27-05-2020, 12:27 PM
(26-05-2020, 11:09 AM)@Kusum_Soni Wrote: कोमल जी बेज़ान हो चुके बदन में जान सी आ गयी आप को यहाँ पा कर
आप तमाम परिस्थितियों को पार कर आखिरकार अपनी सहेलियों के बीच हाज़िर हो गयी आप का दिल से हार्दिक आभार ओर बहुत स्वागत है![]()
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कोमल जी अब आप पधार गयी है तो ओवरटाइम भी करवा लुंगी ओर बखान भी कर दूंगी![]()
बस अब अपडेट से मस्ती भर दीजिये एक बार
जैसे भी बन पड़े आप कहानियों को आगे बढ़ाएं अब JKG को इस बार जरूर पूरा करना है
मोहे रंग दे नई कहानी है पता नहीं कितनी लंबी चलेगी पर इतनी मस्त कहानी है बस खो सी जाती हूँ हर बार
सब आप की लेखनी का जादू जो है
जोरू का गुलाम में लेडीज़ नाईट ओर सासु की सेवा का बहुत समय से इंतजार कर रही हूं लगभग साल भर से![]()
तो इस बार उम्मीद है सब पढ़ने को मिलेगा
आप ने फ़ागुन के दिन चार का जिक्र किया है
कोमल जी वो आप का एक कालजयी उपन्यास है एक प्रेमग्रंथ है वो तो
उस को एक नए कलेवर में देखना मजेदार होगा
पहले यहाँ ओर JkG में अपडेट शुरू करें
हम सब सहेलियों को बहुत इंतज़ार है आप की कामुख फ़ुहार का
आप की कुसुम सोनी![]()
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एकदम आज ही दोनों कहानियां शुरू , सबसे पहले तो ननद की खबर लेनी चाहिए तो गुड्डी जी की हाल चाल और फिर होली के रंग में कहानी आगे बढ़ेगी और कोहबर की ओर मुड़ेगी , बस आप सब के गरम गरम कमेंट पढ़ के ही तो मन बन पाता है , पोस्ट करने वाला , ...