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Adultery दिवाली का जुआ Part 2 (With Pictures)
#13
राहुल ने अपना आख़िरी पत्ता नीचे फेंका..वो 2 था.

सरदारजी ने शिट,शिट,शिट कहते हुए अपना आखिरी पत्ता बीच में दे मारा....उनके पास 3 था...वो गेम हार चुके थे...इतने करीबी मामले से हारने का दुख उनके चेहरे पर सॉफ देखा जा सकता था.

सबा और राहुल खुशी के मारे उछल पड़े...राहुल को भी शायद ये अंदाज़ा नही था की सरदारजी के पत्ते उसकी टक्कर के निकलेंगे..लेकिन आख़िर में मिली जीत के बाद उसका चेहरा देखने लायक था...सबा दूसरी तरफ से भागती हुई सी आई और झुक कर राहुल के गले से लग गयी...ऐसा उसने आज तक नही किया था...शायद थोड़ी बहुत बहक सी गयी थी..

और उसकी इस हरकत ने बाकी के ठर्कियों के लिए रात का इंतज़ाम कर दिया...वो जैसे ही झुकी, उसके फूले हुए कूल्हे सभी की नज़रों के सामने फेल कर ऐसे दिखे जैसे कमरे में कमल का फूल खिल गया हो.
[Image: 431178_06big.jpg]
कपूर ने तो बड़ी मुश्किल से अपने हाथों को उनपर जाने से रोका...

सरदारजी तो इस खिले हुए कमल को देखकर अपनी हार का गम भी भुला चुके थे...

और शशांक की पेनी नज़रों ने ये तक जान लिया की सबा ने गाउन के नीचे डॉट वाली चड्डी पहनी हुई है...

एक पल के लिए तो शशांक को ऐसा लगा की सबा अपनी गांड झुकाये उसके सामने एकदम नंगी बैठी है…जैसे कह रही हो 'देख क्या रहे हो सर,आओ न, चाट लो मेरी चूत को..'

[Image: 401967_13big.jpg]

उसने अपने मुंह में आये पानी से अपने अपने सूख रहे होंठों को गीला किया और बुदबुदाया 'जरूर चाटूंगा मेरी जान , एक दिन जरूर चाटूंगा तेरी चूत को '

सबा ने राहुल को गले से लगाया और फिर वहीं बैठकर जीते हुए नोट समेटने में उसकी मदद करने लगी..

अब काफ़ी देर हो चुकी थी...सभी ने अपना-2 आख़िरी पेग लिया और डिनर टेबल पर जा बैठे...आज का खेल ख़त्म हो चुका था.

खाना खाने के बाद सभी एक-2 करके अपने घर चले गये.

आख़िर में राहुल और सबा गये...राहुल ने अपने बॉस को तहे दिल से धन्यवाद दिया..और दीवाली तक ऐसे ही खेलते रहने की बात भी कही, सबा ने भी इसमें पूरा साथ दिया.

जाते -२ एक अजीब सा वाक्या हुआ सबा के साथ..राहुल तो अपने बॉस को बाय बोलकर फ़्लैट से बाहर निकल गया, और बाद में सबा ने भी सुमन को गले से लगाकर बाय बोला और दोनो ने एक दूसरे के गालो पर एक छोटी सी पप्पी भी दी.. जो अक्सर वो लोग किया करते थे, और फिर जैसे ही सबा शशांक को बाय बोलकर बाहर जाने लगी, शशांक ने एकदम से उसे अपनी बाहों में भरकर ठीक अपनी बीबी की तरह उसे बाय बोला और उसके गालो पर एक पप्पी कर दी, ना चाहते हुए भी सबा को भी किस्स करनी पड़ी, ये बहुत जल्दी हुआ, सबा को तो रिएक्ट करने का मौका ही नही मिल सका, और सुमन तो ऐसे बिहेव कर रही थी की जैसे ये बहुत मामूली सी बात है..लेकिन सबा को छोड़ने से पहले शशांक ने उसके भरे हुए कुल्हो को जिस अंदाज में मसला था, उसे महसूस करके सबा के शरीर के सारे रोँये खड़े हो चुके थे, राहुल के अलावा उसके शरीर को इस तरह से किसी और मर्द ने पहली बार छुआ था, लेकिन नशे की खुमारी, जुए में जीते पैसो की खुशी और राहुल के बॉस होने की वजह से वो कुछ ना बोल पाई, और वो बिना कुछ कहे बाहर निकल आई.

अगले दिन की गेम सरदारजी के घर थी...वहां भी ऐसे ही जीतने की उम्मीद लिए राहुल अपने घर आ गया.

लेकिन वो अपनी जीत की खुशी में ये बात भूल चुका था की उसने सुमन और शशांक के द्वारा फेंका गया चारा निगल लिया है...और वो अब उनके अनुसार ही नाचेगा...शशांक ने तो अपनी अगली चाल भी तैयार कर ली थी...जिसमें उसे अपनी बीबी का भरपूर इस्तेमाल करके राहुल को पूरी तरह अपने जाल मे फंसाना था.

