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पुरानी हिन्दी की मशहूर कहनियाँ
फिर मैंने धीरे से अपने बेटे का सूरज की तरफ वाला हाथ अपने हाथ से पकड़ा और थोड़ा ऊपर उठाकर सूरज के मुँह पर पटक दिया और झट से दोबारा लेट गई, जैसे में बेसुध सो रही हूँ। अब उसके मुँह पर मेरे बेटे का हाथ गिरते ही सूरज हड़बड़ाकर उठ गया और फिर उसको मेरे बेटे का हाथ दिखा, वो झट से समझ गया कि नींद में उसका हाथ टकरा गया होगा। अब वो दोबारा से सोने ही वाला था कि उसकी नजर मेरे ऊपर पड़ी और में अपनी दबी आँख से सब कुछ देख रही थी और कमरे में उस कम रोशनी की वजह से उसको मेरी थोड़ी खुली आंखे नहीं दिख रही थी। फिर में कुछ देर ऐसे ही पड़ी रही, सूरज मेरी नंगी जांघो को अपनी चकित नजरों से देखता जा रहा था और कुछ देर तक देखने के बाद सूरज अपनी जगह पर ही लेट गया और वो लगातार मुझे ही देखता रहा। अब मैंने मन ही मन में सोचा कि एक जवान मर्द होने की वजह से उसको मेरी नंगी जांघे देखना तो बड़ा अच्छा लग रहा है, लेकिन भाई होने की वजह से वो मेरे साथ कुछ भी करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। फिर मैंने सोचा कि कहीं यह मौका भी मेरे हाथ से ना चला जाए? और मैंने उसके मन में हवस को बढ़ाने के लिए एक और हमला करने की बात अपने सोची।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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Pahli bar bahan k sath picnic - by neerathemall - 14-02-2019, 03:18 AM
RE: पुरानी हिन्दी की मशहूर कहनियाँ - by neerathemall - 20-02-2019, 11:23 PM
RE: Soni Didi Ke Sath Suhagraat - by neerathemall - 26-04-2019, 12:23 AM
didi in waterfall - by neerathemall - 04-06-2019, 01:34 PM
Meri Didi Ki Garam Jawani - by neerathemall - 29-01-2020, 11:22 AM



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