31-05-2020, 02:51 PM
गारी की धार
![[Image: bride-dholak-2.jpg]](https://i.ibb.co/BnqjQHc/bride-dholak-2.jpg)
और द्वारपूजा , गोधूली बेला में , जैसा मम्मी चाहती थी , और मम्मी से ज्यादा उनके दामाद , ..हर शादी में दूल्हे के तैयार होने में टाइम लगता है लेकिन ये तो कब से तैयार बैठे थे , ...
और गाने , गारियाँ ,.. आज कल तो पूरी शादी में एकाध गाने , वरना वही डी जे ,
गाँव की सारी औरतें , मेरी बहने भाभियाँ , चाची बुआ , ...
और सबसे बढ़कर काम करने वाली , नाउँन कहाईन , फिर बहने
हथिया हथिया सोर कइले , गदहों न लियैले रे ,
तोर माई गदहवा चोदी नमवा हंसएले रे ,....
......
गारी की धार टूट नहीं रही थी , इनकी बुआ , माँ , चाची कोई नहीं बचा ,
और शादी ठीक दस बजे बैठ गयी थी , और शादी शुरू होते ही
" अरे स्वागत में गारी सुनाओ ,स्वागत में , अरे स्वागत में
अरे दूल्हे के तन पे सूट नहीं है ,अरे उसको उसको तो ,
... अरे उसको तो साडी और ,अरे साडी और ब्लाउज पहनाओ।
अरे उसको तो चोली पहनाओ ,अरे उसको तो
( तब तक मम्मी ने एक लाइन जोड़ी , अरे उसके तन पर बंडी नहीं है , बंडी नहीं है
उसको तो ब्रा पहनाओ ,अरे उसको तो ब्रा पहनाओ )
फिर मेरी सहेलियां बहने भाभियाँ चालू हो गयीं
अरे स्वागत में गारी सुनाओ अरे स्वागत में ,
दूल्हे के कलाई में घड़िया नहीं है , अरे उसको तो अरे उसको तो चूड़ियां पहनाओ।
अरे स्वागत में गारी सुनाओ , मेरी सखियों स्वागत में अरे स्वागत में गारी सुनाओ ,
अरे दूल्हे के संग में , अरे दूल्हे के संग में , अरे दूल्हे के संग में रंडी नहीं है,
दूल्हे की बहना नचाओ ,अरे नीतू और ज्योति को नचाओ।
मेरी सहेलियां , बहने , ... लेकिन दो चार गांरी के बाद ही असली गारियाँ शुरू हो गयीं ,
और कौन रीतू भाभी , साथ में नाउन की लड़की ,
लेकिन कुछ देर में मेरी सहेलियां बहने सब ,
![[Image: bride-dholak-1231.jpg]](https://i.ibb.co/VWCQrGs/bride-dholak-1231.jpg)
चने के खेत में बोया था रोड़ा , ... मिली छिनरिया को ले गया घोडा
घोंट रही लौंडा , चने के खेत में , ...
लीपी पोती ओखरिया हमारे बीर बलिया ,
उस पर राखी पेटरिया , हमारे बीर बलिया।
ओहि पेटरी उतारे गयीं ,दुलहा का बहिनी , अरे गीता छिनरिया अरे भोंसड़ी में धंस गए लकडिया ,
हमारे बीर बलिया
दौड़ा दौड़ा हो भाभी के भइया , दौड़ा हो अजय भैया , अरे मुंहवा से निकाला लकडिया
और फिर मेरे चचेरे , ममेरे फुफेरे भाइयों भाइयों का नाम उनकी बहनों से जोड़ के ,और वो भी लिस्ट देखकर जिसकी सेटिंग जिससे कराई गयी , उसी उसी का नाम जोड़ जोड़ कर
चने के खेत में पड़ी थी राई , अरे संजय भैया करें मीता की चुदाई ,
मैंने किसी से पूछा था ,
![[Image: Bride-bindi.jpg]](https://i.ibb.co/M93XzWx/Bride-bindi.jpg)
शादी में टाइम कितना लगेगा , तो पता चला की पांच छह घंटे कम से कम
लेकिन तीन साढ़े तीन घंटे में ही , डेढ़ बजे तक ही शादी की सारी रस्में ख़तम हो गयीं
( ये तो बाद में चला की इसके पीछे भी यही थे , पंडित जी से सांठगाठ थी , एडिशनल दक्षिणा , स्पीड बढ़ाने के लिए )
और अगर पंडित जी थोड़ा भी धीमे पड़े या इधर उधर बोला तो बस गांव की औरतें गारी का रुख सीधे पंडित जी की ओर मोड़ देतीं ,
तानी जल्दी जल्दी मन्त्र उचारा पंडित जी ,
पंडित पंडित जी , अरे
अरे तोर बहिनिया रंडी जी , ...
