Thread Rating:
  • 1 Vote(s) - 5 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Incest मेरी दीदी की चुदाई
#7
इस बार दीदी पूरी गीली हो गईं और मुझे वहीं मारने लगीं.

मैंने सॉरी बोल दिया.. लेकिन जैसे ही वो पीछे मुड़ीं, तो देखा उनके कपड़े पूरे चिपक गए थे और पूरा फिगर साफ दिख रहा था. उनकी ब्रा और पैंटी भी दिख रहे थे. अब मुझसे सब्र नहीं हो रहा था, मेरे लंड से पानी निकलने लगा था.

फिर मैंने दीदी पर और पानी डाल दिया वो जल्दी से बाथरूम के अन्दर भाग गईं. मेरा लंड हिचकोले खाने में लगा था. फिर वो नहा कर बाहर आईं तो मैं अन्दर चला गया और आज पहली बार मैंने दीदी के नाम से मुठ मारी, तब जाकर लंड को कुछ शांति मिली.
नहा कर जब मैं बाहर आया तो खाना बन रहा था, तो मैं भी दीदी की कुछ हेल्प करने लगा. कुछ देर बाद खाना खाया फिर मैं कॉलेज चला गया.

शाम दीदी बोलीं- आज बाहर चलें? कुछ बाहर ही खाएंगे.
मैंने हामी भर दी.

शाम 7 बजे हम दोनों निकले, लेकिन मैंने देखा कि आज दीदी ने साड़ी पहनी हुई थी, वो गजब का माल लग रही थीं. करीब दस हम लोग घर वापस आए. फिर वो चेंज करने चली गईं. मैं भी बनियान और बरमूडा में आ गया.

मैंने देखा कि दीदी ने चेंज तो किया, लेकिन दूसरी साड़ी पहन ली थी. मैंने पूछा- आज क्या बात है.. क्या आज साड़ी का दिन है?
तो वो बोलीं- आजकल बहुत ध्यान दे रहे हो?
मैंने कहा- देना तो पड़ेगा न!
फिर दीदी बोलीं- वो आज सारे कपड़े धो दिए हैं न इसलिए साड़ी ही पहन ली है.
मैंने पूछा- आपकी चोट कैसी है.. दिखाओ तो सही?
फिर उन्होंने हल्का सा ब्लाउज सरका कर दिखाया.
मैंने कहा- अब तो ठीक लग रहा है.
वो बोलीं- मलहम तो तुमने ही लगाई थी.. ठीक कैसे न होता.

इसके बाद हम लोग टीवी देखने एक ही सोफे पर बैठ गए. साथ में हम दोनों बातें भी करते रहे, कब रात के 12 बज गए पता ही नहीं चला.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply


Messages In This Thread
RE: मेरी दीदी की चुदाई - by neerathemall - 01-06-2020, 04:19 PM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)