20-02-2019, 11:28 PM
अब मेरे मुँह से चीख निकल रही थी और अब में ज़ोर-ज़ोर से अपनी कमर को हिलाते हुए पागलों की तरह चिल्लाने लगी थी और अपनी कमर को ज़ोर-ज़ोर से हिलाती रही, हिलाती रही और हिलाती ही रही और फिर एक ज़ोरदार झटके के साथ में चिल्ला पड़ी और फिर एकदम से रुक गई। फिर कुछ देर के बाद में एकदम निढाल होकर उसके ऊपर धड़ाम से गिर गई और अब मेरी साँसे बहुत तेज गति से चल रही थी। अब उसके लंड की हालत तो खराब हो चुकी थी, उसने प्यार से मेरे सर पर अपना हाथ फैरा और मुझे चूमा, में उस समय बिल्कुल लाश की तरह उसके ऊपर करीब पांच मिनट तक वैसे ही पड़ी रही। फिर थोड़ी देर के बाद में सामान्य हुई तब अपने हाथों के सहारे थोड़ा ऊपर उठी, में बहुत खुश थी और मुस्कुरा रही थी। अब मैंने उसको प्यार से चूमा, लेकिन उसकी आग अभी शांत होना बाकी थी और मैंने देखा कि उसका लंड खंबे की तरह मेरी चूत के अंदर अभी भी आग को उगल रहा था। तभी में एकदम से खड़ी हो गई, मेरी चूत का बहुत सारा पानी उसके लंड के चारों तरफ फैल गया था। अब वो मेरे दोनों पैरों के बीच में पड़ा था, में बिस्तर से नीचे आ गई और बाथरूम में चली गई और वो वैसे ही पलंग पर पड़ा रहा।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.


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