05-06-2020, 07:55 PM
जूते
हाँ बस एक मोर्चे पर लड़के वाले जीत गए लेकिन वो भी टेम्पोरेरी थी ,
जी , जूते ,
मेरी दोनों बहने , चार सहेलियां सब मोर्चे पर लगी थीं , ...
लेकिन उनकी कजिन मीता ने खुद अपने हाथ से इनके जूते उतारे
और जब तक हमारी ओर की लड़कियां झपटें ,मीता ने उसे अपने कजिन अनुज को दे दिया , ...
और मेरी बहने एक पल के लिए ठिठकीं पर जब हिम्मत कर उधर लपकी तब तक जूते उनकी एक दुसरे कजिन के पास और देखते देखते गायब
अब उधर की लड़कियों को चिढ़ाने का मौका मिल गया , ...
जूते तो चुरा नहीं पाए , नेग किस बात का मांगोगी , ...
और ऊपर से वो सब ये भी बोलतीं ,
जूता यहीं है , ढूंढ लो , खाली बोल दो किसके पास है , बस ,...
बेचारी मेरी बहने , ...
वो मेरी एक सहेली ने गुड्डी को देखा , ...
लम्बी सी स्कर्ट पहने उकडू मुकड़ू बैठे थी बहुत देर से , ...
जरा भी हिल नहीं रही थी , और कौन वही गुड्डी दर्जा आठ वाली , एलवल वाली ,
बस मेरी सहेली और मेरे कजिन संजय ने मिल के एक प्लान बनाया
, संजय बगल में बैठी किसी लड़की को पानी देने गया , और आधा पानी सीधे उंकड़ू बैठी गुड्डी के स्कर्ट के बीचो बीच ,
झन्नाटे से वो गुस्से में अलफ़ उठी ,
और उसकी स्कर्ट के नीचे जूते ,
बस मेरी दो सहेलियां पहले से तैयार थीं , जब तक उनके ओर की लड़कियां सम्हलें , समझे ,
वो दोनों जूते लेकर चम्पत , ... और अब एकदम कोहबर के सामने से हम लोगों की ओर की लड़कियां जोर जोर से हो हो ,
ऊपर से गाँव की औरतें सब, गुड्डी के पीछे पड़ गयीं ,
" अरे इतना जोर से लगी थी तो बाथरूम चली जाती , कुल कपडा गीला कर दिया , ... "
+कोई बोलती ,
" "चलो बहुत जोर से लगी थी , हो गयी , कोई बात नहीं अरे अब से कपडे चेंज कर लो ,... "
गुड्डी की स्कर्ट जाँघों पर ' ठीक उसी जगह ' खूब अच्छी तरह गीली हो गयी थी , संजय ने आधा जग पानी पूरा एकदम ' सेंटर ' पर ही उड़ेल दिया था और ऊपर से जाड़े की रात ,
और ऊपर से संजय एक टॉवेल ले के सीधे उसकी जाँघों बीच ,
वो और जोर से बिचकी , ...
पर अब सब गालियाँ अब सीधे गुड्डी का नाम ले ले के , कोई बोले
"इस उम्र में चूत नहीं भोंसड़ा है , दो दो जूते घोंट लिए ,..."
अरे एतना चोदवास लागल रहे तो घराती में इतने लौंडे मरद हैं , केहू से चोदवा लेतीं , चलो अभिन रात बाकी है , आज घरतीयन क लौंडन क भी मजा होये जाएगा '
और शादी जब एक सवा बजे ख़तम हुयी तो सब लोग कोहबर के लिए और इनका रास्ता , मेरी बहनों , सहेलियों भाभियों ने घेर लिया ,
हाँ बस एक मोर्चे पर लड़के वाले जीत गए लेकिन वो भी टेम्पोरेरी थी ,
जी , जूते ,
मेरी दोनों बहने , चार सहेलियां सब मोर्चे पर लगी थीं , ...
लेकिन उनकी कजिन मीता ने खुद अपने हाथ से इनके जूते उतारे
और जब तक हमारी ओर की लड़कियां झपटें ,मीता ने उसे अपने कजिन अनुज को दे दिया , ...
और मेरी बहने एक पल के लिए ठिठकीं पर जब हिम्मत कर उधर लपकी तब तक जूते उनकी एक दुसरे कजिन के पास और देखते देखते गायब
अब उधर की लड़कियों को चिढ़ाने का मौका मिल गया , ...
जूते तो चुरा नहीं पाए , नेग किस बात का मांगोगी , ...
और ऊपर से वो सब ये भी बोलतीं ,
जूता यहीं है , ढूंढ लो , खाली बोल दो किसके पास है , बस ,...
बेचारी मेरी बहने , ...
वो मेरी एक सहेली ने गुड्डी को देखा , ...
लम्बी सी स्कर्ट पहने उकडू मुकड़ू बैठे थी बहुत देर से , ...
जरा भी हिल नहीं रही थी , और कौन वही गुड्डी दर्जा आठ वाली , एलवल वाली ,
बस मेरी सहेली और मेरे कजिन संजय ने मिल के एक प्लान बनाया
, संजय बगल में बैठी किसी लड़की को पानी देने गया , और आधा पानी सीधे उंकड़ू बैठी गुड्डी के स्कर्ट के बीचो बीच ,
झन्नाटे से वो गुस्से में अलफ़ उठी ,
और उसकी स्कर्ट के नीचे जूते ,
बस मेरी दो सहेलियां पहले से तैयार थीं , जब तक उनके ओर की लड़कियां सम्हलें , समझे ,
वो दोनों जूते लेकर चम्पत , ... और अब एकदम कोहबर के सामने से हम लोगों की ओर की लड़कियां जोर जोर से हो हो ,
ऊपर से गाँव की औरतें सब, गुड्डी के पीछे पड़ गयीं ,
" अरे इतना जोर से लगी थी तो बाथरूम चली जाती , कुल कपडा गीला कर दिया , ... "
+कोई बोलती ,
" "चलो बहुत जोर से लगी थी , हो गयी , कोई बात नहीं अरे अब से कपडे चेंज कर लो ,... "
गुड्डी की स्कर्ट जाँघों पर ' ठीक उसी जगह ' खूब अच्छी तरह गीली हो गयी थी , संजय ने आधा जग पानी पूरा एकदम ' सेंटर ' पर ही उड़ेल दिया था और ऊपर से जाड़े की रात ,
और ऊपर से संजय एक टॉवेल ले के सीधे उसकी जाँघों बीच ,
वो और जोर से बिचकी , ...
पर अब सब गालियाँ अब सीधे गुड्डी का नाम ले ले के , कोई बोले
"इस उम्र में चूत नहीं भोंसड़ा है , दो दो जूते घोंट लिए ,..."
अरे एतना चोदवास लागल रहे तो घराती में इतने लौंडे मरद हैं , केहू से चोदवा लेतीं , चलो अभिन रात बाकी है , आज घरतीयन क लौंडन क भी मजा होये जाएगा '
और शादी जब एक सवा बजे ख़तम हुयी तो सब लोग कोहबर के लिए और इनका रास्ता , मेरी बहनों , सहेलियों भाभियों ने घेर लिया ,