पड़ो से सोफिया के सर में दर्द की लहर दौड़ गई और बो भी जोर जोर से मीना की चूत को काटने लगी मीना का हर थप्पड़ उस के अंदर की आग को और भड़का रहा था,
वहां राज भी जीव को उस की चूत की गहराइयों में समाके उस की चूत से बहते माल को पीता जा रहा था,
वो अपनी नाक से सोफिया के गुलाबी गांड के छेद को कुरेदता उस की खुसबू को अपने अंदर समेटता जा रहा था
उस ने अपनी बीबी की चूत चाटती कुतिया बानी सोफिया के चूतड़ों को फैलाया और उस के गुलाब की कली जैसे गांड के छेद को अपने मुँह में भर लिया और जोर जोर से चूसने लगा,
सोफिया के चूत चाटने से मीना का हाल बेहाल हो रहा था, वो जोर जोर से अपनी चूचिया मसल मसल के सोफिया के सर को अपनी जांघो में दबाये चिल्ला रही थी, सोफिया के दांत और जीव उस की चूत को जला रहे थे, काम की आग में जलती वो जोर जोर से अपनी छाती पर अपने हाथो से जोर जोर से चाटे मारने लगी सोफिया की जीव उस की चूत की गहराईयो में जाके उस को मदहोस कर रही थी, तभी सोफिया ने उस को थोड़ा ऊंचा किया उस की गांड की छेद को फैला कर अपनी नुकीली जीव पेल दी,
अपनी गांड में सोफिया की जीव जाते ही वो और तड़पने लगी वो अपनी छाती और सोफिया के सर पर गलो पर जोर जोर से चाटे बरसाने लगी, मीना की चीखो और चाटो की आबाजों से कॉटेज काँप रहा था, मीना की छाती और सोफिया की गाल चाटो की मार से लाल हो गए थे, सोफिया ने मीना की गांड में जीव पेल कर अपने अंगूठे से उस की पेशाब की छेद को मसलना शुरू कर दिया था,
मीना बेहाल हो गई थी वो सोफिया की मुँह को अपनी चूत में दबाये अपने चूतड़ उछलने लगी और तभी तेज़ धार के साथ उस की चूत से माल की पिचकारी छूट पड़ी, वो सोफिया का सर दवाये उस के मुँह में अपनी चूत का माल भरने लगी सोफिया भी गांड से मुँह हटके मीना की चूत में मुँह डाल कर उस से निकलता नमकीन कसेला माल खाने लगी ,
वो जीव पेल पेल कर मीन की चूत की गहराइयों में छुपा माल निकल निकल कर चाटने लगी,
अपनी पत्नी को अपनी छाती पीटते पीटते माल छोड़ते देख राज सोफिया की गांड को छोड़ कर एक पेग बनाके कुर्सी पर बैठ गया वो देखना चाहता था के ये नागिनें और क्या क्या करती है,
ऐसा कामुक नजारा उस ने पहले कभी नहीं देखा था वो तो मीना को सीधी शरीफ लड़की समझता था,
लेकिन आज उस का यह रूप देखकर वो उत्तेजना में पागल हो गया था वो देखना चाहता था के यह दोनों नागिनें आगे क्या करेगी,
मीना और सोफिया एक दूसरे के सामने बेड पर नंगी बैठी थी दोनों के चेहरे लाल हो रहे थे,
मादरचोद जल्दी से हम लोगो के लिए पेग बना,
मीना नागिन के मुँह से निकली फुंखार सुन कर राज को झटका लगा, मीना के मुँह से अपने लिए गाली सुन उस को एक अजीब सी अनुभूति हुई उस की आखो में बहती वासना और गाड़ी हो गई,
उस ने जल्दी से दो बड़े पेग बना के दोनों नागिनों को थमा दिए,
मीना और सोफिया ने एक सांस में पेग खाली कर दिए और गिलास राज की और उछाल दिए,
दोनों जलती निगाहो से एक दूसरे को देखने लगे,
तड़ाक तड़ाक
सोफिया ने जोर से दो चाटे मीना के गलो पर मारे,
दर्द के मारे मीना की आखो से आँसू निकल पड़े उस की आखे जलने लगी,
तड़ाक तड़ाक तड़ाक तड़ाक मीना ने सोफिया की मुँह पर थप्पड़ो की बारिस कर दी,
सोफिया ने भी मीना के बाल पकड़ कर उस की मुँह पर गांड पर छाती पर थप्पड़ो की बौछार कर दी,
थप्पड़ो की तड़ाक तड़ाक तड़ाक तड़ाक तड़ाक तड़ाक और दोनों लड़कियों की मुँह से निकलती चीखो से कॉटेज हिलने लगा दोनों लड़किया एक दूसरे के बाल खेचती एक दूसरे के बदन पर थप्पड़ बरसाए जा रही थी एक दूसरे को नौचे जा रही थी ,
यह नजारा देख राज की गांड फ़ट गई उसे समझ नहीं आया के अभी तो यह दोनों एक दूसरे को भोग रही थी,
एक दूसरे के साथ मस्ती कर रही थी, फिर ऐसा क्या हो गया जो दोनों एक दूसरे को इतना बेदर्दी से मारने लगी,
वो दोनों इतने बुरी तरह से लड़ रही थी के राज डर के मारे अपनी कुर्सी पर बैठा थर थर काँप रहा था,
मीना और सोफिया के ओठ फ़ट चुके थे उन से खून रिस रहा था दोनों के चेहरों पर नाखूनों की खरासे बन गई थी, हाथो पर पैरों पर और साथियो पर नखूनो से छिलने के निशान भरे पड़े थे,
टूटे बालो के गुच्छे पूरे बेड पर बिखेरे हुए थे ,
दोनों लड़किया थक कर बेड पर गिर गई दोनों जोर जोर से सांसे लेने लगी,
उन दोनों की हालत देख कर राज की गांड फटी जा रही थी उस का नशा उड़ गया था,
