01-06-2020, 04:22 PM
जैसे ही मैंने दीदी के एक चूचे को पकड़ा, दीदी की एक आवाज आई- सब कुछ तू ही करेगा या मुझे भी कुछ करने देगा?
वो दीदी की मादक आवाज थी.
मैंने कहा- मैं तो पूरा ही आपका हूँ, जो भी करना है कर डालो.
वो दीदी की मादक आवाज थी.
मैंने कहा- मैं तो पूरा ही आपका हूँ, जो भी करना है कर डालो.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
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