13-05-2020, 05:02 PM
(This post was last modified: 21-05-2020, 09:49 PM by Milflover69. Edited 4 times in total. Edited 4 times in total.)
दीपा की मुलाकात हर्ष से कुछ 8 महीने पहले एक शादी में हुई थी। हर्ष से मिलने से पहले दीपा ने लगभग 9 साल पहले अपने खेतो में काम करने वाले एक 17 साल के राजू से सेक्स किया था। राजू से दीपा को कोई डेढ़ साल तक चोदा। 17 साल का राजू तब 34 साल की दीपा को सेक्स के मजे दे रहा था लेकिन दीपा को वो चुदाई नहीं मिल पा रही थी जिसका आदि दीपा को उसके पति ने बनाया था। राजू सिर्फ अपनी हवस शांत करने तक सोच रहा था।लेकिन दीपा उससे पूरी तरह संतुस्ट नहीं हो पा रही थी।और इन डेढ़ सालो ने दीपा को वासना की भूखी शेरनी बना दिया था जो एक ऐसे लंड की ख्वाब देख रही थी जो उसकी चुत के अंदर घुस कर दीपा को उसका गुलाम बना दे। जिस तरह एक शेर अपनी शेरनी को दिन में कम से कम 10 बार चोदता है। दीपा भी किसी ऐसे ही लंड की तलाश में थी।लेकिन वो शेर दीपा की ज़िन्दगी में 9 साल बाद आया,हर्ष के रूप में।
दीपा से पहली बार मिलने क बाद हर्ष को लगा की शायद दीपा ही वो औरत है जो उसके सपने को पूरा कर सकती है। दिखने में कम आकर्षित दीपा को बहुत ही कम लोग हवस भरी नज़रो से देखते थे। लेकिन शायद हर्ष को अंदाजा था की दीपा " राखी सावंत के भेष में अपने अंदर पूनम पांडेय छुपा कर बैठी है"। उस पहेली मुलाकात के बाद हर्ष दीपा से बात करने का आईडिया ढूंढ़ने लगा। लेकिन उसे समझ नहीं आया की वो दीपा से किस माध्यम से बात करे। एक दिन ऑफिस में कुछ काम ना होने के कारण हर्ष ने फेसबुक में दीपा सर्च किया तो वहाँ उसको दीपा की प्रोफाइल मिल गयी। उसने बिना वक़्त गवाए दीपा की फोटोज देखने लग गया। जहाँ उसने पाया की दीपा की बहुत सी फोटो थी और वो एक एक करके देखने लगा। जैसे जैसे हर्ष उसकी फोटोज देखने लगा वैसे वैसे ही उसने मन बना लिया था की वो पक्का दीपा को पटाने की कोशिस करेगा। दीपा ने जिन जिन फोटोज में साड़ी पहनी थी उन साड़ी के साथ दीपा ने डीप नैक वाला ब्लाउज पहना था जिसमे से उसकी भरी हुई चूचिया काफी नज़र आ रही थी। हर्ष को अंदाज़ा हो गया था की यही वो औरत है जिसकी वो टाँगे फैला कर अपनी हवस शांत कर सकता है। उसने सोच लिया था की दीपा ही वही औरत होगी जो उसको ये बता देगी की क्या उसके लंड में इतनी ताकत है की वो एक ऐसे चुत जिसने शादी क 2 साल के अंदर हे 2 बच्चे निकल दिए थे ,को शांत कर पायेगा। हर्ष का अनुभव उसे ये बता रहा था की दीपा काफी खुल कर उसके साथ सेक्स कर सकती है। हर्ष के अनुसार जो लड़किया/औरते ज्यादा खूबसूरत होती है वो हमेशा अपने जिस्म का फायदा उठा कर लड़को के साथ मनमानी करती है। ऐसे लड़कियों को लगता है की उसने ख़ूबसूरती की वजह से मर्द लोग उन्हें खोना नहीं चाहेंगे और वो जैसे बोलेगी वो वैसा ही करेंगे। लेकिन जो लड़किया या औरते कम आकर्षित होती है वो अपनी चुत को अपना हतियार बना लेती है। वो बिस्तर पर जैसा उसका साथी बोले उसी प्रकार चुदने को तैयार रहती है और हमेशा अपने चुत का दरवाजा उनके लिए खोले रखती है। और हर्ष के लिए दीपा की चुत ऐसे ही चुत थी जो एक बार उसके लंड पर आकर बैठ गयी तो उस चुत के दरवाजे उसके लिए हमेशा के लिए खुले रहेंगे और वो जब चाहे जहाँ चाहे जिधर चाहे दीपा की टाँगे अपने खंधो पर रख कर उसकी चुत के मजे ले सकता है।