.....
एक रूपया दो रूपया नेग न लिहा पंडित जी ,
दूल्हा के बुआ के नेग में मांग लिहा पंडित जी ,
![[Image: Teej-e6804727762cb04b8cc0dccc7d05eae6.jpg]](https://i.ibb.co/7nj7ndT/Teej-e6804727762cb04b8cc0dccc7d05eae6.jpg)
हमारे गांव की नाउन , लड़के वालों के नाउ के पीछे पड़ी थी , चिढ़ा रही थी , आपन नउनिया के उंहा छोड़ के आये हो ,
खूब कबड्डी खेल रही होगी , ...
इनके साथ के कुछ आईआई टी के लड़के भी आये थे , उन्हें रेडिसन होटल में टिकाया गया था ,... लेकिन लड़कियां मेरे यहाँ की ,..
उन सबका भी नाम पता कर लिया था , सब एक से एक चिकने ,... और उनमें से किसी ने कुछ बोल दिया तो बस सब की सब उसके पीछे ,
दूल्हे का दोस्त अपनी बहन का भंडुआ है , ...
वो स्साला चिकना , ... गंडुआ है।
...
हाँ बस एक मोर्चे पर लड़के वाले जीत गए लेकिन वो भी टेम्पोरेरी थी ,
जी , जूते ,
![[Image: bride-dholak-2.jpg]](https://i.ibb.co/BnqjQHc/bride-dholak-2.jpg)
और द्वारपूजा , गोधूली बेला में , जैसा मम्मी चाहती थी , और मम्मी से ज्यादा उनके दामाद , ..हर शादी में दूल्हे के तैयार होने में टाइम लगता है लेकिन ये तो कब से तैयार बैठे थे , ...
और गाने , गारियाँ ,.. आज कल तो पूरी शादी में एकाध गाने , वरना वही डी जे ,
गाँव की सारी औरतें , मेरी बहने भाभियाँ , चाची बुआ , ...
और सबसे बढ़कर काम करने वाली , नाउँन कहाईन , फिर बहने
हथिया हथिया सोर कइले , गदहों न लियैले रे ,
तोर माई गदहवा चोदी नमवा हंसएले रे ,....
......
गारी की धार टूट नहीं रही थी , इनकी बुआ , माँ , चाची कोई नहीं बचा ,
और शादी ठीक दस बजे बैठ गयी थी , और शादी शुरू होते ही
" अरे स्वागत में गारी सुनाओ ,स्वागत में , अरे स्वागत में
अरे दूल्हे के तन पे सूट नहीं है ,अरे उसको उसको तो ,
... अरे उसको तो साडी और ,अरे साडी और ब्लाउज पहनाओ।
अरे उसको तो चोली पहनाओ ,अरे उसको तो
( तब तक मम्मी ने एक लाइन जोड़ी , अरे उसके तन पर बंडी नहीं है , बंडी नहीं है
उसको तो ब्रा पहनाओ ,अरे उसको तो ब्रा पहनाओ )
फिर मेरी सहेलियां बहने भाभियाँ चालू हो गयीं
अरे स्वागत में गारी सुनाओ अरे स्वागत में ,
दूल्हे के कलाई में घड़िया नहीं है , अरे उसको तो अरे उसको तो चूड़ियां पहनाओ।
अरे स्वागत में गारी सुनाओ , मेरी सखियों स्वागत में अरे स्वागत में गारी सुनाओ ,
अरे दूल्हे के संग में , अरे दूल्हे के संग में , अरे दूल्हे के संग में रंडी नहीं है,
दूल्हे की बहना नचाओ ,अरे नीतू और ज्योति को नचाओ।
मेरी सहेलियां , बहने , ... लेकिन दो चार गांरी के बाद ही असली गारियाँ शुरू हो गयीं ,
और कौन रीतू भाभी , साथ में नाउन की लड़की ,
लेकिन कुछ देर में मेरी सहेलियां बहने सब ,
![[Image: bride-dholak-1231.jpg]](https://i.ibb.co/VWCQrGs/bride-dholak-1231.jpg)
चने के खेत में बोया था रोड़ा , ... मिली छिनरिया को ले गया घोडा
घोंट रही लौंडा , चने के खेत में , ...
