21-02-2019, 12:58 AM
अब मुझे भी मेरे लंड में थोड़ा दर्द हुआ, फिर क्या था? जैसे ही सुनीता की चूत में मेरा पूरा लंड घुसा तो अब में धक्के पे धक्के मारे जा रहा था और सुनीता दर्द से कराह रही थी। अब मुझे उसकी कराहने की आवाज सुनकर और जोश आ रहा था और में और तेज़ी से उसे चोदने लगा था। अब में उसे गपागप चोदे जा रहा था और सुनीता अहहाआह अहहह आहे भरती जा रही थी। फिर करीब 20 मिनट तक लगातार धक्के मारने के बाद में सुनीता की चूत में ही झड़ गया और उसके ऊपर ही लेट गया। अब वो भी दो बार झड़ चुकी थी, अब उसने मुझे कसकर अपने सीने से लगा लिया था। फिर कुछ देर तक सुनीता की चूत में लंड डाले ही हम दोनों चिपकर सोए रहे। फिर हम दोनों ने उठकर अपने-अपने कपड़े पहन लिए और फिर में अपने घर आ गया।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
