21-02-2019, 12:55 AM
अब वो ये सुनकर और ज़ोर-ज़ोर से हँसने लगी थी। फिर वो अपनी हंसी रोककर बोली कि लाओ में तुम्हारी अंडरवेयर धोकर सूखा देती हूँ, थोड़ी देर में सूख जाएगी और में तुम्हें सीखा भी दूँगी कि चुदाई कैसे करते है? तो मैंने कहा कि ठीक है। लेकिन मुझे टावल दो मुझे शर्म आती है में तुम्हारे सामने अपनी अंडरवेयर कैसे निकालूं? फिर उसने कहा कि ठीक है मेरे भोले राजा और मुझे टावल दिया। फिर मैंने अपने सारे कपड़े उतार दिए और उसे धोने के लिए अपनी अंडरवेयर दे दी। फिर उसने मेरी अंडरवेयर धोकर सूखा दी और मेरे पास बिस्तर पर आ गई। फिर मैंने पूछा कि तुम भी तो अपने कपड़े उतारो। तो उसने कहा कि सच में तुम मेरे भोले राजा हो, तुम्हें चुदाई के बारे में कुछ भी पता नहीं है। फिर वो बोली कि तुम पहली बार कर रहे हो ना इसलिए जल्दी से तुम्हारा पानी निकल गया, अब में कहती हूँ वैसा करो, तो मैंने कहा कि ठीक है।
फिर सुनीता ने कहा कि तुम्हें मुझे पूरी नंगी करना है, लेकिन एक-एक कपड़े और आराम-आराम से उतारकर समझे। अब में समझ गया था, क्योंकि मैंने ब्लू फ़िल्मो में देखा था। फिर सुनीता ने कहा कि पहले साड़ी से शुरू करो, तो मैंने कहा कि ठीक है। फिर मैंने धीरे-धीरे करके सुनीता की साड़ी निकालकर फेंक दी। अब वो ब्लाउज और पेटीकोट में थी, अब में उसके बूब्स देखकर उसके ब्लाउज के ऊपर से ही दबाने लगा था। अब वो अपनी गर्दन ऊपर करके लंबी-लंबी साँसे लेने लगी थी। फिर मैंने उसका ब्लाउज भी खोल दिया, अब ब्लाउज खोलते ही उसके गोरे-गोरे बूब्स बाहर आ गये। अब में आपको बता दूँ कि गावं में लेडीस ब्रा और पेंटी नहीं पहनती थी। अब में पहले सुनीता के एक बूब्स को अपने मुँह में लेकर पीने लगा था और दूसरे बूब्स को अपने एक हाथ से टाईट दबाने लगा था। अब वो मदहोश होती जा रही थी और मेरी पीठ पर अपना हाथ फैरती जा रही थी।
फिर सुनीता ने कहा कि तुम्हें मुझे पूरी नंगी करना है, लेकिन एक-एक कपड़े और आराम-आराम से उतारकर समझे। अब में समझ गया था, क्योंकि मैंने ब्लू फ़िल्मो में देखा था। फिर सुनीता ने कहा कि पहले साड़ी से शुरू करो, तो मैंने कहा कि ठीक है। फिर मैंने धीरे-धीरे करके सुनीता की साड़ी निकालकर फेंक दी। अब वो ब्लाउज और पेटीकोट में थी, अब में उसके बूब्स देखकर उसके ब्लाउज के ऊपर से ही दबाने लगा था। अब वो अपनी गर्दन ऊपर करके लंबी-लंबी साँसे लेने लगी थी। फिर मैंने उसका ब्लाउज भी खोल दिया, अब ब्लाउज खोलते ही उसके गोरे-गोरे बूब्स बाहर आ गये। अब में आपको बता दूँ कि गावं में लेडीस ब्रा और पेंटी नहीं पहनती थी। अब में पहले सुनीता के एक बूब्स को अपने मुँह में लेकर पीने लगा था और दूसरे बूब्स को अपने एक हाथ से टाईट दबाने लगा था। अब वो मदहोश होती जा रही थी और मेरी पीठ पर अपना हाथ फैरती जा रही थी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.