Thread Rating:
  • 1 Vote(s) - 5 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
तुम्हारी रचना मौसी
#5
फिर में और मेरी मौसी बाईक पर शॉपिंग के लिए चले गए, मौसी ने अपनी खरीददारी में थोड़ा समय लगा दिया और जब वो अपने सभी कामों से फ्री हुई तो हम वापस लौटने लगे, लेकिन वापस आते समय ज़ोर से बारिश होने लगी और हमें कहीं भी रुकने के लिए जगह नहीं मिल रही थी, इसलिए हम लगातार चलते रहे और कुछ ही देर बाद हम दोनों पूरी तरह से भीग चुके थे और अब बारिश के साथ हवा भी बहुत ज़ोर से चल रही थी, जिसकी वजह से हम दोनों कांपने लगे थे और पूरे भीगे होने की वजह से हमें अब बहुत सर्दी लगने लगी थी, जिसकी वजह से मौसी की पकड़ अब मुझ पर धीरे धीरे बहुत मजबूत होने लगी थी। फिर कुछ देर बाद मैंने अपनी गाड़ी को थोड़ा साईड में लाकर रोक दिया और फिर मैंने मौसी से पूछा कि क्यों आप ठीक तो हो ना? तो उन्होंने मुझसे कांपते हुए कहा कि मुझे बहुत ठंड लग रही है, यह पानी और हवा दोनों ही बहुत ठंडे है। अब मैंने उनसे कहा कि बस थोड़ी ही देर में हम अपने घर पर पहुंच जाएँगे और मैंने अपनी बाईक को दोबारा स्टार्ट किया, लेकिन बारिश और हवा दोनों ही अचानक से बहुत ज़्यादा तेज हो गई थी। मौसी के एक हाथ में उनका कुछ सामान था और एक हाथ मेरे कंधे पर था। मैंने उनसे कहा कि आप थोड़ा ठीक तरह से मुझे पकड़कर बैठना। दोस्तों वो सर्दी की वजह से बहुत कांप रही थी, इसलिए उन्होंने तुरंत मेरी यह बात सुनकर अपना हाथ मेरे कंधे से हटा लिया और मुझे मेरी कमर से ज़ोर से कसकर पकड़ लिया। वो मुझसे अब पूरी तरह से लिपट गई थी और उनके बूब्स मेरी पीठ को छू रहे थे। में उनके बूब्स की गरमी और आकार को बहुत अच्छी तरह से महसूस कर सकता था और उस वजह से [Image: 10.jpg?coupon=10069&c=0]अब मेरे पूरे बदन में जैसे करंट लग गया था और उसकी वजह से मेरा लंड भी अब धीरे धीरे खड़ा हो गया और हम दोनों बस कुछ ही देर बाद अपने घर पर पहुंच गये और अब तक हम दोनों बिल्कुल भीग चुके थे। फिर हम घर के अंदर गये और मैंने लाईट को चालू किया और मैंने जैसे ही मौसी की तरफ देखा तो में उन्हें देखकर बिल्कुल पागल सा हो गया, क्योंकि भीगने की वजह से उनके पीले रंग की ड्रेस में अंदर की तरफ से नीले रंग की ब्रा और पेंटी साफ साफ दिख रही थी और में घूरता हुआ वो सब देखता ही रह गया और मौसी को भी मेरी नजर का पता चल गया कि में उनकी ब्रा, पेंटी को घूर घूरकर देख रहा हूँ और उन्होंने मेरा तनकर खड़ा हुआ लंड भी देख लिया था और वो थोड़ा सा शरमाई और मम्मी के रूम में चली गई।[Image: 1.jpg?coupon=10069&c=0]

[Image: 5.jpg?coupon=10069&c=0][Image: 14.jpg?coupon=10069&c=0]
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply


Messages In This Thread
RE: तुम्हारी रचना मौसी - by neerathemall - 21-02-2019, 11:48 PM
मौसी - by neerathemall - 23-05-2022, 03:36 PM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)