सोफिया तो उस के लिए अनजान थी लेकिन वो तो मीना से अपनी पत्नी से भी कुछ पूछने में डर रहा था,
कुछ छड़ में दोनों ने अपनी सांसो पर काबू पा लिया था अगल बगल लेती दोनों जलती निगाहो से एक दूसरे को घूरे जा रही थी,
अचानक उन की आखो के भाव बदले नफरत की जगह उन की आखो से प्रेम रस बरसने लगा,
कितनी लग गई तुझे देख सब जगह से खून निकल रहा है दर्द हो रहा है,
उ हु दीदी दर्द नहीं हो रहा बल्कि अंग अंग से मस्ती से भरी खुमारी उठ रही है,
आप बहुत अच्छे हो दीदी आज जैसा मज़ा कभी नहीं आया, मुझे पेन सेक्स बहुत पसंद है,
दोनों लड़किया एक दूसरे के जख्मो को सहला सहला के प्यार भरी आखो से एक दूसरे को देखती जा रही थी,
राज की फटी गांड और चौड़ी हो गई,
उस के दिमाक का दही बन गया,दोनों लड़किया अच्छी भली मज़े कर रही थी और अचानक बिल्लियों जैसे लड़ने लगी और अब फिर से एक दूसरे से प्यार करने लगी,उस का दिमाक घूम गया
कहते है ऊपर बाला भी औरतो के दिल को नहीं समझ सकता फिर भला वो बेचारा सीधा सदा नौजबान औरतो के दिल को क्या समझता,
दोनों लड़किया एक दूसरे के लबो से लब मिलाके एक दूसरे को सहलाने लगी,दोनों के बदनों से हलकी हलकी दर्द भरी टीसे उठ रही थी यह दर्द उन के अंदर भरी वासना को और भड़का रहा था,
दोनों की सांसे भरी होने लगी थी ,
सोफिया उठी और टट्टी करने की स्टाइल में मीना के मुँह पर बैठ गई उस ने अपनी गांड मीना के मुँह पर रख दी और दोनों हातो से मीना की चूचिया मसलने लगी,
मीना ने अपना मुँह खोल कर सोफिया की गांड को अपने मुँह में भर लिया और जीव से सोफिया की गांड के छेद को सहलाने लगी,
अपनी गाड़ में मीना की जीव जाते ही सोफिया मस्त हो गई और अपनी चूत और गांड को मीना के चेहरे से रगड़ने लगी साथ साथ वो मीना की चूचियों को बेदर्दी से दबाये जा रही थी,
राज बेचारा कुर्सी पर बैठा अपनी पत्नी मीना को सोफिया की गांड चूसते देख रहा था,
मार पीट से दोनों लङकियो के बदन सूज गए थे उस दोनों के दूध जैसे गोरे जिस्म पर नाखुनो से नोचने की बजह से लाल लाल निशान बन गए थे,
वो सोच रहा था के अगर किसी ने उस को इतना पीटा होता तो बो कम से कम चार दिन बिस्तर से नहीं उठता लेकिन यह दोनों तो दस मिनिट में ही फिर से चुदाई करने लगे,
उस का भी मन हो रहा था के वो सोफिया की कातिल जवानी और मदमस्त बदन से खेले,
लेकिन वो इन दोनों से डर रहा था , इन दोनों शेरनियों के बीच जाने की उस की हिम्मत नहीं हो रही थी,
सोफिया बेदर्दी से मीना के मुँह पर अपनी चूत और गांड रगड़े जा रही थी,वो जोर जोर से सिसकारियां लेती जा रही थी तभी वो मीना की जांघो में झुक गई और उस ने अपना मुँह मीना की चूत पर रख दिया,
मीना ने सोफिया के चूतड़ पकड़ कर उस की चूत को पूरा अपने मुँह के अंदर भर लिया और अपनी पूरी जीव सोफिया की चूत में घुसा दी,
अपनी चूत में मीना की जीब का सुखद अहसास पाकर सोफिया ने मीना की चूत को अपने मुँह में भर कर अपनी जीव को भी उस की जलती चूत में पेल दिया,
दोनों लड़किया एक दूसरे के चूतड़ों को मसल मसल कर एक दूसरे की चुतो को जीव से चोदने लगी,
दोनों अपने नंगे जिस्मो को एक दूसरे से रगड़ने लगी,दोनों के जलते बदन एक दूसरे में समाते जा रहे थे,
तभी सोफिया जोर जोर से अपनी चूत को मीना के मुँह पर दबाने लगी साथ साथ वो मीना की चूत को काटने लगी सोफिया के काटने से मीना के अंदर भरा लबा फ़ट पड़ा और वो सोफिया की चूत में जीव पेल पेल कर झड़ने लगी,
सोफिया अपने मुँह में मीना की चूत का पानी महसूस कर अपने को भी ना रोक सकी और उस की चूत से माल निकल पड़ा वो अपनी चूत को मीना के मुँह पर दबाये चूत रस छोड़ती जा रही थी और मीना का चूत रस निगलती जा रही थी,
दोनों निढाल होकर एक दूसरे से चिपक कर लेट गए दोनों की भरी सांसो से उन की चूचिया एक दूसरे से रगड़ रही थी दोनों की आग छोड़ती सांसे उन के चेहरों को तापा रही थी,
राज भी इन लोगो की बेरहम कामुक सेक्स के तरीके को देख वासना की आग में तपने लगा था,
सोफिया जैसी मादक परी जैसी लड़की को अपने सामने चूत खोले नंगा पड़ा देख उस की सहनशक्ति ने उस का साथ छोड़ दिया उस ने अपने कपडे निकल दिए और वो सोफिया के पास जाके उस के चेहरे पर झुक गया और उस के नाजुक लबो को अपने होठो में दबा कर उन का रस पिने लगा,
हु तो अब आप को भी आग लगने लगी,
