21-05-2020, 03:40 PM
(This post was last modified: 21-05-2020, 03:42 PM by Niharikasaree. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
वो सपना क़यामत था , आज भी याद है ,....
प्रिय सहेलिओं ,
निहारिका का प्यार भरा नमस्कार ,
अब आगे ,
जब भी अकेले समय मिलता हैं वो चद्ती जवानी का सपना याद आ जाता है, एक कच्ची कंवारी कलि कैसे मीठी नींद मैं "जागी" हुई थी.
हम्म,
अब मेरे सपने से -------------
सबसे पहेले एक लड़की जो लाल ड्रेस मैं थी , आइने के समे कड़ी हो कर लाल लिपस्टिक लगा रही थी जी वो मैं ही थी , मेरी सहेली ने जो मूवी दी थी वही लड़की मैं अपने आप को समझ रही थी फिर मैं भी उसी लड़की कि तरह एक बेड पर बैठी थी और मेरे सामने कोई था जो बिना शर्ट के खड़ा था और मुझे देखा रहा था फिर वो आगे आया और मुझे पकड़ लिया और मेरे लाल होंठो पर कब्ज़ा कर लिया और उसके हाथ मेरे जोबन से खेल रहे थे मेरे निप्पल को निचोड़ रहे थे फिर लिप किस से अलग होकर मुझे घुमा दिया और मेरे गर्दन पर किस करने लगा उम्म्म कितना अच्छा लग रहा था फिर मेरी ड्रेस कि ज़िप खोल दी एक झटके मैं और मेरी ड्रेस मेरे हाथो से सरकती हुई मेरे पैरो मैं जा गिरी,
अब मैं सिर्फ लाल ब्रा और पेंटी मैं खड़ी थी अपना सब लुटवाने को ..
फिर उसने मुझे अपने पास बैठा लिया मेरा मुह ठीक उसके जहाँ "वो" होता है वाही था, कुछ बड़ा सा लग रहा था उसकी पेंट मैं फिर उसने धीरे से अपनी पेंट उतार दी और एक बड़ा सा "वो" मेरे सामने था उसने मेरे सर पर हाथ रखा और न जाने कैसे मेरा मुह अपने आप खुल गया और "वो" गर्म सा था मेरे मुह मैं, मेरी आख खुल कर बड़ी हो गयी, और मैं उसे देखने लगी वो मुझे देख रहा था उसे कितना मजा आ रहा होगा यह उसका "वो" जो मेरे मुह मैं था बता रहा था.
उसका "सामने वाला " हिस्सा मेरे रह - रह कर फूल रहा था, साथ मैं वो आदमी "उसको" आगे - पीछे कर रहा था लेकिन धीरे धीरे कुछ देर ऐसा करने के बाद उसने "वो" मेरे मुह से निकल लिया और मेरी ब्रा खोल दी और मेरे जोबन पर अपने मुह कि मोहर लगा दी न जाने कैसा सुख मिल रहा था ....
. जब लड़की अपने जोबन प्यार से और दिल से चाह कर चुसवाती है तब उसे एक असीम सुख मिलता
है, जोर - जबरजस्ती से करने पर वो मजा नहीं आता , और चूसने वाला भी ऐसे चुस्त है जैसे बबलगम
का स्वाद ख़तम हो गया हो और बस चबाये जा रहे हो ....
हम्म, अब आगे,
एक के बाद दूसरा जोबन हाय , यही सोच रही थी कि ऐसा ही चलता रहे और कभी रुके ही न उसने जब कर मेरे जोबन खाए और मैंने खिलाये - सच्ची . फिर वो थोडा नीचे हुआ, और मैं समझ गयी आ गयी मेरी "नीचे वाली " कि बारी मेरी आँख बंद हो गयी और मरे हाथ जोबन पकड़े इंतज़ार कर रहे थे कि अब मेरी पेंटी मेरे बदन से आजाद होगी और वो मेरे "नीचे वाली" पर अपने होठो से कब्ज़ा कर लेगा, और मेरा इंतज़ार ख़तम हुआ और उसके गर्म होंठ मेरी "चाशनी कि दुकान" का रस पीने लगे और मेरी सांस तेजी से चलने लगी. मेरा जिस्म हलका होना लगा और मैं किसी और ही दुनिया मैं खो गयी , फिर वो अपने चाशनी से भरे होंठ पर जीभ फेरता हुआ उठा और "मूड्स" का पैकेट निकल लिया और उसमे से एक पैक निकला और उसे फाड़ कर वो निकल लिया और अपने खड़े हुए "उस" पर थोडा हिलाते हुए लगा लिया फिर उसने मेरी टांगे फैला कर .........
बस जी, इतना ही .... आगे नहीं था, पर सपने मैं आगे थी सुमन भाभी ......
जब तक मेरे साथ "सब कुछ" नहीं हो गया तब तक दिल मैं इच्छा थी कि वो जब करे तब "मूड्स" लगा कर करे , और जब किया तब तक और भी कई आ गए थे मूड्स जैसे , रोज रात नया और फ्लेवर
वाला भी .... लीची , चॉकलेट ...... उफ़ मैं भी क्या बताने लग गयी ....
मिलती हूँ जल्दी .... सपने मैं --- सुमन भाभी के साथ ...........
इंतज़ार मैं। ........
आपकी निहारिका
सहेलिओं , पाठिकाओं, पनिहारिनों, आओ कुछ अपनी दिल की बातें करें -
लेडीज - गर्ल्स टॉक - निहारिका