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Incest सगी बहन के साथ अधूरा सेक्स
#5
यह कह कर वो बाथरूम में शोवर लेने चली गयी. मैंने भी कुरता पजामा पहन लिया. मन बहुत भरी हो रहा था. उठ कर पापा के कमरे में गया और एक बड़ा सा पेग वोदका का पी लिया. फिर चुपचाप ड्राइंग रूम में आकर टी वी देखने लगा. मेरा मन अभी भी अशांत था. करीब पन्द्रह मिनट बाद सीमा की आवाज आई “भय्या, यहाँ आओ”

मैं: क्या है? (मैं वोदका पीकर उसके सामने नहीं जाना चाहता था. वैसे वोदका की स्मेल नहीं होती, पर असर तो होता है. कहीं नशे में कुछ कर गया तो?)

सीमा: आपका इनाम यहाँ पर है. आकर ले लो.

मैं: बाद में ले लूँगा (मेरे लिए अब कोई भी इनाम इम्पोर्टेंट नहीं था)

सीमा ने जिद करते हुए बुलाया “भैय्या आओ न, तुम्हे मेरी कसम है”

मैं जबरदस्ती उठा और उसके कमरे में गया. वहाँ सीमा कमरे के दूसरे कोने में खड़ी थी. उसने एक चादर ओढ़ रखी थी.

मैं: क्या है?

सीमा: मैंने आपको इनाम देने के लिए बुलाया है.

मैं: पर मुझे कोई इनाम नहीं चाहिए. मैंने जो कुछ भी किया अपना फ़र्ज़ समझ कर किया.

सीमा (अर्थपूर्ण दृष्टि से मुस्कुराते हुए): तो फ़र्ज़ समझ कर ही इनाम ले लो.

मैं (कुछ ना समझते हुए): ओके जैसा तुम चाहो. कहाँ है मेरा इनाम?

सीमा: ये रहा.

सीमा के इतना कहने के बाद जो हुआ मेरी आँखें फटी की फटी रह गयीं. सीमा ने अपने बदन से चादर हटा दी. उसके नीचे उसने कुछ नहीं पहना हुआ था. वो मादरजात नंगी मेरे सामने खड़ी थी. उसकी चुचियाँ एकदम टाईट थीं और उसके निप्प्ल हलके ब्राउन रंग के थे. सका नंगा मांसल गोरा बदन कसी हुई चूत मेरे सामने थी. उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था. मैं अब तक हलके से नशे में था. मुझे यकीन ही नहीं हो रहा था कि यह सपना है या सच. सीमा ने अपनी दोनों बाहें मेरी और फैला दीं और कहा “भैया आओ और अपना इनाम ले लो. मैं खुद को आपके हवाले करती हूँ. मैंने आप जैसा मर्द नहीं देखा जिसका इतना कण्ट्रोल हो. पर अब कण्ट्रोल मत करना, मैं खुद आपसे बिनती करके प्यार कि भीख मांग रही हूँ.”

मैं यंत्रवत सा उसी और बढ़ा और उसकी बाँहों में समा गया.

“अआआह्ह्ह सीमा आई लव यु.” उसकी चुचियाँ मेरी छाती से दब रही थी. मेरा लंड अंदर से फुंफकार उठा. कहने लगा अब तो अपनी बहन चोद ले अपनी कितना तरसाया है इस लौंडिया ने. अब मेरा जलवा देखना. इसकी चूत न फाड़ी तो मैं भी लंड राज नहीं. मेरा लंड पजामे के अंदर से मेरी प्यारी बहना कि चूत पर टक्करें मार रहा था.

सीमा सिसकारी भर उठी. वो मेर से जोर से चिपक गई. उसकी चुचियाँ मेरे सीने में दब गयीं. मैंने सीमा के रसीले होंठ अपने होठों से सटा लिए और अपनी जीभ अंदर घुसा दी. मैं उसे पागलों की तरह चूमने लगा और दोनों हाथों से उसके चूतड़ दबाने लगा. सीमा ने भी अपनी जीभ मेरे मुहं में घुसेड़ दी. हम लगभग पन्द्रह मिनट तक वहीँ खड़े होकर एक दुसरे को चूमने लगे. बीच बीच में अपनी मस्त बहना की चूची दबा देता और कभी उसकी चूत का दाना मसल देता. मैं उसके सारे शरीर को सहला रहा था. वाह क्या चिकना बदन था मेरी बहन का.

सीमा मदहोश हुए जा रही थी. मैंने उसके हर एक अंग को चूमना शुरू किया. वो तड़प उठी. मैं हाँफते हुए उससे अलग हुआ और एक झटके से अपना पजामा और कुरता निकाल दिया. सीमा ने भी देरी नहीं की. उसने झटके से नीचे बैठ कर मेरा अंडरवीयर उतार दिया. मेरा तन्नाया हुआ लंड मेरी प्यारी बहना के मुहं से जा टकराया. सीमा ने मेरे लंड पर एक प्यारी सी पप्पी ली. हम दोनों भाई बहन इस वक्त पूरे के पूरे नंगे थे. यानि एक भी कपडा नहीं. हम एक दुसरे के अंगों से खिलवाड़ करने लगे. मैंने लंड को पकड़ा और उसके मुहं पर फेरने लगा. उसके होठों पर लिपस्टिक की तरह अपने लंड फिराने लगा. मैंने एक हाथ से उसके चेहरे पर फैली जुल्फों को हटाया और अपना लंड उसके मुहं में डाल दिया. वो मज़े से मेरा लंड चूसने लगी. आह.......... मैं तो जैसे सातवें आसमान में पहुँच गया. मैं उसके बाल सहला रहा था और खुद बी आगे पीछे हो रहा था. सीमा कमाल का लंड चूस रही थी जैसे उसे पहले से प्रक्टिस हो. पर उसने ऐसा पहले कभी नहीं किया था. शायद उसने ब्लू फिल्म देख कर सीखा होगा.

सीमा: भय्या, इसमें से थोड़ा थोड़ा नमकीन लिक्विड निकल रहा है.

मैं: इसे चूस ले मेरी जान. अभी तो थोड़ा सा निकल रहा है. थोड़ी देर मैं फव्वारा छूटेगा. पर तू रुकना नहीं, और मेरा पूरा जूस पी लेना.

सीमा: ठीक है भैय्या.

और थोड़ी देर बाद जैसा कि मैंने कहा था, मेरा पूरा वीर्य पिचकारी के साथ उसके मुहं में भर गया. मैं अपनी सगी बहना के मुहं में झड़ गया. बेचारी सीमा थोड़ा तो निगल पायी, बाकी सारा वीर्य उसके मुहं से बह कर नीचे बूब्स तक फ़ैल गया. मैंने अपने लिसलिसे लंड से अपनी प्यारी बहना का फेशिअल किया और बचा हुआ उसके बूब्स पर मसल दिया. मेरा लंड बड़ी तेजी से सिकुड़ कर छः इंच से मात्र दो इंच का हो गया और सीमा बड़ी हैरानी से इस कौतुक को देखती रही.

सीमा: भैय्या ये तो बहुत छोटा हो गया. ये कमाल कैसे हुआ?

मैं: झड़ने के बाद हर लड़के कैसा ही हो जाता है. थोड़ी देर बाद देखना ये फिर से बड़ा हो जाएगा.

सीमा (बड़े आश्चर्य से): अच्छा?

मैं: हाँ तू देखना अभी.

सीमा: ओके. भय्या मैं अभी मुहं धो कर आती हूँ.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: सगी बहन के साथ अधूरा सेक्स - by neerathemall - 21-02-2019, 10:19 PM



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