और वो काम उन्होने अगली सुबह करना था.

रात को काफ़ी देर बाद नींद आई थी राहुल को...इसलिए सुबह ऑफीस के लिए भी उसकी नींद नही खुल रही थी.

वो अभी नहा धोकर कपड़े पहन ही रहा था की उसके सेल पर शशांक का फोन आया...और उसने राहुल को एक ज़रूरी काम दिया, जिसमे वो शशांक के घर से एक फाइल लेता हुआ दफ़्तर पहुँचेगा...और वो फाइल 11 बजे तक शशांक के घर पहुँचनी थी..

ऑफीस की फाइल का घर पे क्या काम..ये पूछने की हिम्मत राहुल मे नही हुई...उसने बस यस बॉस कहकर उनकी बात सुनी और फाइल लेकर 12 बजे तक ऑफीस पहुँचने की बात बोली.

राहुल ने उसके बाद आराम से कपड़े पहने और बिना किसी जल्दी के नाश्ता भी किया...अभी तो सिर्फ़ 8 ही बजे थे...3 घंटे और थे उसके पास...वो आराम से बैठकर सबा से बात करने लगा , सबा ने बताया की आज वो और डिंपल मार्किट जाएंगे, उन्हें कुछ नए कपडे लेने थे,

डिंपल अब किसी भी कीमत पर सुमन से भी ज्यादा सेक्सी कपडे पहनना चाहती थी ,

कल की गेम के बाद वो एक बात तो समझ ही चुकी थी की ये सिर्फ़ एक गेम नही रह गयी है बल्कि एक दूसरे को अपने जलवे, सेक्सी शरीर और नये-2 कपड़े दिखाने का ज़रिया बन चुका है..कल की बाजी तो सुमन ने मार ली थी..आज वो बाजी मार लेना चाहती थी.

सबा को उसने इसलिए बोला क्योंकि उसकी सबा से काफ़ी अच्छी तरह से बनती थी...और लेटेस्ट फैशन के बारे में सबा का टेस्ट भी काफ़ी अच्छा था.

दोनो को करीब 1 बजे मार्केट के लिए निकलना था..राहुल ने सबा को भी अपने लिए कुछ शॉपिंग करने के लिए कहा...वैसे भी पैसों की कमी तो थी ही नही अब उसके पास...

करीब 10 बजे राहुल के मोबाइल पर सुमन का फोन आया...उसकी आवाज़ सुनकर एक पल के लिए तो राहुल का दिल धक्क से रह गया...उसे कल रात वाली बात याद आ गयी...लेकिन अब वो अपनी तरफ से कोई भी पहल नही करना चाहता था...उसे लग रहा था की शायद हो सकता है की सुमन कल नशे की हालत में वो सब कर गयी हो...लेकिन सबा को बाय बोलकर , सुमन के फ्लेट की तरफ जाते हुए वो मन ही मन दुआ मांग रहा था कि काश कल रात जो भी हुआ था, वो उसने नशे में नही बल्कि होश में किया हो...

उसे क्या मालूम था की उसकी ये दुआ कितनी बुरी तरह से कबूल होने वाली थी.

अपने बॉस के फ्लॅट के सामने पहुँचकर उसने देखा की दरवाजा तो पहले से ही खुला हुआ है...वो उसे धकेलकर अंदर घुस आया...ड्रॉयिंगरूम में कोई नही था..उसने सुमन को आवाज़ लगाई तो उसे बेडरूम से उसकी आवाज़ सुनाई दी.

''राहुल...मैं यहाँ हूँ ...बेडरूम में ....''

राहुल के तो पसीने छूट गये....उसे समझ नही आया की सुमन भाभी उसे ये बात बता रही है या उसे बेडरूम में आने का न्योता दे रही है..

सीधा बेडरूम....वाहह....वो धीरे-2 उसी तरफ चल दिया...उसके दिमाग़ में सुमन भाभी का नंगा जिस्म नाचने लगा...जो अपने बेड पर नंगी लेटी हुई उसकी तरफ बाहें फेला कर उसे बुला रही है...

[Image: 402426_06big.jpg]

लेकिन ऐसा कुछ नही होने वाला था...वो भी जानता था....लेकिन जो भी हुआ ,वो भी कम नहीं था.

उसने देखा की सुमन भाभी अपने नाइट गाउन में है....और बेड के नीचे झुक कर कोई चीज़ ढूंड रही है..

वो जिस अंदाज में झुकी हुई थी,राहुल को उसकी गांड पूरी तरह से फैली हुई दिखाई दे रही थी...ऐसा लग रहा था जैसे कोई मोरनी अपने पंख फेला कर बैठी है...इतनी गोल मटोल गांड के पीछे चिपकने का सुख क्या होता है, वो अच्छी तरह से जानता था.

उसके क़दमों की आहट सुनकर वो पलटी और बोली : "देखो ना राहुल ....मैं नहाने जा रही थी तो मेरा समाज नीचे गिर गया....निकल ही नही रहा...प्लीज़ मेरी हैल्प कर दो ना...''

