13-05-2020, 07:07 PM
(13-05-2020, 05:40 PM)Poonam_triwedi Wrote: सभी सहेलियों को मेरा प्यार भरा प्रणाम
उम्मीद करती हूं सब मीठी सजा के मजे उठा रही होंगी
बस थोड़ी बहुत व्यस्तता थी समय से हाजिर नहीं हो पाई
इस लिए माफी सभी से
निहारिका जी क्या मस्त लिख रही हो
लाजवाब
आप का हर एक अपडेट मेरे दिल को छू के जाता है
कमाल का लेखन है
रात को थोड़ी सेवा ज्यादा हो गयी तो दर्द हो रहा है पीछे खरबूजों के बीच में ऊफ़्फ़ लाज भी बहुत आती है पर बताने से रह भी तो नहीं पाती आपबीती
कुसुम बड़े मजे ले रही हो
बराबर चिकनाई चुपड़ते रहना खास कर
उस सिक्के पर समझ गयी होंगी ना
कोमल जी तो रतजगे कर रही है रोज ही
ओर उम्मीद है विद्या भी खूब मजे ले रही होंगी
करो,सभी खूब मजे,,निहारिका जी इंतज़ार रहेगा अगले कामुख अपडेट का
पूनम जी,
आपके आने से ही चांदनी बिखर जाती है,
"निहारिका जी क्या मस्त लिख रही हो
लाजवाब
आप का हर एक अपडेट मेरे दिल को छू के जाता है "
कमाल का लेखन है
जी शुक्रिया , यह तो आपका प्यार है, दिल से जुडाव हैं बाद , देते रहिये अपने प्यार कि फुहार .
"रात को थोड़ी सेवा ज्यादा हो गयी तो दर्द हो रहा है पीछे खरबूजों के बीच में ऊफ़्फ़ लाज भी बहुत आती है पर बताने से रह भी तो नहीं पाती आपबीती "
जी सही कही आपने , उस समय तो दोनों छेद मैं कोई भेद नहीं , हमें भी मजा आता है दर्द के साथ पर उनकी खातिर सब हवा , बाद मैं टीस उठती हैं "पीछे". फिर रात कि बात याद आ जाती हैं, क्या - क्या हुआ था मेरे साथ.
" बेदर्दी - साजन "
"कुसुम बड़े मजे ले रही हो
बराबर चिकनाई चुपड़ते रहना खास कर
उस सिक्के पर समझ गयी होंगी ना "
पूनम जी, कौन सा सिक्का , जरा हमे भी तो बताओ , सच्ची कुसुम जी तो मस्त मजे ले रही हैं, "नीले - मजे" .
कोमल जी और उम्मीद है विद्या जी भी खूब मजे ले रही होंगी, कुछ समय बीत गया दोनों के दर्शन नहीं प्राप्त हुए , आशा है कि जल्दी मिल जायेंगे.
देती हूँ उप्दतेस , समय निकल के , अभी सोये हैं वो तो समय मिल गया आप लोगो से बात करने का , जब तक खाने कि तयारी कर लेती हूँ.
फिर .....................
न, न, "वो" नहीं ,...... उप्दतेस कि कोशिश ही ही ही
इंतज़ार मैं। ........
आपकी निहारिका
सहेलिओं , पाठिकाओं, पनिहारिनों, आओ कुछ अपनी दिल की बातें करें -
लेडीज - गर्ल्स टॉक - निहारिका