लीपी पोती ओखरिया हमारे बीर बलिया ,
उस पर राखी पेटरिया , हमारे बीर बलिया।
ओहि पेटरी उतारे गयीं ,दुलहा का बहिनी , अरे गीता छिनरिया अरे भोंसड़ी में धंस गए लकडिया ,
हमारे बीर बलिया
दौड़ा दौड़ा हो भाभी के भइया , दौड़ा हो अजय भैया , अरे मुंहवा से निकाला लकडिया
और फिर मेरे चचेरे , ममेरे फुफेरे भाइयों भाइयों का नाम उनकी बहनों से जोड़ के ,और वो भी लिस्ट देखकर जिसकी सेटिंग जिससे कराई गयी , उसी उसी का नाम जोड़ जोड़ कर
चने के खेत में पड़ी थी राई , अरे संजय भैया करें मीता की चुदाई ,
मैंने किसी से पूछा था ,
![[Image: Bride-bindi.jpg]](https://i.ibb.co/M93XzWx/Bride-bindi.jpg)
शादी में टाइम कितना लगेगा , तो पता चला की पांच छह घंटे कम से कम
लेकिन तीन साढ़े तीन घंटे में ही , डेढ़ बजे तक ही शादी की सारी रस्में ख़तम हो गयीं
( ये तो बाद में चला की इसके पीछे भी यही थे , पंडित जी से सांठगाठ थी , एडिशनल दक्षिणा , स्पीड बढ़ाने के लिए )
और अगर पंडित जी थोड़ा भी धीमे पड़े या इधर उधर बोला तो बस गांव की औरतें गारी का रुख सीधे पंडित जी की ओर मोड़ देतीं ,
तानी जल्दी जल्दी मन्त्र उचारा पंडित जी ,
पंडित पंडित जी , अरे
अरे तोर बहिनिया रंडी जी , ...
.....
एक रूपया दो रूपया नेग न लिहा पंडित जी ,
दूल्हा के बुआ के नेग में मांग लिहा पंडित जी ,
![[Image: Teej-e6804727762cb04b8cc0dccc7d05eae6.jpg]](https://i.ibb.co/7nj7ndT/Teej-e6804727762cb04b8cc0dccc7d05eae6.jpg)
हमारे गांव की नाउन , लड़के वालों के नाउ के पीछे पड़ी थी , चिढ़ा रही थी , आपन नउनिया के उंहा छोड़ के आये हो ,
खूब कबड्डी खेल रही होगी , ...
इनके साथ के कुछ आईआई टी के लड़के भी आये थे , उन्हें रेडिसन होटल में टिकाया गया था ,... लेकिन लड़कियां मेरे यहाँ की ,..
उन सबका भी नाम पता कर लिया था , सब एक से एक चिकने ,... और उनमें से किसी ने कुछ बोल दिया तो बस सब की सब उसके पीछे ,
दूल्हे का दोस्त अपनी बहन का भंडुआ है , ...
वो स्साला चिकना , ... गंडुआ है।
...
हाँ बस एक मोर्चे पर लड़के वाले जीत गए लेकिन वो भी टेम्पोरेरी थी ,
जी , जूते ,