01-06-2020, 02:30 PM
“नाई... नाईं ! मेरो फेसमा झार्नुस् (हाँस्दै) आज हजुरको ममीलाई हजुरको फुसीले सजिएको मेरो अनुहार देखाउँछु
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.

Incest आमा - २ (Mother) (नेपाली अनाचार कथा)
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