26-05-2020, 11:44 AM
(24-05-2020, 12:29 PM)komaalrani Wrote: मैं वापस आ गयीं हूँ बस पहले तो आपकी सारी पोस्टें पढ़ीं , ' चाशनी ' की बात पढ़कर चासनी निकल आयी और इलाज करने वाला पास हो तो , चासनी के साथ रबड़ी मलाई भी कटोरी भर ,...
सुमन भाभी वाले प्रसंग तो जबरदस्त हैं , असल में सबसे रसीला रिश्ता तो ननद भौजाई का ही है , ... अभी थोड़ी फ्री हुयी हूँ , तो सोचा दरवाजा खटखटा दूँ , ... में जान रही थी आप सब की गालियां तो बहुत पड़ेंगी ,... लेकिन कुछ रिश्ते ऐसे होतें हैं न , ननद भाभी के , सहेलियों के जिनमें बिना गाली के बात करना ही गाली देने जैसा लगता है ,
पूनम जी , कुसुम जी , चाशनी की बात पढ़कर आप लोगों की भी यही हालत होती होगी जो मेरी आज हुयी ,
हम सब लोग ठीक हैं , ' काम धाम ' में व्यस्त ,अब कल से इनका आफिस पार्ट टाइम खुल रहा है , हफ्ते में तीन दिन , चार चार घंटे के लिए नौ दस बजे जाकर दोपहर के खाने के लिए घर पर ,... और उसके बाद ,... आप सब सहेलियां सोच सकती हैं स्वीट डिश में क्या होगी ,...
कोमल जी चासनी का तो पूछो ही मत
दिन भर लसलसी रहती हूं और रात को मूसल जाता है ऊफ़्फ़ कटोरी भर रबड़ी रोज घोटनी पड़ती है
हालांकि रबड़ी मलाई तो सभी जम के घोंट रही है
दिन भर फिर चासनी पोछती फिरती है
ऊफ़्फ़ क्या करें
कोमल जी जब तक साजन आफिस रहे आप आ जाया करें हम सब के बीच
ओर जब आ जाएं एक बढ़िया सी स्वीट-डिश परोस दे नाजुक सी गुलाबी
।। काजू-,कतली ।।
मीठी रस मलाई,ओर थोड़ा सा टेस्ट मुँह अच्छा करने के लिए गोलकुंडा के दरवाजे से खारा-खारा जायका
सब आप को पढ़ के सीखी हूँ, समझ गयी होंगी आप तो
अपडेट के इंतज़ार में आप की
।। कुसुम सोनी ।।