22-05-2020, 03:26 PM
फिर मैंने टेबल से उठा कर थोड़ा सा सरसों का तेल उसकी चूत पर भी और लौड़े पर भी लगाया और एकदम से उसकी बुर के छेद पर लौड़ा टिका दिया।
लण्ड निशाने पर रखते ही मैंने उसकी चूत के द्वार पर जोर से एक धक्का मारा.. लगभग आधा लण्ड उसकी चूत में उतर गया था। उसकी चीख निकल गई। मैंने तुरंत उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और चूसने लगा।
कुछ देर यही सिलसिला चलता रहा.. वो भी कुछ नॉर्मल होने लगी और मेरा साथ देने लगी।
फिर मैंने 2-3 धक्कों में बाकी बचे हुए लण्ड महाराज को भी धीरे-धीरे उसकी चूत में दाखिल किया और धीरे-धीरे धक्कों की बौछार शुरू की।
अब निधि भी गाण्ड उठा-उठा कर जोर लगा रही थी। करीब 15 मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों एक साथ स्खलित हो गए।
हम दोनों थक चुके थे लेकिन हमारा उत्साह बढ़ चुका था। कुछ देर बाद अलग होकर अपनी अपनी जगह जाकर सो गए।
वो करीब 22 दिन हमारे यहाँ पर रही और मैंने उसे घर के हर कोने में रोज मौका मिलते ही चोदा।आज उसकी शादी हो चुकी है..
लण्ड निशाने पर रखते ही मैंने उसकी चूत के द्वार पर जोर से एक धक्का मारा.. लगभग आधा लण्ड उसकी चूत में उतर गया था। उसकी चीख निकल गई। मैंने तुरंत उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और चूसने लगा।
कुछ देर यही सिलसिला चलता रहा.. वो भी कुछ नॉर्मल होने लगी और मेरा साथ देने लगी।
फिर मैंने 2-3 धक्कों में बाकी बचे हुए लण्ड महाराज को भी धीरे-धीरे उसकी चूत में दाखिल किया और धीरे-धीरे धक्कों की बौछार शुरू की।
अब निधि भी गाण्ड उठा-उठा कर जोर लगा रही थी। करीब 15 मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों एक साथ स्खलित हो गए।
हम दोनों थक चुके थे लेकिन हमारा उत्साह बढ़ चुका था। कुछ देर बाद अलग होकर अपनी अपनी जगह जाकर सो गए।
वो करीब 22 दिन हमारे यहाँ पर रही और मैंने उसे घर के हर कोने में रोज मौका मिलते ही चोदा।आज उसकी शादी हो चुकी है..
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
