29-05-2020, 01:24 PM
(29-05-2020, 01:06 PM)komaalrani Wrote:
कितने सपने ताजा कर दिए आपने टीनेज के
लेकिन थोड़ा जम्प मारिये न , कहानी में नहीं , हम सहेलियों की गलचौर में
सपने से रियल में
सच में , सब से पहले किसको चटाई थी चासनी किसी भाभी को , ननद को या किसी सहेली को ,
या ' किसी और ' को , ...
सच में , एक बहुत परसनल बात शेयर कर रही हूँ , कभी जब ये एकदम थक कर आते हैं , आफिस से या कुछ और बात हो ,
और इधर मन कर रहा हो , तो फिर चासनी चटा कर ही ,... लेकिन अक्सर उसका असर च्यवनप्राश से भी तेज होता है , सारी थकान गायब और मूसल ओखली के लिए तैयार , कभो आप या कुसुम जी टाई करिये
कोमल जी,
मेरा प्यार भरा नमस्कार
आपके दो शब्द ...... किसी पारितोषिक से कम नहीं मेरे लिए ..
"सब से पहले किसको चटाई थी चासनी किसी भाभी को , ननद को या किसी सहेली को ,
या ' किसी और ' को , "
सच्ची ...... बता दुंगी जी .... सब आनेवाला है .... लाइन से .........
"कभी जब ये एकदम थक कर आते हैं , आफिस से या कुछ और बात हो , और इधर मन कर रहा हो"
जी सही कहा ..... जब दिन भर अकेले घर पर हो ... इंतज़ार हो उनका और वो जब आये तो थकन ओर चिडचिडे ..... मन कर रहा हो .... चाशनी टपक रही हो ...... बाबा रे ... मेरी हिम्मत नहीं हुई आज तक .... हाँ जब वो नाहा कर आते हैं टॉवल मैं बाथरूम से बहार और फिर दिखती हूँ मैं और मेरी कमर ... जोर कि चिमटी फिर चाय कि डिमांड ...... तब जाकर कुछ रिलेक्स फील कर्रती हूँ मैं ...... चाय लाते हुए मेरी नीचे वाली टपकती रहती है ....... और कई बार मेरा पल्लू मेरे जोबन का साथ छोड़ देता है चाय रखते हुए बस फिर देखो उनकी आँखों कि चमक ..... आती है मेरी बारी पर चाय के बाद........
कोमल जी .... लिख दिया करो ... थोडा भी चलेगा , जब भी समय मिले ... "जी" खुश हो जाता है.
इंतज़ार मैं। ........
आपकी निहारिका
सहेलिओं , पाठिकाओं, पनिहारिनों, आओ कुछ अपनी दिल की बातें करें -
लेडीज - गर्ल्स टॉक - निहारिका