28-05-2020, 12:23 AM
मैं कुछ कहने के काबिल ही कहाँ बची थी बस हम्म, कह कर मुस्कुरा दी और एक बार फिर उनके पास सरक गयी .... और
भाभी पीछे .... मैने कहा क्या हुआ भाभी .....
प्रिय सहेलिओं ,
निहारिका का प्यार भरा नमस्कार ,
अब आगे ,
मैं सुमन भाभी को देख रही थी और सुमन भाभी मुझे फिर सुमन भाभी ने अपने बाल पीछे से आगे किये और अपने ब्लाउज
के बटन खोलने लगी दो - एक बटन खोल कर वो रुक गयी फिर मुझे देखा .... और मैं बावली सी बिना पलक झपकाए एकटक
उन्हें देखे जा रही थी ... फिर सुमन भाभी ने अपने साया खोलना चालू किया नाडा और इलास्टिक दोनों थे उसमे काफी चिपका हुआ सा था सुमन भाभी कि झंगो पर और नीचे घुटने के पास एक कट सा भी था ..... बस फिर क्या उतर गया साया ....
सुमन भाभी कि पेंटी रेड नेट कि लेस वाली और आधा खुला हुआ ब्लाउज एकदम जानमारू हो रहा था .... मेरी सांस अटक - अटक कर चल रही थी ... फिर सुमन भाभी धीरे -धीरे चल कर मेरे पास आई और बोली ...
सुमन भाभी - निहारिका जरा मेरे बटन खोल देना ....
मैं - जी सुमन भाभी .... हलक ही सुख गया था क्या बोलती मैं ..
फिर सुमन भाभी घूम कर कड़ी हो गयी..... उफ़. क्या बताऊ मेरी बहेनो उनके गोल मटोल "गोल कुंडे" रेड पेंटी मैं एकदम गदराए बिना हाथ लगाये रह नहीं गया ....... इस पर सुमन भाभी बोली रुक जा रानी सब मिलेगा ... धीरज धर .....
फिर मैंने सुमन भाभी रहे बाकि दो बटन भी खोल दिए .... उनके गोर जिस्म पर चमकती रेड ब्रा कितनी सुन्दर लग रही थी.....
यह कमाल तो पीठ का था जब सुमन भाभी वापस घूमी तो उफ़ जोबन ब्रा मैं से बहार आते हुए ... मुझे ललचाते हए अपनी और खिंच रहे थे ..... दिल कर रह था कि खा जाऊ ...... पर हिम्मत नहीं हुई .... कुछ भी करने कि .
फिर सुमन भाभी ने मेरा हाथ अपने जोबन पर रख दिया ... पर बोली कुछ न ....... बस देखती रही मेरी आँखों मैं ...... मेरे हाथ उनके जोबन पर उपर से नीचे चल रहे थे .... जोबन कि गोलायियो और निप्पल जो एकदम कड़क था .....
उधर सुमन भाभी के हाथ अपना काम कर रहे थे ... मेरे जोबन पर करंट दौड़ाने का काम जो सीधा मेरी "नीचे वाली" को फडकता और मेरे मुह से आहा निकल जाती ... और सुमन भाभी के मुह पर स्माइल आ जाती ......
कुछ देर तक ऐसा करने के बार .... जब सुमन भाभी को लगा कि इतना करंट काफी होना मुझ नोसिखिया के लिए फिर मेरी
कुर्ती उतर गयी और मेरे हाथ एकदम सुमन भाभी के जोबन से हट कर अपने जोबन पर आ गए .........
जी, ठीक वेसे ही जैसे फिल्मो मैं हेरोइन अपना जोबन ढक लेती हैं गुंडों से बचने के लिए ...... पर कहाँ बच पाती हैं ..... लूटना तो है ही .....
हम्म , फिर सुमन भाभी और पास आई और मेरे दोनों हाथ हटा दिए और बड़े प्यार से मेरे बालो को पीछे करते हुए एक बार
फिर लिप किस का दौर शुरू कर दिया ......
किप किस करते हुए .... सुमन भाभी ने मेरी ब्रा भी खोल दी ..... अब मैं ऊपर से नंगी थी ...... और सुमन भाभी ब्रा - पेंटी मैं ...
....
इंतज़ार मैं। ........
आपकी निहारिका
सहेलिओं , पाठिकाओं, पनिहारिनों, आओ कुछ अपनी दिल की बातें करें -
लेडीज - गर्ल्स टॉक - निहारिका