आप का लन्ड भी खड़ा हो गयाचलो आप भी मज़े ले लो जब तक में भी फ्रेस हो आती हु, और मीना बाथरूम में चली गई,
राज सोफिया के लबो के रस को पीता उस से नंगे जिस्म पर चढ़ गया और अपना लन्ड सोफिया की चूत में डाल कर उस के कठोर उरोजों को अपने मुँह में भर कर चूसने लगा,
"मुझे इंसानो से नफरत है"
अपनी कानो में सोफिया की यह बात सुन राज ने उरोजों से मुँह उठा कर सोफिया की तरफ देखा,
उफ़ उफ़ वहां तो एक बेहद डराबना चेहरा था, गालों से हड़िया बहार निकल रही थी, जला हुआ मास लटक रहा था नाक की जगह दो छेद थे, खूबसूरत लबो का नमो निशान नहीं था, बस खून में डूबे भयानक दांत थे मनो कोई बरसो पुराना मुर्दा कब्र से निकल कर राज के नीचे आ गया हो, खून में डूबी सफ़ेद आखे राज को घूर रही थी,
राज की आखे फ़ट गई, लेकिन तभी उन मुर्दे ने अपने मुँह से राज का गया दवा दिया और अपने बड़े बड़े नाखुनो बाले दोनों हाथो से राज का पेट फाड् दिया ,
उफ़ बेहद खौफनाक नजारा था ,
राज की आखो से खून टपक रहा था,मुर्दे ने अपने खौफनाक दाँतो से उस के गले की हदी तोड़ दी थी,
मुर्दे के दोनों हाथ राज के पेट को फाड् कर कमरे की छत की और उठे थे ,
राज की आते मुर्दे के खौफनाक नाखुनो में फसी थी,
वो खौफनाक आत्मा उठ कर खड़ी हो गई और धीरे धीरे चल के बाथरूम के दरबाजे के सामने आकर खड़ी हो गई ,
राज की खौफनाक लाश बिस्तर पर पड़ी थी, उस का गला आधे से ज्यादा कटा था,
गले की टूटी खून में डूबी सफ़ेद हड्डी बहार निकल रही थी,
पेट में आर पार बहुत बड़ा छेद हो गया था, कटी फटी आते किडनी फेफड़े बिस्तर पर यहां बहा फैले पड़े थे,
चुदाई की खुमारी में मस्ती में डूबी मीना गुनगुनाते हुए बाथरूम का दरबाजा खोलती है,
सामने खड़ी खौफनाक आत्मा पर नजर पड़ते ही उस की आखे फ़ट जाती है,
उस के पैर काँपने लगते है, उस की चूत से पिशाब की धार निकल कर उस की जांघो को भिगाने लगती है,
वो आत्मा अपने हाथ से मीना का गला पकड़ लेती है, और उसे जमीन से ऊपर उठाने लगती है,
जमीन से तीन फुट ऊपर मीना उस दरिंदे के पंजे में फसी फाड् फडा रही थी ,
तभी वो दरिंदा मीना को जोर से फेकता है और मीना जोर से जाके बाथरूम की दीवाल से टकराती है,
बाथरूम में लगा नल उस की पीठ फड़के उस के पेट से बहार निकल जाता है,
उस का सर फटके दो टुकड़ो में बट जाता है उस का दिमाक निकल कर उस की दोनों जांघो के बीच गिर पड़ता है,
में सोफिया आलम नकवी
आप की होस्ट आप की दोस्त फिर से हाजिर हु,
एक नयी कहानी लेकर उम्मीद करुँगी मेरी पिछली कहानियों की तरह यह कहानी भी आप को पसंद आयेगी,
यह कहानी हॉर्रर एस्टीम और किंकी सेक्स पर आधारित है,
सामान्य कहानिया पसंद करने वाले लोग इस को ना पड़े,
आज में अपने दोस्तों से आलोचकों से कहना चहुगी के,
किसी भी कहानी के बारे में कोई राय बनाने से पहले कहानी के अंत का इंतजार करे बिना कहानी का अंत जाने बनाई गई राय निष्पक्ष नहीं हो सकती,
हर मूवी की तरह कहानी की शुरुआत तो धमाके दार करनी ही पड़ती है,
लेकिन अच्छे बुरे का फैसला अंत देख कर ही किया जाता है,
मीना और राज अपना हनीमून मनाने शिमला आये थे चार दिन शिमला में रुक कर वो लोग अपनी कार से कसौली जा रहे थे,दोनों नौजबान हनीमून की खुमारी में डूबे चुहल बाजी करते चले जा रहे थे ,
रात हो चुकी थी रास्ता सुनसान था रह रह कर बिजली कड़क रही थी तेज़ हबाए चल रही थी,
आज सुबह तो बाथरूम में चुदाई कर के मज़ा आ गया जानू,
हां जान सॉबर से निकलती गरम पानी की बौछारों के साथ सेक्स करने में बहुत मज़ा आया,
लेकिन आप बहुत बुरे हो आप ने पूरा लन्ड मेरे मुँह में पेल दिया मेरी उलटी निकल गई ,
आ हा जानू याद मत दिला उलटी से भिड़ा तेरा चेहरा कितना कामुक लग रहा था,क्या खुसबू थी तेरी उलटी की,
आप को भी ना ऐसा गन्दा सेक्स पसंद हे,फ्रेस होने के बाद मुझे गांड भी नहीं धोने दी जबरदस्ती मेरी गांड में मुँह डाल कर मेरी सारी गंदगी चाट चाट कर साफ़ कर दी और मेरी चूत में मुँह लगा के मेरा सारा पेशाब पी लिया छे आप बहुत गंदे हो इतना गन्दा सेक्स भी कोई करता हे,
अच्छा और तुम ने भी तो मेरा लन्ड मुँह में लेकर मेरा पूरा पिसाब पी लिया था तब तो कह रही थी और दो और दो ,
वो तो में आप के साथ रह कर बिगड़ गई आप ने मुझे ऐसा बना दिया,
लेकिन जान सच बताओ तुम को एस्टीम किंकी सेक्स अच्छा लगा के नार्मल बाला,