राहुल बेचारा अपने बॉस की बीबी को कैसे मना कर सकता था...वो झट से नीचे झुक गया...झुकते हुए वो भी सोचने लगा की भला ऐसा क्या समान है जो वो नहाते हुए साथ लेकर जा रही थी , लेकिन जब उसकी नज़र उस ''सामान'' पर पड़ी तो उसके तो होश ही उढ़ गये, उसने देखा की बेड के नीचे की तरफ सुमन की ब्लॅक पेंटी पड़ी है...उसके तो लंड में उफान सा आ गया उसे देखकर...वो झिझकते हुए सुमन की तरफ पलटा...और झुकी हुई सुमन के बाहर की तरफ लटकते मुम्मे देखकर कुछ बोल ही नही पाया.

सुमन : "क्या हुआ....निकालो ना जल्दी...मुझे नहाने जाना है...''

राहुल : "जी....जी भाभी.....''

इतना कहकर उसने अपना लंबा हाथ आगे बढ़ाकर उसकी पेंटी को उठा लिया..

लेकिन ये क्या....उसकी पेंटी का बीच वाला हिस्सा गीला सा क्यो था...उसने गोर से देखा तो उसे वहां कुछ चिपचिपा सा दिखाई दिया...वो समझ गया की ये पेंटी सुमन ने अभी -2 उतार कर फेंकी है...शायद राहुल से अपनी पेंटी निकलवाने के लिए ही उसने ऐसा किया है.

राहुल को अपनी पेंटी का ऐसे मुआयना करते देखकर वो बोली : "तुम क्या इसकी जासूसी करने लगे...पहली बार देखी है क्या...सबा भी तो पहनती होगी ये सब....या उसे तुम पहनने का मौका ही नही देते...हा हा...''

बेचारा कुछ बोल ही नही पाया...

वैसे ये बात तो सुमन भी समझ ही चुकी थी की राहुल को ये बात पता चल चुकी है की उसने जान बूझकर अपनी पहनी हुई पेंटी नीचे फेंकी थी...इसलिए वो उसके करीब आई और बोली : "वैसे एक बात बताऊ ...ये मैने अभी 1 मिनट पहले ही उतार कर रखी थी...तुम्हे दिखाने के लिए...''

राहुल बेचारा सकपका सा गया...वो बोला : "मु...मु...मुझे दिखाने के लिए....भला क्यो...''

सुमन बड़े आराम से बोली : "ताकि तुम्हे मेरा साइज़ पता चल जाए...ताकि तुम मेरे लिए ऐसा कोई गिफ्ट लाने की सोचो तो तुम्हे मेरा साइज़ तो पता होना चाहिए ना....इसलिए....''

राहुल बेचारे की समझ में ये बिल्कुल नही आ रहा था की सुमन उसके साथ ऐसे पंगे क्यो ले रही है...

राहुल : "मैं ....मैं लाऊ गिफ्ट ...किस ...किसलिए...''

सुमन (मुस्कुराते हुए) : "क्यो ? नही ला सकते क्या...सबा के लिए भी तो लाए थे ना लास्ट वीक....उसने बताया था कल मुझे....''

राहुल की तो हालत खराब हो गयी....ये सबा की बच्ची ने अपने इनरवेयर वाली बात भी इन्हे बता दी है...

सुंना : "देखो ना...तुम्हारे बॉस को तो कोई शॉंक है ही नही...और मुझे मार्केट जाने का टाइम ही नही मिलता...अब तुम इसे देखकर इसी साइज़ की पेंटी लेकर आना मेरे लिए...''

राहुल बेचारा बेवकूफो की तरह उसकी पेंटी के पीछे लगा टेग देखने लगा...जिसे देखकर सुमन मंद-2 मुस्कुरा रही थी..

वो बोली : "और ...ये उपर वाली भी तो लानी होगी ना....''

इतना कहकर उसने दनदनाते हुए अपने गाउन के आगे लगी चैन को खोल दिया...और गाउन को अपने कंधे से सरका कर नीचे लटका दिया...उसने अपनी दोनो बाजू बाहर निकाल कर गाउन को हाथ से पकड़ लिया...एक दम से सुमन के पके हुए मुम्मे ब्रा में देखकर राहुल का मुँह सूख सा गया...

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सुमन ने घूम कर अपनी पीठ राहुल की तरफ कर दी, और बोली : देखो तो ज़रा...क्या साइज़ लिखा है इसपर...''

वो ऐसे बिहेव कर रही थी जैसे उसे खुद का साइज़ पता ही नही था...

लेकिन राहुल को उसके इस खेल में भी मज़ा आ रहा था...अब तक वो भी समझ चुका था की आज यहाँ क्या होने वाला है...लेकिन अपने बॉस की बीबी को एकदम से कुछ कर भी तो नही सकता ना...इसलिए बड़ी मुश्किल से अपने हाथो को उसके मुम्मो पर जाने से रोका हुआ था..
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RE: दिवाली का जुआ Part 2 (With Pictures) - by badmaster122 - 27-05-2020, 04:26 PM



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