17-05-2020, 10:39 PM
(17-05-2020, 12:45 AM)Bhavana_sonii Wrote: उम्म्म्म वो पहली बार चखा चाशनी का स्वाद ऊफ्फ आज भी उसका स्वाद मुंह मे है। बस पुछो मत कितनी हसीन यादे कैद है नीचे वाली की गहराई मे।
भावना जी,
सही कहा अपने , वो पहली बार चखा चाशनी का स्वाद ऊफ्फ आज भी उसका स्वाद मुंह मे है। " उसका कोई मुकाबला नहीं, अब तो कई बार हो चूका है , स्वाद तो आज भी आता है, पर "वो अल्हड जवानी और वो चाशनी का पानी " कोई तोड़ नहीं .....
एक निवेदन - अपनी पहेली चाशनी के स्वाद कि कहानी अगर समय मिले तो .... हम लोग भी कुछ चटकारे ले सके ... क्यों सहेलिओं क्या ख्याल है ....
इंतज़ार मैं। ........
आपकी निहारिका
सहेलिओं , पाठिकाओं, पनिहारिनों, आओ कुछ अपनी दिल की बातें करें -
लेडीज - गर्ल्स टॉक - निहारिका