चुदाई का सही मज़ा तो एस्टीम किंकी सेक्स में ही आता हे सेक्स जितना ज्यादा गन्दा हो उतना ही ज्यादा मज़ा आता हे,
सही कहा जान मुझे भी एस्टीम किंकी सेक्स ही पसंद है,
मुझे क्या सब को एस्टीम किंकी सेक्स ही पसंद होता है लेकिन लोग खुद को शरीफ दिखाने को बोलते है के यह गन्दा है वह गन्दा है ऐसा नहीं करना चाहिए बेसा नहीं करना चाहिए,
शरीफ लोगो ने सेक्स के भी नियम बना दिए है,
आप चूत चाट सकते हो लेकिन पिशाब नहीं पी सकते,आप गांड चाट सकते हो लेकिन टट्टी नहीं चाट सकते,
आप किश कर सकते हो लेकिन थूक नहीं चाट सकते,
कोई इन चुतियो को बताये के के जब इंसान नंगा हो जाता है फिर उस पर समाज जाती और धर्म के नियम लागु नहीं होते, वह प्राकृतिक अबस्था में आ जाता है और फिर जैसे सभी प्रकृति बासी जिन को हम जानबर कहते है, वो भी एक जानबर बन जाता है, और सरे बंधनो से मुक्त हो जाता है, कुछ भी करने को स्वतंत्र होजाता है,
वो जो चाहे वो कर सकता है,
नियम तो कपडे पहने इंसानो के लिए होते है,
नंगो के लिए कोई नियम कानून नहीं होता,कहते नहीं है नंगो से तो ऊपर बाला भी डरता है,
धन्य हो स्वामी आप धन्य हो क्या अनमोल बिचार है आप के में आप को नमन करती हु,
सभी लोग आप जैसे हो जाये तो आप जानते हो क्या होगा दुनिया की काफी चीजे बिल्कुल बदल गएगी,
लोग आपके अनुसार चले तो कुछ ऐसा नजारा होगा,
यहां पर एक दम ताजी टट्टी के समोसे मिलते है,साथ में महबारी के खून से बानी स्वादिष्ट चटनी भी मिलती है ,
पनीर दोसे का जमाना चला गया अब आप लोगो के सामने पेस है टट्टी डोसा,
केबल हमारी दूकान पर मिलता है ताज़ा पेशाब मिला नीबू पानी,
मेघा फेस्टिबल धमाका एक किलो टट्टी के साथ एक लीटर पेशाब फ्री फ्री फ्री,
अरे यार मज़ाक मत बना,
तो क्या करू तुम को टट्टी के पकोड़े बना के खिलाऊ,आलू के पराठो की जगह टट्टी के पराठे खिलाऊ,
पानी की जगह मूत पिलाऊ,
में कहाँ फ़स गया मुझे माफ़ करो मीना देवी औरतो से तो ऊपर वाला भी नहीं जीत सकता में तो मामूली इंसान हु,
अभी तो आप कह रहे थे आप जानबर हो,
मेरी माँ गलती हो गई में समझ गया के एस्टीम किंकी सेक्स नार्मल लोगो के लिए नहीं है,
यह तो नशे में डूब कर जानबर बने लोगो के लिए है, देखा जये तो यह सेक्स ही नहीं है यह नशेबाज और बिकृत लोगो की बिकृत पासबिक़ और गन्दी सोच है जो कुछ नासमझ लोग अपनाते जा रहे है,
सेक्स तो दो प्रेमियों के दुबारा पबित्र प्रेम की अभीबेयक्ति का मार्ग है, यह तो जीवन देने बाला पवित्र रास्ता है बुद्धि की आखो से देखा जाये तो काम प्रेम का ही मार्ग होता है, इस प्रेम के पबित्र मार्ग पर बिल्कुल गंदगी नहीं होना चाहिए,
तुम ने मेरी आँखे खोल दी,आज से हम इंसानो की तरह प्यार करेंगे सेक्स करेगे ना की नशे बाजो की तरह बिकृत काम करेगे,
राज देखो वहां कोई खड़ा है,
रोड के साइड में पेड के नीचे एक लड़की खड़ी थी वो अपनी एक्टिवा को स्टार्ट करने की कोशिस कर रही थी, लेकिन एक्टिवा स्टार्ट नहीं है रहे थी,
राज ने उस के पास गाड़ी रोकी
क्या हुआ कोई प्रॉब्लम है क्या
हां में अपने घर कसौली जा रही थी लेकिन मेरी एक्टिवा स्टार्ट नही हो रही है
में देखता हु शायद कुछ कर सकू
राज एक्टिवा स्टार्ट करने की कोशिस करने लगा लेकिन बहुत कोशिस के बाद भी एक्टिवा स्टार्ट नहीं हुई,
हम लोग भी कसौली जा रहे है रात बहुत हो गई है और मौसम भी बहुत ख़राब लग रहा है आप हमारे साथ कसौली चलो हम आप को घर छोड़ देंगे फिर आप कल मेकेनिक को साथ लाकर अपनी गाड़ी ठीक करा लेना,
शुक्रिया भाई साहब यही ठीक होगा बारिस शुरू हो गई तो परेसानी बड़ जयेगी,और रात को यहां जंगली जानबर भी आते है,
लड़की को गाड़ी में बैठा के राज ने गाड़ी आगे बढ़ाई और वो कसौली की तरफ जाने लगे,
वो लड़की बेहद खूबरूरत थी उस की उम्र 20 साल के लगभग लग रही थी, गोरा रंग नीली आँखे लाल गुलाब की कली जैसे सुर्ख लब, काले गाउन में कसा उस का कमसिन बदन बेहद दिलकश लग रहा था, उस के बदन से कोई रूहानी खुसबू निकल रही थी वो किसी फिल्म स्टार की तरह लग रही थी,
आप का कहाँ से आप रही थी इतनी रात को,
में शिमला से बापस आ रही थी,
आप शिमला में पड़ती हो,
नहीं में वहां काम के लिए जाती हु ,
आप क्या काम करती हो,
कुछ भी कर लेती हु, में वो हर काम कर लेती हु जिस से पैसा मिले,
