20-02-2019, 11:26 PM
फिर में उसके लंड के ऊपर झुक गई और मैंने तुरंत ही उसका पूरा लंड अपने मुँह में ले लिया, करीब दस मिनट तक उसके लंड को चूसने के बाद में उसके ऊपर लेट गई और उसको पागलों की तरह चूमने लगी। अब उसने मुझे अपनी बाहों में भरकर पल्टी मारी और अब वो मेरे ऊपर आ गया, उसके बाद मुझे चूमते हुए उसने मेरे कपड़े निकालना शुरू किया। अब में कुछ ही देर में उसके सामने बिल्कुल नंगी लेटी हुई थी, उसने नीचे से ऊपर तक मुझे चूमा और मैंने भी पूरे जोश के साथ उसका साथ दिया। दोस्तों हम दोनों उस समय इतने उत्तेजित हो चुके थे कि पूरे बिस्तर पर एक दूसरे से नाग-नागिन की तरह लिपट रहे थे और यहाँ वहाँ पल्टी मार रहे थे, कभी में उसके ऊपर, तो कभी वो मेरे ऊपर आ जाता। अब हम दोनों भूखे शेर की तरह एक दूसरे को खा जाने के लिए बेताब थे, उसी समय मैंने उसको कहा कि बस तुम मुझे और मत तरसाओ, प्लीज अब डाल भी दो इसको अंदर और यह कहते हुए मैंने बड़ी ही बेरहमी से उसका लंड पकड़कर अपनी चूत में बहुत ज़ोर से रगड़ दिया। फिर वो उस दर्द की वजह से कराह उठा, उसके लंड के साथ-साथ उसके आंड भी उस समय मेरी मुठ्ठी में आ चुके थे। फिर उसने मेरे हाथ से अपना लंड छुड़ाया और मेरे दोनों पैर अपने दोनों हाथों से पकड़कर मेरे सर की तरफ मोड़ दिए, जिसकी वजह से नीचे से मेरी गांड ऊपर उठ चुकी थी
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
