27-05-2020, 07:54 AM
(This post was last modified: 27-05-2020, 07:56 AM by vat69addict. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
उफ्फ क्या लिखे हो भाई, एक चरित्र हीन नारी का क्या वर्णन किए हो।वो जो अब तक पतिव्रता होने का नाटक कर रही थी, आज एक रात में सब सामने आ गया। वो दृश्य जिसमें वो रोहन को हटा के ख़ुद अपने ससुर के साथ चिपक के बैठी, ये दर्शाता है कि बस उससे ऐसे ही किसी मर्द की खोज थी।उस के बाद के वार्तालाप में ये अस्पष्टत दिखता है, कैसे जान के की उसके ससुर और नौकरानी ने मिल के शयंत्र रचा फिर भी उससे उसकी ग्लानि नहीं। यही है असली चरित्र इन जैसी नारी का, जो पैसे और हवस में अपने बेटे तक को भूल गई। आपको तो साहित्यकार होना चाहिए, जो लोगों के मर्म को छू ले, ये कहां आ गए


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