25-05-2020, 03:06 PM
(25-05-2020, 12:31 PM)@Raviraaj Wrote:
।। अभिनंदन ।।
कोमल जी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है मेरा आज तो आप का दिल से बहुत-बहुत स्वागत ओर हार्दिक अभिनंदन है
कोमल जी सब से पहले तो बहुत बहुत स्वागत है आप का फिर से हाजिर होने के लिए
आप को ओर आप के लेखन को हम जैसे आप के चाहने वालों ने कितना याद किया है ये तो खैर बता पाना संभव नहीं है ,आप रग रग में समाई है हमारे
।। कोमल जी बेसब्री से एक पोस्ट का इंतज़ार है जो इस नीरव सन्नाटे ओर छाई मायूसी को चीर दे ।।
फिर से वो अल्हड़ मस्ती छा जाये, हर कपल फिर से
ना रात देखे ना दीन।
ओर एक निवेदन है फ़ागुन के दिन चार से पहले आप की
बेबाक कहानी
।। शादी सुहागरात ओर हनीमून ।।
इस को पूरा करें, बहुत बड़ा उपकार होगा,,हनीमून आप ने नहीं लिखा था,,इस कहानी का सब से सेक्सी पार्ट था वो !!
आप को याद हो तो,बहुत सी शर्ते,बहुत से काम अच्छे वाले, जो सिर्फ आप उन के साथ,उन के सामने
वहीँ करने वाली थी
वो सब सालों से याद है मुझे निवेदन है पहले ये कहानी पूरी करें ।।
JKG, मोहे रंग दे और साथ ही शादी सुहागरात ये आप जरूर पूरी लिखें
आप को बहुत सारा प्यार,,एक बार फिर से आभार के साथ धन्यवाद कोमल जी
कितना काम करवाएंगे मुझसे आप , ... वो भी इस माहौल में
पहले ही आप ने एक काम पकड़ा रखा है छुटकी वाला, मजा लूटा होली में ससुराल का , ... का सीक्वेल लिखने का
अभी तीन कहानियां पोस्ट कर रही हूँ , .... होली के रंग , मोहे रंग दे और जोरू का गुलाम
फिर ये
इसके लिए भी , क्योंकि ज्यादातर लोगों ने ये कहानी नहीं पढ़ी है इसलिए इसे भी शुरू से पोस्ट करना होगा
चलिए आप की रिक्वेस्ट नोट कर लेती हूँ , फिर आगे कभी