शाम होने तक दीपा ने हर्ष को फेसबुक पर अपना दोस्त बना लिए था और हर्ष उसकी चुत के और पास आ चूका था। धीरे धीरे हर्ष ने दीपा से बातें करना शुरू किया लेकिन दीपा ने ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई। इस वजह से हर्ष थोड़ा गुस्से में आने लग गया था।उसको लगा की दीपा को किस बात का गुरुर है जो वो उसपर दिलचस्पी नहीं दिखा रही। हर्ष का जब भी हौसला टूटने वाला होता तो वो दीपा की साड़ी वाली फोटोज देख कर फिरसे अपना मन बना लेता की एक ना एक दिन इन् दो चूचियों के बीच उसका लंड होगा और दीपा की चुत उसकी गुलाम। वो हार नहीं मानता और फिरसे कोशिस करता दीपा से बात करने की। उसकी ये मेहनत रंग लाती और अब दीपा भी उससे बातें करना शुरू कर देती है। दोनों ज्यादातर दिन में जब हर्ष फ्री होता या फिर देर रात तक बातें करने लगे थे।
दीपा से पहली बार मिलने क बाद हर्ष को लगा की शायद दीपा ही वो औरत है जो उसके सपने को पूरा कर सकती है। दिखने में कम आकर्षित दीपा को बहुत ही कम लोग हवस भरी नज़रो से देखते थे। लेकिन शायद हर्ष को अंदाजा था की दीपा " राखी सावंत के भेष में अपने अंदर पूनम पांडेय छुपा कर बैठी है"। उस पहेली मुलाकात के बाद हर्ष दीपा से बात करने का आईडिया ढूंढ़ने लगा। लेकिन उसे समझ नहीं आया की वो दीपा से किस माध्यम से बात करे। एक दिन ऑफिस में कुछ काम ना होने के कारण हर्ष ने फेसबुक में दीपा सर्च किया तो वहाँ उसको दीपा की प्रोफाइल मिल गयी। उसने बिना वक़्त गवाए दीपा की फोटोज देखने लग गया। जहाँ उसने पाया की दीपा की बहुत सी फोटो थी और वो एक एक करके देखने लगा। जैसे जैसे हर्ष उसकी फोटोज देखने लगा वैसे वैसे ही उसने मन बना लिया था की वो पक्का दीपा को पटाने की कोशिस करेगा। दीपा ने जिन जिन फोटोज में साड़ी पहनी थी उन साड़ी के साथ दीपा ने डीप नैक वाला ब्लाउज पहना था जिसमे से उसकी भरी हुई चूचिया काफी नज़र आ रही थी। हर्ष को अंदाज़ा हो गया था की यही वो औरत है जिसकी वो टाँगे फैला कर अपनी हवस शांत कर सकता है। उसने सोच लिया था की दीपा ही वही औरत होगी जो उसको ये बता देगी की क्या उसके लंड में इतनी ताकत है की वो एक ऐसे चुत जिसने शादी क 2 साल के अंदर हे 2 बच्चे निकल दिए थे ,को शांत कर पायेगा। हर्ष का अनुभव उसे ये बता रहा था की दीपा काफी खुल कर उसके साथ सेक्स कर सकती है। हर्ष के अनुसार जो लड़किया/औरते ज्यादा खूबसूरत होती है वो हमेशा अपने जिस्म का फायदा उठा कर लड़को के साथ मनमानी करती है। ऐसे लड़कियों को लगता है की उसने ख़ूबसूरती की वजह से मर्द लोग उन्हें खोना नहीं चाहेंगे और वो जैसे बोलेगी वो वैसा ही करेंगे। लेकिन जो लड़किया या औरते कम आकर्षित होती है वो अपनी चुत को अपना हतियार बना लेती है। वो बिस्तर पर जैसा उसका साथी बोले उसी प्रकार चुदने को तैयार रहती है और हमेशा अपने चुत का दरवाजा उनके लिए खोले रखती है। और हर्ष के लिए दीपा की चुत ऐसे ही चुत थी जो एक बार उसके लंड पर आकर बैठ गयी तो उस चुत के दरवाजे उसके लिए हमेशा के लिए खुले रहेंगे और वो जब चाहे जहाँ चाहे जिधर चाहे दीपा की टाँगे अपने खंधो पर रख कर उसकी चुत के मजे ले सकता है।
शाम होने तक दीपा ने हर्ष को फेसबुक पर अपना दोस्त बना लिए था और हर्ष उसकी चुत के और पास आ चूका था। धीरे धीरे हर्ष ने दीपा से बातें करना शुरू किया लेकिन दीपा ने ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई। इस वजह से हर्ष थोड़ा गुस्से में आने लग गया था।उसको लगा की दीपा को किस बात का गुरुर है जो वो उसपर दिलचस्पी नहीं दिखा रही। हर्ष का जब भी हौसला टूटने वाला होता तो वो दीपा की साड़ी वाली फोटोज देख कर फिरसे अपना मन बना लेता की एक ना एक दिन इन् दो चूचियों के बीच उसका लंड होगा और दीपा की चुत उसकी गुलाम। वो हार नहीं मानता और फिरसे कोशिस करता दीपा से बात करने की। उसकी ये मेहनत रंग लाती और अब दीपा भी उससे बातें करना शुरू कर देती है। दोनों ज्यादातर दिन में जब हर्ष फ्री होता या फिर देर रात तक बातें करने लगे थे।