11-05-2020, 04:43 PM
(This post was last modified: 11-05-2020, 06:01 PM by Milflover69. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
अब आते है इस कहानी की मुख्य किरदार पर।
इनका नाम है दीपा। अभी उम्र है इनकी 45। शादी के कुछ साल के बाद ही इनके पति का देहांत हो गया था। भरी जवानी मे लन्ड का साथ और स्वाद दोनो ही छूट गया था। 2 बच्चे है जिनको पालपोस कर बड़ा कर रही है और
काफी अच्छी परवरिश दे रही है। दिखने की ठीक ठाक है। कसा हुआ बदन है।फिगर अच्छा है। ये कहा जाए कि जिस्म के सही जगह मे सही मात्रा मे मास है।
बड़ी बड़ी चुचिया है जो 45 कि उम्र मे भी कुतुब मीनार की तरह खड़ी है और गांड भी काफी मस्त और टाइट है। शादी के बाद कुछ साल तक तो ताबड़तोड़ चुदाई
के मजे लिए दीपा ने अपने पति के साथ। ये कहा जाए कि वो अपनी ज़िंदगी मजे से काट रही थी अपने पति और परिवार के साथ। लगभग हर रोज चुदाई होती थी और इसका नतीजा ये निकला की 2 साल मे 2 बच्चे भी हो गए।
लेकिन ज़िन्दगी मे सुख के बाद दुख आता है और यही दीपा के साथ हुआ और शादी के 4 5 साल के अंदर ही पति की मृत्यु हो गयी।
वो औरत जो हर रात चुदती थी आप सोच ही सकते हो कि उसके लिए आगे आने वाला वक़्त कितना मुश्किल भरा रहा होगा।
ना जाने कितने ही साल उसने बिना लन्ड के गुजारे। पति के जाने के बाद 4 साल तक लन्ड के लिए तरस गयी थी दीपा। इन 4 सालो मे दीपा की तन्हा रातो मे सिर्फ उसकी उंगलियां ही उसका साथ देती थी और उसकी काम वासना को शांत करती थी।
4 साल बाद दीपा की ज़िंदगी मे एक इंसान आया जो उसके जीजा थे। उसके जीजा ने दीपा की चूत को फिरसे लन्ड का स्वाद चखाया और दीपा के जिस्म को मर्दाना स्पर्श का सुख प्राप्त होने लगा।
अपने जीजा के साथ दीपा की रंगरेलियां 4 5 साल तक चली। दीपा के परिवार मे उसके बच्चो के अलावा सिर्फ एक सास थी। तो वो आसानी से सेक्स का मजा ले लिया करती थी। इन 4 5 साल मे दीपा की खूब चुदाई हुई। खेत मे,घर के पीछे, बाथरूम, छत पर,रसोई मे जहां मौका मिलता दीपा अपने जीजू के लिये अपनी टांगे फैला देती थी। चूँकि दीपा के जीजू उसके घर के पास ही रहते थे जो दिन मैं जब बच्चे कॉलेज होते तो दीपा सास को खाना खिलाने के बाद दिन मे चुदाई के मजे लिया करती थी। दीपा की सास को शक होने लग गया था लेकिन भरी जवानी मे विधवा होने का दुख उसकी सास समझती थी इसलिये उसने कभी दीपा को टोका नही। फिर एक दिन दीपा की दीदी को शक होने लग गया कि उसके पति अपना लन्ड दोनो बहेनो की चूत मे कबड्डी खेल रहा है।जब ये बात दीपा को महसूस होने लग गई तो उसने अपने जीजू के साथ अपने संबंद खत्म कर लिए। पूरी तरह से तो नही किये लेकिन दीपा को अब 3 4 महीने मे 1 2 बार भी चुदाई का मौका मिलता था। अब फिरसे दीपा साथ उसकी उंगलिया ही थी जो उसकी चूत मे घुस कर दीपा का पानी निकाल रही थी
इनका नाम है दीपा। अभी उम्र है इनकी 45। शादी के कुछ साल के बाद ही इनके पति का देहांत हो गया था। भरी जवानी मे लन्ड का साथ और स्वाद दोनो ही छूट गया था। 2 बच्चे है जिनको पालपोस कर बड़ा कर रही है और
काफी अच्छी परवरिश दे रही है। दिखने की ठीक ठाक है। कसा हुआ बदन है।फिगर अच्छा है। ये कहा जाए कि जिस्म के सही जगह मे सही मात्रा मे मास है।
बड़ी बड़ी चुचिया है जो 45 कि उम्र मे भी कुतुब मीनार की तरह खड़ी है और गांड भी काफी मस्त और टाइट है। शादी के बाद कुछ साल तक तो ताबड़तोड़ चुदाई
के मजे लिए दीपा ने अपने पति के साथ। ये कहा जाए कि वो अपनी ज़िंदगी मजे से काट रही थी अपने पति और परिवार के साथ। लगभग हर रोज चुदाई होती थी और इसका नतीजा ये निकला की 2 साल मे 2 बच्चे भी हो गए।
लेकिन ज़िन्दगी मे सुख के बाद दुख आता है और यही दीपा के साथ हुआ और शादी के 4 5 साल के अंदर ही पति की मृत्यु हो गयी।
वो औरत जो हर रात चुदती थी आप सोच ही सकते हो कि उसके लिए आगे आने वाला वक़्त कितना मुश्किल भरा रहा होगा।
ना जाने कितने ही साल उसने बिना लन्ड के गुजारे। पति के जाने के बाद 4 साल तक लन्ड के लिए तरस गयी थी दीपा। इन 4 सालो मे दीपा की तन्हा रातो मे सिर्फ उसकी उंगलियां ही उसका साथ देती थी और उसकी काम वासना को शांत करती थी।
4 साल बाद दीपा की ज़िंदगी मे एक इंसान आया जो उसके जीजा थे। उसके जीजा ने दीपा की चूत को फिरसे लन्ड का स्वाद चखाया और दीपा के जिस्म को मर्दाना स्पर्श का सुख प्राप्त होने लगा।
अपने जीजा के साथ दीपा की रंगरेलियां 4 5 साल तक चली। दीपा के परिवार मे उसके बच्चो के अलावा सिर्फ एक सास थी। तो वो आसानी से सेक्स का मजा ले लिया करती थी। इन 4 5 साल मे दीपा की खूब चुदाई हुई। खेत मे,घर के पीछे, बाथरूम, छत पर,रसोई मे जहां मौका मिलता दीपा अपने जीजू के लिये अपनी टांगे फैला देती थी। चूँकि दीपा के जीजू उसके घर के पास ही रहते थे जो दिन मैं जब बच्चे कॉलेज होते तो दीपा सास को खाना खिलाने के बाद दिन मे चुदाई के मजे लिया करती थी। दीपा की सास को शक होने लग गया था लेकिन भरी जवानी मे विधवा होने का दुख उसकी सास समझती थी इसलिये उसने कभी दीपा को टोका नही। फिर एक दिन दीपा की दीदी को शक होने लग गया कि उसके पति अपना लन्ड दोनो बहेनो की चूत मे कबड्डी खेल रहा है।जब ये बात दीपा को महसूस होने लग गई तो उसने अपने जीजू के साथ अपने संबंद खत्म कर लिए। पूरी तरह से तो नही किये लेकिन दीपा को अब 3 4 महीने मे 1 2 बार भी चुदाई का मौका मिलता था। अब फिरसे दीपा साथ उसकी उंगलिया ही थी जो उसकी चूत मे घुस कर दीपा का पानी निकाल रही थी