21-02-2019, 03:06 AM
पति ने नहीं भाई ने मुझे शरीर का सुख दिया और मुझे माँ बनाया
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
पुरानी हिन्दी की मशहूर कहनियाँ
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