24-05-2020, 08:31 PM
(24-05-2020, 12:29 PM)komaalrani Wrote: मैं वापस आ गयीं हूँ बस पहले तो आपकी सारी पोस्टें पढ़ीं , ' चाशनी ' की बात पढ़कर चासनी निकल आयी और इलाज करने वाला पास हो तो , चासनी के साथ रबड़ी मलाई भी कटोरी भर ,...
सुमन भाभी वाले प्रसंग तो जबरदस्त हैं , असल में सबसे रसीला रिश्ता तो ननद भौजाई का ही है , ... अभी थोड़ी फ्री हुयी हूँ , तो सोचा दरवाजा खटखटा दूँ , ... में जान रही थी आप सब की गालियां तो बहुत पड़ेंगी ,... लेकिन कुछ रिश्ते ऐसे होतें हैं न , ननद भाभी के , सहेलियों के जिनमें बिना गाली के बात करना ही गाली देने जैसा लगता है ,
पूनम जी , कुसुम जी , चाशनी की बात पढ़कर आप लोगों की भी यही हालत होती होगी जो मेरी आज हुयी ,
हम सब लोग ठीक हैं , ' काम धाम ' में व्यस्त ,अब कल से इनका आफिस पार्ट टाइम खुल रहा है , हफ्ते में तीन दिन , चार चार घंटे के लिए नौ दस बजे जाकर दोपहर के खाने के लिए घर पर ,... और उसके बाद ,... आप सब सहेलियां सोच सकती हैं स्वीट डिश में क्या होगी ,...
कोमल जी ,
जान आ गयी हो जैसे , आपके आने कि खुशबू से तो सारा फोरम महक जाता है.
सब ठीक है, और आप भी कुछ फ्री हो गयी हैं, टेंसन कि वजह से मूड भी ख़राब रहता है. कोई नहीं जी, अपडेट न सही , हम औरतो वाली चुहल बजी तो कर ही सकते हैं.
जी सही कहा आपने ननद - भाभी का रिश्ता एक कोमल और महकदार रिश्ता होता है, जरा सी बात और मुह फुला लेना "मेरा क्या है - आज नहीं तो कल चली जाउंगी इस घर से, आप ही संभालना......" और भी कई नोक - झोंक फिर वापस एक साथ .... दिल नहीं लगता तेरे बिना ..............
इंतज़ार मैं। ........
आपकी निहारिका
सहेलिओं , पाठिकाओं, पनिहारिनों, आओ कुछ अपनी दिल की बातें करें -
लेडीज - गर्ल्स टॉक - निहारिका