पैसा तो काम करने से मिलता ही है, लेकिन काम भी कई तरह के होते है, अच्छे काम भी होते है बुरे काम भी होते है आप किस तरह का काम करती हो,
बताया तो पैसो के लिए में कुछ भी कर लेती हु, मुझे अच्छे और बुरे कामो से मतलब नहीं होता मुझे तो पैसो से मतलब होता है,
लड़की की रहस्य्मय बातो से राज और मीना एक दूसरे की आखो में देखने लगे,वो लोग समझ गए थे जिस तरह की बाते वो लड़की कह रही थी उस हिसाब से वो कई शरीफ लड़की नहीं हो सकती,
लड़की के बेमिसाल सौन्दर्य और कमसिन जवानी के सामने राज को मीना फीकी लगने लगी वो उस लड़की को पाने की सोचने लगा लड़की खुद कह रही थी के वो पैसो के लिए कुछ भी कर सकती है,
तो इस का मतलब है के वो पैसो के लिए राज के साथ सो भी सकती है,
मीना भी राज की आखो की चमक देख चुकी थी,वो समझ गई थी के राज में दिल में उस लड़की को पाने की खुबाहिस जग गई है,मीना बहुत तेज़ लड़की थी वो कॉलेज में अपने दोस्तों के साथ कई वार ग्रुप सेक्स कर चुकी थी, उसे लड़कियों के साथ लेस्बियन सेक्स करने में बहुत मज़ा आता था ,
कुछ ढेर पहले वो सराफत का भाषण दे रही थी, लेकिन उस के सेफ चेहरे के पीछे भी एक जानवर छुपा था,
उस के अंदर भी मस्ती की लहरे उठने लगी,उस का मन भी उस लड़की के साथ लेस्बियन सेक्स करने का होने लगा,उस के अंदर छुपी रंडी जाग गई,
वो उस लड़की से बोली
अरे ऐसा थोड़ी होता है के तुम पैसो के लिए कुछ भी कर सकती हो,
में तुम को पैसे दू और कहु के मेरे पति के साथ सो जाओ तो क्या तुम सो जाओगी,
हां बिल्कुल मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं होगी में शिमला जाके यही काम तो करती हु,
में एक कॉलगर्ल ही तो हु अपना जिस्म बेच कर पैसे कमाना यही तो मेरा काम है.
मीना और उस लड़की के बातें सुन कर राज की हालत ख़राब हो गई उस का लन्ड खड़ा हो गया,
कहां वो सोच रहा था के मीना से छुप कर कैसे उस लड़की से बात की जाए उसे पटाया जाये और यहां तो मीना ने ही खुल कर कहदिया था के क्या तुम मेरे पति के साथ सो सकती हो और उस लड़की ने भी हां बोल दिया,
लड़की की बात सुन कर मीना की चूत जलने लगी उस का मन भी उस लड़की के हसीन जिस्म से खेलने को मचलने लगा उस की चूत पनिया गई,बो बोली
तुम हम दोनों के साथ सेक्स करने के कितने पैसे लोगी,
फुल नाईट के पांच हजार देना होंगे,
मीना और राज की नजरे मिली दोनों की आखो में हबस साफ़ नजर आ रही थी,दोनों एक दूसरे के मन की बात समझ गए,मीना बोली
ठीक है हमें मंजूर है,आज हम तीनो ग्रुप सेक्स का मजा लेंगे,
आबादी से दूर एक प्रइवेट कॉटेज के शानदार रूम में बैठे तीनो लोग शराब की चुस्किया ले रहे थे,
सब लोग चार चार पेग लगा चुके थे और शराब के नशे में डूब चुके थे,
राज के अंदर आग जल रही थी उस से सबर नहीं हो रहा था उस का लन्ड फटा जा रहा था वो बोला,
मीना में काम शुरू करू पांच हजार की बसूली चालू करू,
मेरे भोले बालम आप चुप चाप बैठे रहो पहले मुझे मेरी प्यास तो बुझा लेने दो ,
अरे जब तुम को अपनी प्यास है बुझानी थी तो इस लड़की को क्यों बुलाया यह क्या बैठ कर हम लोगो की चुदाई देखेगी,
नहीं यह बैठा कर हमारी चुदाई नहीं देखेगी बल्कि आप चुप चाप बैठ कर हमारी चुदाई देखोगे,
मीना की बात सुनकर राज के हालत और ज्यादा ख़राब हो गई उस ने काफी लेस्बियन मूवी देखी थी लेकिन अपनी पत्नी को अपनी आखो के सामने किसी लड़की के साथ लेस्बियन सेक्स करने की बात सुन कर उस का गाला सूख गया,
हा हा मेरी जान पहले तुम मजे ले लो में चुप चाप बैठ कर देखुगा,
राज बेड के पास कुर्सी डाल कर बैठ गया और मीना उस लड़की के साथ बेड पर चढ़ गई,
मेरा नाम मीना है और यह मेरे हस्बैंड राज है आप का नाम क्या है, मीना ने उस लड़की से पूछा,
जी मेरा नाम सोफिया है,
तो सोफिया तुम ने कभी लेस्बियन सेक्स किया है ,
हा मीना दीदी मेने काफी बार किया है,
अहा फिर तो मज़ा आ जयेगा तो शुरू करे,
और मीना ने अपने सुर्ख लबो को सोफिया के गुलाबी लबो पर रख दिया,
शराब नशे में डूबे दोनों कमसिन सुन्दरिया एक दूसरे की आखो में आखे डाले अपने शराबी लबो को लड़ा रही थी,
राज सांस रोके लन्ड मसल मसल कर दोनों नागिनों की लड़ाई देख रहा था,
