24-05-2020, 01:33 PM
![[Image: bride-kohbar.jpg]](https://i.ibb.co/R3hRDHK/bride-kohbar.jpg)
मोहे रंग दे की अगली पोस्ट के पहले दो छोटे छोटे विनम्र अनुरोध , पाठकों से भी पाठिकाओं से भी
और अपनी सहेलियों से भी , ...
प्लीज प्लीज , जहाँ से कहानी एक महीने पहले छूटी थी , उस पोस्ट को पढ़ लें , जिससे सिलसिला बना रहे
मैं गाँव वाली , मायका बनारस के पास का गाँव और ससुराल भी पास में ही , ... इसलिए ढेर सारी गाँव वाली बातें , खास तौर से पूर्वांचल की आती रहेंगी ,
इसलिए दूसरा निवेदन अब कहानी थोड़ी सी फ्लैश बैक में जायेगी ,
कोहबर की रीत रिवाज ,
कोहबर लड़की और लड़के वाले दोनों के यहाँ बनता है , बुआ बनाती थी , मेरी शादी में बनाया भी था और नेग के लिए ठनगन भी हुयी ,
लेकिन कोहबर का असली खेल लड़की वाले के यहाँ होता है ,
पहले तो साली सलहज द्वार छेंकाई मांगती हैं , आज जो जूते से ज्यादा जुड़ गयी है
दूसरी बात कोहबर में सिर्फ लड़कियों , यानी साली सलहज , का राज होता है , और थोड़ा बहुत सास जो अक्सर बीच बचाव कराती हैं की विदाई की देरी हो जायेगी ,
कोहबर की रस्में भी अलग होती हैं , गाने वाने भी , ... लेकिन कुल मिलाजुला कर लड़के की रगड़ाई होना तय रहता है
और मेरी शादी तो एकदम गाँव वाला माहौल , गालियां भी असली और सालियाँ भी असली , ...
लड़के की माँ , भाभियाँ बहुत कुछ समझा कर भेजती हैं , बुरा मत मानना , साली सलहज हैं छेड़ेंगी तो
तो बस दूसरा अनुरोध ,
मेरी सहेलियों से , आप सबसे , अगर आप के खुद के बहनों के , किसी दोस्त के कोहबर के मजाक के छेड़ छाड़ के अनुभव हों तो जरूर शेयर करें ,...
तब तक ज़रा मैं कमर सीधी करती हूँ आगे की पोस्ट्स के लिए
![[Image: Teej-Archanna-Guptaa-22.jpg]](https://i.ibb.co/sRQSsxr/Teej-Archanna-Guptaa-22.jpg)