21-02-2019, 07:58 PM
(This post was last modified: 11-05-2024, 11:05 AM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
मैं कुछ नहीं बोला, बस थोड़ा हंस दिया। फ़िर मैं बोला- भाभी, मैं कुछ करता थोड़े हूँ...वो तो बस हो जाता है।
तो भाभी बोली- अच्छा चलो, आज मेरे सामने करके दिखाओ।
मै बोला- भाभी आपके सामने मुझे शर्म आती है।
"अच्छा... पूरे दिन मेरे बदन को घूरते रहते हो तब नहीं आती शर्म..?" भाभी बोली।
मैं बोला- पर भाभी... आपके सामने ! आप क्या सोचेंगी...?
भाभी बोली- ..चलो अब करो नहीं तो तुम्हारी यह हरकत माँ जी को बता दूंगी।
मैंने भी डर के मारे कहा- ठीक है करता हूँ।
मैंने अपनी निक्कर उतार दीऔर बनियान भी, अब मैं सिर्फ कच्छे में था।
भाभी उठी और टीवी चालू कर दिया और उसमें एक सीडी लगा दी। जिसमें एक कम उम्र के लड़का-लड़की थे, दोनों एक दूसरे को पहले चूमते है।, फिर धीरे धीरे दोनों चालू हो गए। मेरा लंड खड़ा हो गया, भाभी भी गर्म हो गई और अपनी मैक्सी उतार दी। ब्रा नहीं पहनी थी सिर्फ कच्छी पहनी हुई थी, दोनों चूचियाँ बाहर आ गई और क़यामत मचाने लगी।
भाभी उठ कर मेरे पास आई और कहने लगी- अब कच्छा भी उतार दो और चालू हो जाओ।
मैंने वैसा ही किया, मैं लंड को हिलाने लगा। तभी भाभी उठी और क्रीम लाकर मेरे लंड पर मलने लगी और लंड को हिलाने लगी।
क्रीम को मेरे को देते हुए कहा- लो इसे मेरी चूचियों पर मल दो।
मैं वैसा करने लगा और फिर दबाने लगा। भाभी मेरे लंड को चूसने लगी थी और क्रीम को गांड पर लगाने लगी, कभी गांड में उंगली डाल देती।
इतना मजा आया की बिना बताए पानी छोड़ दिया।
भाभी इसके लिए तैयार थी और सारा पानी पी गई। अब भाभी ने अपनी पैंटी भी उतार दी और लेट गई और कहा- चलो अब इनकी भी मालिश कर दो !
मैंने क्रीम ली और गांड-चूत पर लगाने लगा। बीच बीच में उंगली भी अन्दर डाल देता।
भाभी आँखें बंद करके लेटी हुई थी। मैंने भी मौका देख कर चूची चूसनी चालू कर दी, कभी दाईं तो कभी बाईं। फिर चूत चाटने लगा और चूत और गांड में उंगली भी करने लगा। अब भाभी से रहा नहीं जा रहा था, कहने लगी- अब बस आगे बढ़ो !
मैंने कहा- भाभी, पहले मेरे हथियार को तो मजबूत बना दो !
और भाभी मेरे लंड को चूसने लगी। कुछ ही देर में मेरा लंड 6 इंच का हो गया। मैं ऊपर आ गया और भाभी की चूत पर लंड रखा और धक्का दिया। एक ही धक्के में आधा और दूसरे धक्के में पूरा अंदर चला गया। फिर धक्के पे धक्का... और कहानी ख़त्म !
तो भाभी बोली- अच्छा चलो, आज मेरे सामने करके दिखाओ।
मै बोला- भाभी आपके सामने मुझे शर्म आती है।
"अच्छा... पूरे दिन मेरे बदन को घूरते रहते हो तब नहीं आती शर्म..?" भाभी बोली।
मैं बोला- पर भाभी... आपके सामने ! आप क्या सोचेंगी...?
भाभी बोली- ..चलो अब करो नहीं तो तुम्हारी यह हरकत माँ जी को बता दूंगी।
मैंने भी डर के मारे कहा- ठीक है करता हूँ।
मैंने अपनी निक्कर उतार दीऔर बनियान भी, अब मैं सिर्फ कच्छे में था।
भाभी उठी और टीवी चालू कर दिया और उसमें एक सीडी लगा दी। जिसमें एक कम उम्र के लड़का-लड़की थे, दोनों एक दूसरे को पहले चूमते है।, फिर धीरे धीरे दोनों चालू हो गए। मेरा लंड खड़ा हो गया, भाभी भी गर्म हो गई और अपनी मैक्सी उतार दी। ब्रा नहीं पहनी थी सिर्फ कच्छी पहनी हुई थी, दोनों चूचियाँ बाहर आ गई और क़यामत मचाने लगी।
भाभी उठ कर मेरे पास आई और कहने लगी- अब कच्छा भी उतार दो और चालू हो जाओ।
मैंने वैसा ही किया, मैं लंड को हिलाने लगा। तभी भाभी उठी और क्रीम लाकर मेरे लंड पर मलने लगी और लंड को हिलाने लगी।
क्रीम को मेरे को देते हुए कहा- लो इसे मेरी चूचियों पर मल दो।
मैं वैसा करने लगा और फिर दबाने लगा। भाभी मेरे लंड को चूसने लगी थी और क्रीम को गांड पर लगाने लगी, कभी गांड में उंगली डाल देती।
इतना मजा आया की बिना बताए पानी छोड़ दिया।
भाभी इसके लिए तैयार थी और सारा पानी पी गई। अब भाभी ने अपनी पैंटी भी उतार दी और लेट गई और कहा- चलो अब इनकी भी मालिश कर दो !
मैंने क्रीम ली और गांड-चूत पर लगाने लगा। बीच बीच में उंगली भी अन्दर डाल देता।
भाभी आँखें बंद करके लेटी हुई थी। मैंने भी मौका देख कर चूची चूसनी चालू कर दी, कभी दाईं तो कभी बाईं। फिर चूत चाटने लगा और चूत और गांड में उंगली भी करने लगा। अब भाभी से रहा नहीं जा रहा था, कहने लगी- अब बस आगे बढ़ो !
मैंने कहा- भाभी, पहले मेरे हथियार को तो मजबूत बना दो !
और भाभी मेरे लंड को चूसने लगी। कुछ ही देर में मेरा लंड 6 इंच का हो गया। मैं ऊपर आ गया और भाभी की चूत पर लंड रखा और धक्का दिया। एक ही धक्के में आधा और दूसरे धक्के में पूरा अंदर चला गया। फिर धक्के पे धक्का... और कहानी ख़त्म !
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.