26-05-2020, 11:09 AM
(24-05-2020, 01:48 PM)komaalrani Wrote: आप ने बुलाया और हम चले आएं ,
लेकिन आप ने ये क्यों कहा की अपडेट की कमीं से ' वो गर्मी नहीं महसूस कर पा रही हैं "
अरे गलती मेरी और घाटा ' बेचारे उनका ' हो रहा है , ये तो गलत बात है , चलिए अब हर पोस्ट के साथ आपका ' ओवरटाइम ' होना चाहिए , और जो हम सहेलियों का आपस का थ्रेड है , वहां निहारिका जी वाले थ्रेड पर , उसका फुल डिटेल
कहानियां अब दोनों ही आगे बढ़ेंगी तेजी से , और बाकी कहानियां ( होली के रंग ) पर भी पोस्ट दूंगी ,
हाँ मैं सोच रहीं हूँ मेरी एक और कहानी , कहानी क्या उपन्यास है , यहाँ पर नहीं है
उसे भी पोस्ट कर दूँ , बस थोड़े बहुत बदलाव के साथ , लेकिन वह कहानी पूरी है इसलिए उसे आगे नहीं बढ़ाउंगी ,
पढ़ा तो होगा आपने
फागुन के दिन चार
कोमल जी बेज़ान हो चुके बदन में जान सी आ गयी आप को यहाँ पा कर
आप तमाम परिस्थितियों को पार कर आखिरकार अपनी सहेलियों के बीच हाज़िर हो गयी आप का दिल से हार्दिक आभार ओर बहुत स्वागत है
कोमल जी अब आप पधार गयी है तो ओवरटाइम भी करवा लुंगी ओर बखान भी कर दूंगी
बस अब अपडेट से मस्ती भर दीजिये एक बार
जैसे भी बन पड़े आप कहानियों को आगे बढ़ाएं अब JKG को इस बार जरूर पूरा करना है
मोहे रंग दे नई कहानी है पता नहीं कितनी लंबी चलेगी पर इतनी मस्त कहानी है बस खो सी जाती हूँ हर बार
सब आप की लेखनी का जादू जो है
जोरू का गुलाम में लेडीज़ नाईट ओर सासु की सेवा का बहुत समय से इंतजार कर रही हूं लगभग साल भर से
तो इस बार उम्मीद है सब पढ़ने को मिलेगा
आप ने फ़ागुन के दिन चार का जिक्र किया है
कोमल जी वो आप का एक कालजयी उपन्यास है एक प्रेमग्रंथ है वो तो
उस को एक नए कलेवर में देखना मजेदार होगा
पहले यहाँ ओर JkG में अपडेट शुरू करें
हम सब सहेलियों को बहुत इंतज़ार है आप की कामुख फ़ुहार का
आप की कुसुम सोनी