22-02-2019, 12:03 AM
तभी मेरे धक्को की स्पीड अचानक ही कुछ ज़्यादा हो गई और करीब ज़ोर के दो तीन धक्को के बाद में झड़ गया। मैंने अपना पूरा वीर्य उसकी चूत में डाल दिया और में मौसी के ऊपर ही लेट गया, लेकिन थोड़ी देर बाद मुझे जब होश आया तो मुझे मन ही मन उस चुदाई का बहुत अफ़सोस हुआ कि यह मैंने क्या किया? मैंने देखा कि मौसी रो रही थी और मौसी की चूत से खून और मेरा वीर्य बाहर निकल रहा था और उस समय 11:30 का टाईम हुआ था। फिर मैंने मौसी के गाल पर, आँख पर, सर पर किस किया और मैंने उनसे कहा कि में तुम्हें कभी भी धोखा नहीं दूँगा। मैंने मौसी को टाईट हग किया तो मौसी अब थोड़ा मुस्कुराई और मैंने कहा कि में एक बार और तुम्हें चोदना चाहता हूँ, तो मौसी ने कहा कि नहीं मुझे बहुत दर्द होता है। फिर मैंने उनसे कहा कि क्या तुम मेरे लिए यह हल्का सा दर्द नहीं सहन कर सकती हो? वो शरमाई और फिर हम दोनों उठकर एक साथ बाथरूम में चले गये। वहां पर उसने अपनी चूत और मेरे लंड को पानी डालकर अच्छी तरह से साफ किया, लेकिन तब तक मेरा लंड उनके छूने की वजह से वापस खड़ा हो चुका था और मैंने फिर से उन्हें किस करना शुरू किया और उनके लटकते हुए बूब्स को दबाने लगा। फिर मैंने उन्हें इशारा किया कि तुम मेरा लंड चूसो। फिर वो तुरंत मेरा लंड चूसने लगी और थोड़ी देर बाद मैंने उससे कहा कि तुम अब दीवार की तरफ झुक जाओ और अपने दोनों हाथ दीवार पर लगाओ और उसने ठीक वैसा ही किया। मैंने पीछे से उसकी कमर को पकड़ा और घोड़े की स्टाईल में अपना कड़क लंड पीछे से उसकी चूत में डाल दिया और धीरे धीरे धक्के लगाने लगा और में उसके बूब्स को भी दबाने लगा, वो अब सिसकियाँ लेने लगी और उसको अब बहुत मज़ा आ रहा था, लेकिन कुछ देर बाद में ज़ोर ज़ोर से धक्के देने लगा और करीब दस मिनट बाद में दोबारा से उनकी चूत में झड़ गया ।।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