मीना ने सोफिया के कठोर उरोजों को मुठी में भर कर मसलना शुरू कर दिया था, सोफिया की सांसे भरी होने लगी वो भी मीना की चूचियों को मसल मसल कर उस के होठो को चूसने लगी, दोनों कामुक नागिन इस दूसरे से लिपट कर एक दूसरे के जिस्मो को मसलने लगी दोनों ने अपने अपने कपडे निकल दिए और मीना ने सोफिया की चूचियों को मुँह में भर कर चूसना चालू कर दिया, मीना की जीव सोफिया के निपालो को कुरेदने लगी सोफिया भी उस का सर अपनी शांति पर दवा कर उस के उरोजों को बेदर्दी से मसलने लगी,
सोफिया ने मीना के बाल पकड़ कर उस को बेड पर लिटा दिया और उस के नंगे जिस्म पर चढ़ गई, उस ने मीना के सर को पकड़ कर उस के ओठों को मुँह में भर लिया और अपनी चूचिया उस की चूचियों से रगड़ने लगी,
वो अपनी चूत को मीना की काम रास छोड़ती चूत से टकराने लगी दोनों जलती चूतये अपनी पंखुड़ी खोल कर एक दूसरे के काम रास को चखने लगी, दिनी की चूत के हलके हलके बाल चूत को छीलनि जैसे छीलने लगे उन दोनों ने एक दूसरे को जोर से भीच लिया,
दोनों नगीने एक दूसरे के मुँह से बहते गढ़े लसलसे थूक को पीते जा रहे थे ,
दोनों के चेहरे एक दूसरे के थूक से भिड कर चमक रहे थे,
सोफिया ने मीना का मुँह छोड़ा और उस की जांघो के बीच आ कर उस की जांघो को चीर कर अपना मुँह उस की माल से भरी चूत पर रख दिया और अपनी जीव को चूत पर फेरने लगी,
कुतिया बानी सोफिया को अपनी पत्नी की चूत चाटता देख राज उठ कर सोफिया के पीछे पहुंच गया, सोफिया के थर थर्राते गांड के गुलाबी छेद और काम रास बहाते लाल चूत की पंखुड़ियों को देख कर वो बेकाबू हो गया और उस ने काम रास छोड़ती सोफिया की चूत को अपने मुँह में भर लिया,
अपनी जलती चूत पर राज के मुँह से निकलती आग को महसूस कर सोफिया चिहुँक पड़ी और उस ने अपने मुँह में भरी मीना की चूत को जोर से काट लिया,
सोफिया के काटने से मीना के बदन में दर्द की लहर उठ गई और उस ने अपनी चूत में घुसे सोफिया के सर पर जोर जोर से थप्पड़ मरने शुरू कर दिए,वो दर्द के मारे चिल्ला उठी,
काट कुतिया और जोर से काट मेरी चूत को आ आ रंडी खा जा मेरी चूत को आ आ
मीना के जोरदार थप्पड़ो से सोफिया के सर में दर्द की लहर दौड़ गई और बो भी जोर जोर से मीना की चूत को काटने लगी मीना का हर थप्पड़ उस के अंदर की आग को और भड़का रहा था,
वहां राज भी जीव को उस की चूत की गहराइयों में समाके उस की चूत से बहते माल को पीता जा रहा था,
वो अपनी नाक से सोफिया के गुलाबी गांड के छेद को कुरेदता उस की खुसबू को अपने अंदर समेटता जा रहा था
उस ने अपनी बीबी की चूत चाटती कुतिया बानी सोफिया के चूतड़ों को फैलाया और उस के गुलाब की कली जैसे गांड के छेद को अपने मुँह में भर लिया और जोर जोर से चूसने लगा,
सोफिया के चूत चाटने से मीना का हाल बेहाल हो रहा था, वो जोर जोर से अपनी चूचिया मसल मसल के सोफिया के सर को अपनी जांघो में दबाये चिल्ला रही थी, सोफिया के दांत और जीव उस की चूत को जला रहे थे, काम की आग में जलती वो जोर जोर से अपनी छाती पर अपने हाथो से जोर जोर से चाटे मारने लगी सोफिया की जीव उस की चूत की गहराईयो में जाके उस को मदहोस कर रही थी, तभी सोफिया ने उस को थोड़ा ऊंचा किया उस की गांड की छेद को फैला कर अपनी नुकीली जीव पेल दी,
अपनी गांड में सोफिया की जीव जाते ही वो और तड़पने लगी वो अपनी छाती और सोफिया के सर पर गलो पर जोर जोर से चाटे बरसाने लगी, मीना की चीखो और चाटो की आबाजों से कॉटेज काँप रहा था, मीना की छाती और सोफिया की गाल चाटो की मार से लाल हो गए थे, सोफिया ने मीना की गांड में जीव पेल कर अपने अंगूठे से उस की पेशाब की छेद को मसलना शुरू कर दिया था,
मीना बेहाल हो गई थी वो सोफिया की मुँह को अपनी चूत में दबाये अपने चूतड़ उछलने लगी और तभी तेज़ धार के साथ उस की चूत से माल की पिचकारी छूट पड़ी, वो सोफिया का सर दवाये उस के मुँह में अपनी चूत का माल भरने लगी सोफिया भी गांड से मुँह हटके मीना की चूत में मुँह डाल कर उस से निकलता नमकीन कसेला माल खाने लगी ,
वो जीव पेल पेल कर मीन की चूत की गहराइयों में छुपा माल निकल निकल कर चाटने लगी,
अपनी पत्नी को अपनी छाती पीटते पीटते माल छोड़ते देख राज सोफिया की गांड को छोड़ कर एक पेग बनाके कुर्सी पर बैठ गया वो देखना चाहता था के ये नागिनें और क्या क्या करती है,
ऐसा कामुक नजारा उस ने पहले कभी नहीं देखा था वो तो मीना को सीधी शरीफ लड़की समझता था,
लेकिन आज उस का यह रूप देखकर वो उत्तेजना में पागल हो गया था वो देखना चाहता था के यह दोनों नागिनें आगे क्या करेगी,
