21-02-2019, 10:30 AM
नज़ारा देख के मेरा लंड फिर से जाग उठा. मेरी नंगी भाभी ने अपनी दो उंगलियाँ चूत में डाली थी. और दूसरे हाथ से वो अपना दाना रगड़ रही थी.
मैने फिर से लंड हिलना शुरू कर दिया. भाभी अपनी उंगलियों से अपनी ही चूत चोद रही थी और कामुक आवाज़ें निकल रही थी. कुछ देर बाद उनके अंदर से एक आवाज़ आई जो सिर्फ़ एक तृप्त औरत छूटते समय निकलती है. उसके बाद भाभी की चूत से फवररा सा निकला. मुझे लगा वो मूत रही थी.
खैर, उसके बाद भाभी लाइट बंद करके सो गयी और मैं भी अपने कमरे में आ के सो गया.
मैने फिर से लंड हिलना शुरू कर दिया. भाभी अपनी उंगलियों से अपनी ही चूत चोद रही थी और कामुक आवाज़ें निकल रही थी. कुछ देर बाद उनके अंदर से एक आवाज़ आई जो सिर्फ़ एक तृप्त औरत छूटते समय निकलती है. उसके बाद भाभी की चूत से फवररा सा निकला. मुझे लगा वो मूत रही थी.
खैर, उसके बाद भाभी लाइट बंद करके सो गयी और मैं भी अपने कमरे में आ के सो गया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.