27-05-2020, 11:39 PM
(27-05-2020, 12:53 PM)komaalrani Wrote: है निहारिका जी प्लीज , ऐसे बीच में मत छोड़िये ,
हमारा घाटा हो जाता है , और इनका फायदा , चासनी के मारे झूठ मूठ का भी मना नहीं कर पाती ,...
लेकिन आपका डिस्क्रिप्शन , पर
सिर्फ आँखे आपकी कहानी पर रहती हैं , उँगलियाँ कहाँ होतीं , ये मुझसे , कुसुम जी और बाकी सहेलियों से पूछिए ,... बस जल्द से आगे बढ़ाइए
न
और वो मूड्स के फ्लेवर जो बता रही थीं , बीच में छोड़ दिया ,...
कोमल जी ,
"सिर्फ आँखे आपकी कहानी पर रहती हैं , उँगलियाँ कहाँ होतीं , ये मुझसे , कुसुम जी और बाकी सहेलियों से पूछिए ,... बस जल्द से आगे बढ़ाइए "
हाय, कोमल जी ..... जोबन के पीछे से दिल निकल जाता है ....... आपके लिए .......
हम्म, थोडा लेट हो रही हूँ ...... उप्दतेस के लिए ....... आप भी बिजी थी और मेरी बाकि सहेली भी "कुछ जायदा" बिजी थी घर के काम और "वो काम" भी समय निकलना थोडा मुश्किल हो रहा है .... फिर भी कोशिस कर के .... वो भी अब जाने लगे हैं घर से बाहर काम से अब जमेगी महिला मण्डली .... और धमाल
इंतज़ार मैं। ........
आपकी निहारिका
सहेलिओं , पाठिकाओं, पनिहारिनों, आओ कुछ अपनी दिल की बातें करें -
लेडीज - गर्ल्स टॉक - निहारिका