मीना और सोफिया एक दूसरे के सामने बेड पर नंगी बैठी थी दोनों के चेहरे लाल हो रहे थे,
मादरचोद जल्दी से हम लोगो के लिए पेग बना,
मीना नागिन के मुँह से निकली फुंखार सुन कर राज को झटका लगा, मीना के मुँह से अपने लिए गाली सुन उस को एक अजीब सी अनुभूति हुई उस की आखो में बहती वासना और गाड़ी हो गई,
उस ने जल्दी से दो बड़े पेग बना के दोनों नागिनों को थमा दिए,
मीना और सोफिया ने एक सांस में पेग खाली कर दिए और गिलास राज की और उछाल दिए,
दोनों जलती निगाहो से एक दूसरे को देखने लगे,
तड़ाक तड़ाक
सोफिया ने जोर से दो चाटे मीना के गलो पर मारे,
दर्द के मारे मीना की आखो से आँसू निकल पड़े उस की आखे जलने लगी,
तड़ाक तड़ाक तड़ाक तड़ाक मीना ने सोफिया की मुँह पर थप्पड़ो की बारिस कर दी,
सोफिया ने भी मीना के बाल पकड़ कर उस की मुँह पर गांड पर छाती पर थप्पड़ो की बौछार कर दी,
थप्पड़ो की तड़ाक तड़ाक तड़ाक तड़ाक तड़ाक तड़ाक और दोनों लड़कियों की मुँह से निकलती चीखो से कॉटेज हिलने लगा दोनों लड़किया एक दूसरे के बाल खेचती एक दूसरे के बदन पर थप्पड़ बरसाए जा रही थी एक दूसरे को नौचे जा रही थी ,
यह नजारा देख राज की गांड फ़ट गई उसे समझ नहीं आया के अभी तो यह दोनों एक दूसरे को भोग रही थी,
एक दूसरे के साथ मस्ती कर रही थी, फिर ऐसा क्या हो गया जो दोनों एक दूसरे को इतना बेदर्दी से मारने लगी,
वो दोनों इतने बुरी तरह से लड़ रही थी के राज डर के मारे अपनी कुर्सी पर बैठा थर थर काँप रहा था,
मीना और सोफिया के ओठ फ़ट चुके थे उन से खून रिस रहा था दोनों के चेहरों पर नाखूनों की खरासे बन गई थी, हाथो पर पैरों पर और साथियो पर नखूनो से छिलने के निशान भरे पड़े थे,
टूटे बालो के गुच्छे पूरे बेड पर बिखेरे हुए थे ,
दोनों लड़किया थक कर बेड पर गिर गई दोनों जोर जोर से सांसे लेने लगी,
उन दोनों की हालत देख कर राज की गांड फटी जा रही थी उस का नशा उड़ गया था,
सोफिया तो उस के लिए अनजान थी लेकिन वो तो मीना से अपनी पत्नी से भी कुछ पूछने में डर रहा था,
कुछ छड़ में दोनों ने अपनी सांसो पर काबू पा लिया था अगल बगल लेती दोनों जलती निगाहो से एक दूसरे को घूरे जा रही थी,
अचानक उन की आखो के भाव बदले नफरत की जगह उन की आखो से प्रेम रस बरसने लगा,
कितनी लग गई तुझे देख सब जगह से खून निकल रहा है दर्द हो रहा है,
उ हु दीदी दर्द नहीं हो रहा बल्कि अंग अंग से मस्ती से भरी खुमारी उठ रही है,
आप बहुत अच्छे हो दीदी आज जैसा मज़ा कभी नहीं आया, मुझे पेन सेक्स बहुत पसंद है,
दोनों लड़किया एक दूसरे के जख्मो को सहला सहला के प्यार भरी आखो से एक दूसरे को देखती जा रही थी,
राज की फटी गांड और चौड़ी हो गई,
उस के दिमाक का दही बन गया,दोनों लड़किया अच्छी भली मज़े कर रही थी और अचानक बिल्लियों जैसे लड़ने लगी और अब फिर से एक दूसरे से प्यार करने लगी,उस का दिमाक घूम गया
कहते है ऊपर बाला भी औरतो के दिल को नहीं समझ सकता फिर भला वो बेचारा सीधा सदा नौजबान औरतो के दिल को क्या समझता,
दोनों लड़किया एक दूसरे के लबो से लब मिलाके एक दूसरे को सहलाने लगी,दोनों के बदनों से हलकी हलकी दर्द भरी टीसे उठ रही थी यह दर्द उन के अंदर भरी वासना को और भड़का रहा था,
दोनों की सांसे भरी होने लगी थी ,
सोफिया उठी और टट्टी करने की स्टाइल में मीना के मुँह पर बैठ गई उस ने अपनी गांड मीना के मुँह पर रख दी और दोनों हातो से मीना की चूचिया मसलने लगी,
मीना ने अपना मुँह खोल कर सोफिया की गांड को अपने मुँह में भर लिया और जीव से सोफिया की गांड के छेद को सहलाने लगी,
अपनी गाड़ में मीना की जीव जाते ही सोफिया मस्त हो गई और अपनी चूत और गांड को मीना के चेहरे से रगड़ने लगी साथ साथ वो मीना की चूचियों को बेदर्दी से दबाये जा रही थी,
राज बेचारा कुर्सी पर बैठा अपनी पत्नी मीना को सोफिया की गांड चूसते देख रहा था,
मार पीट से दोनों लङकियो के बदन सूज गए थे उस दोनों के दूध जैसे गोरे जिस्म पर नाखुनो से नोचने की बजह से लाल लाल निशान बन गए थे,
वो सोच रहा था के अगर किसी ने उस को इतना पीटा होता तो बो कम से कम चार दिन बिस्तर से नहीं उठता लेकिन यह दोनों तो दस मिनिट में ही फिर से चुदाई करने लगे,
उस का भी मन हो रहा था के वो सोफिया की कातिल जवानी और मदमस्त बदन से खेले,
लेकिन वो इन दोनों से डर रहा था , इन दोनों शेरनियों के बीच जाने की उस की हिम्मत नहीं हो रही थी,
सोफिया बेदर्दी से मीना के मुँह पर अपनी चूत और गांड रगड़े जा रही थी,वो जोर जोर से सिसकारियां लेती जा रही थी तभी वो मीना की जांघो में झुक गई और उस ने अपना मुँह मीना की चूत पर रख दिया,
मीना ने सोफिया के चूतड़ पकड़ कर उस की चूत को पूरा अपने मुँह के अंदर भर लिया और अपनी पूरी जीव सोफिया की चूत में घुसा दी,
अपनी चूत में मीना की जीब का सुखद अहसास पाकर सोफिया ने मीना की चूत को अपने मुँह में भर कर अपनी जीव को भी उस की जलती चूत में पेल दिया,
दोनों लड़किया एक दूसरे के चूतड़ों को मसल मसल कर एक दूसरे की चुतो को जीव से चोदने लगी,
दोनों अपने नंगे जिस्मो को एक दूसरे से रगड़ने लगी,दोनों के जलते बदन एक दूसरे में समाते जा रहे थे,
तभी सोफिया जोर जोर से अपनी चूत को मीना के मुँह पर दबाने लगी साथ साथ वो मीना की चूत को काटने लगी सोफिया के काटने से मीना के अंदर भरा लबा फ़ट पड़ा और वो सोफिया की चूत में जीव पेल पेल कर झड़ने लगी,
सोफिया अपने मुँह में मीना की चूत का पानी महसूस कर अपने को भी ना रोक सकी और उस की चूत से माल निकल पड़ा वो अपनी चूत को मीना के मुँह पर दबाये चूत रस छोड़ती जा रही थी और मीना का चूत रस निगलती जा रही थी,
दोनों निढाल होकर एक दूसरे से चिपक कर लेट गए दोनों की भरी सांसो से उन की चूचिया एक दूसरे से रगड़ रही थी दोनों की आग छोड़ती सांसे उन के चेहरों को तापा रही थी,
राज भी इन लोगो की बेरहम कामुक सेक्स के तरीके को देख वासना की आग में तपने लगा था,
सोफिया जैसी मादक परी जैसी लड़की को अपने सामने चूत खोले नंगा पड़ा देख उस की सहनशक्ति ने उस का साथ छोड़ दिया उस ने अपने कपडे निकल दिए और वो सोफिया के पास जाके उस के चेहरे पर झुक गया और उस के नाजुक लबो को अपने होठो में दबा कर उन का रस पिने लगा,
हु तो अब आप को भी आग लगने लगी,
आप का लन्ड भी खड़ा हो गयाचलो आप भी मज़े ले लो जब तक में भी फ्रेस हो आती हु, और मीना बाथरूम में चली गई,
राज सोफिया के लबो के रस को पीता उस से नंगे जिस्म पर चढ़ गया और अपना लन्ड सोफिया की चूत में डाल कर उस के कठोर उरोजों को अपने मुँह में भर कर चूसने लगा,
"मुझे इंसानो से नफरत है"
अपनी कानो में सोफिया की यह बात सुन राज ने उरोजों से मुँह उठा कर सोफिया की तरफ देखा,
उफ़ उफ़ वहां तो एक बेहद डराबना चेहरा था, गालों से हड़िया बहार निकल रही थी, जला हुआ मास लटक रहा था नाक की जगह दो छेद थे, खूबसूरत लबो का नमो निशान नहीं था, बस खून में डूबे भयानक दांत थे मनो कोई बरसो पुराना मुर्दा कब्र से निकल कर राज के नीचे आ गया हो, खून में डूबी सफ़ेद आखे राज को घूर रही थी,
राज की आखे फ़ट गई, लेकिन तभी उन मुर्दे ने अपने मुँह से राज का गया दवा दिया और अपने बड़े बड़े नाखुनो बाले दोनों हाथो से राज का पेट फाड् दिया ,
उफ़ बेहद खौफनाक नजारा था ,
राज की आखो से खून टपक रहा था,मुर्दे ने अपने खौफनाक दाँतो से उस के गले की हदी तोड़ दी थी,
मुर्दे के दोनों हाथ राज के पेट को फाड् कर कमरे की छत की और उठे थे ,
राज की आते मुर्दे के खौफनाक नाखुनो में फसी थी,
वो खौफनाक आत्मा उठ कर खड़ी हो गई और धीरे धीरे चल के बाथरूम के दरबाजे के सामने आकर खड़ी हो गई ,
राज की खौफनाक लाश बिस्तर पर पड़ी थी, उस का गला आधे से ज्यादा कटा था,
गले की टूटी खून में डूबी सफ़ेद हड्डी बहार निकल रही थी,
पेट में आर पार बहुत बड़ा छेद हो गया था, कटी फटी आते किडनी फेफड़े बिस्तर पर यहां बहा फैले पड़े थे,
चुदाई की खुमारी में मस्ती में डूबी मीना गुनगुनाते हुए बाथरूम का दरबाजा खोलती है,
सामने खड़ी खौफनाक आत्मा पर नजर पड़ते ही उस की आखे फ़ट जाती है,
उस के पैर काँपने लगते है, उस की चूत से पिशाब की धार निकल कर उस की जांघो को भिगाने लगती है,
वो आत्मा अपने हाथ से मीना का गला पकड़ लेती है, और उसे जमीन से ऊपर उठाने लगती है,
जमीन से तीन फुट ऊपर मीना उस दरिंदे के पंजे में फसी फाड् फडा रही थी ,
तभी वो दरिंदा मीना को जोर से फेकता है और मीना जोर से जाके बाथरूम की दीवाल से टकराती है,
बाथरूम में लगा नल उस की पीठ फड़के उस के पेट से बहार निकल जाता है,
उस का सर फटके दो टुकड़ो में बट जाता है उस का दिमाक निकल कर उस की दोनों जांघो के बीच गिर पड़ता है,