08-05-2020, 04:00 PM
कुछ दिनों तक नार्मल चलता रहा फिर करीब १ हफ्ते बाद मैंने सोचा की माँ की चुत की प्यास कैसे मिटाया जाये मुझे लगा की अगर मैं माँ की चुदाई कर नहीं सकता क्युकी वो मेरी माँ है लेकिन प्यास तो बुझानी है और उसके लिए एक लण्ड की ज़रूरत होगी वो भी माँ के मर्ज़ी से और फिर मेरे दिमाग में एक ख्याल आया पापा और माँ के एक कॉमन फ्रेंड थे जिनका नाम शाहिद था पापा ने मुझे बताया था की बेटा कोई ज़रूरत हो तो शाहिद अंकल को बता देना फिर मुझे लगा की ये सही रहेगा और माँ भी शायद कम्पफर्ट रहेगी शाहिद अंकल के साथ
फिर मैंने शाहिद अंकल को फ़ोन किया ।।।।।।
शाहिद :- हा राहुल बेटे बोलो क्या हाल है
मैं :- अच्छा हु अंकल आप से एक काम था
शाहिद:- हा हा बोलो
मैं:- अंकल आप मेरे घर आ सकते है क्या
शाहिद :- हा बेटा क्यों नहीं लेकिन अचानक सब थी तो है न
मैं:- हा हा सब ठीक है वो मेरा कॉलेज का कुछ प्रोजेक्ट था तो मुझे समझ नहीं आरहा था की क्या करना है तो
शाहिद : ओके बेटा शाम को आऊंगा
मैं:- आपको एक रात रुकना भी पड़ेगा
शाहिद :- अरे नहीं बेटा मुझे और भी काम है रुक नहीं पाउँगा
मैं:- नहीं अंकल आपको रुकना पड़ेगा नहीं तो मैं नाराज़ हो जाऊंगा ह्ह्ह्हहम्म्मम्म
शाहिद :- ओके बेटा अच्छा ठीक है रुकूंगा लेकिन अर्ली मॉर्निंग निकलना पड़ेगा ह्ह्हम्म्म
मैं :- हा हा ओके डन ह्ह्हम्म्म लेकिन एक और बात
शाहिद:- अब क्या
मैं:- माँ को मत बताइयेगा की मैंने आपको फ़ोन करके बुलाया क्युकी वो मुझे डाटेंगी की शाहिद अंकल को क्यों परेशान किया ह्ह्ह्हम्म्म
शाहिद :- अच्छा ओके बेटा ह्ह्ह्हहम्म्म्म बाय
मैं:- बाय अंकल लव यू
अब शाम को ८ बजे डोरबेल बजी और माँ ने डोर खोला तो सामने शाहिद
माँ:- ओह्ह्ह्हह शाहिद आप आइये कैसे है
शाहिद:- बस ठीक हु भाभी जी आप लोग की हाल चाल पूछने चला आया
माँ:- ऊह्ह्ह्ह क्यों तकलीफ किये आप हमलोग तो बिलकुल ठीक है
शाहिद :- अरे राहुल कहा है दिखाई नहीं दे रहा है
तब तक मैं आगया
मैं:- अरे शाहिद अंकल आप इस टाइम आपने तो सर प्राइज दे दिया हम लोग को
शाहिद :- ह्ह्हम्मम्मम्मम यहाँ से गुज़र रहा था तो सोच मिलता चलु
मैं:- वाओ बहोत अच्छा किये अंकल अब आज हमलोग के साथ रुकना पड़ेगा
माँ:- हा हा बेटा अब इतनी रात को अंकल आये है तो रुकेंगे ही और कोई बहाना भी नहीं चलेगा सुबह ही जाइएगा बस
शाहिद :- उउउउउउफफ्फ्फ ओके भाभी जी मेरे प्यारे बच्चे ह्ह्हह्ह्ह्हम्मम्मम
फिर मैंने शाहिद अंकल को फ़ोन किया ।।।।।।
शाहिद :- हा राहुल बेटे बोलो क्या हाल है
मैं :- अच्छा हु अंकल आप से एक काम था
शाहिद:- हा हा बोलो
मैं:- अंकल आप मेरे घर आ सकते है क्या
शाहिद :- हा बेटा क्यों नहीं लेकिन अचानक सब थी तो है न
मैं:- हा हा सब ठीक है वो मेरा कॉलेज का कुछ प्रोजेक्ट था तो मुझे समझ नहीं आरहा था की क्या करना है तो
शाहिद : ओके बेटा शाम को आऊंगा
मैं:- आपको एक रात रुकना भी पड़ेगा
शाहिद :- अरे नहीं बेटा मुझे और भी काम है रुक नहीं पाउँगा
मैं:- नहीं अंकल आपको रुकना पड़ेगा नहीं तो मैं नाराज़ हो जाऊंगा ह्ह्ह्हहम्म्मम्म
शाहिद :- ओके बेटा अच्छा ठीक है रुकूंगा लेकिन अर्ली मॉर्निंग निकलना पड़ेगा ह्ह्हम्म्म
मैं :- हा हा ओके डन ह्ह्हम्म्म लेकिन एक और बात
शाहिद:- अब क्या
मैं:- माँ को मत बताइयेगा की मैंने आपको फ़ोन करके बुलाया क्युकी वो मुझे डाटेंगी की शाहिद अंकल को क्यों परेशान किया ह्ह्ह्हम्म्म
शाहिद :- अच्छा ओके बेटा ह्ह्ह्हहम्म्म्म बाय
मैं:- बाय अंकल लव यू
अब शाम को ८ बजे डोरबेल बजी और माँ ने डोर खोला तो सामने शाहिद
माँ:- ओह्ह्ह्हह शाहिद आप आइये कैसे है
शाहिद:- बस ठीक हु भाभी जी आप लोग की हाल चाल पूछने चला आया
माँ:- ऊह्ह्ह्ह क्यों तकलीफ किये आप हमलोग तो बिलकुल ठीक है
शाहिद :- अरे राहुल कहा है दिखाई नहीं दे रहा है
तब तक मैं आगया
मैं:- अरे शाहिद अंकल आप इस टाइम आपने तो सर प्राइज दे दिया हम लोग को
शाहिद :- ह्ह्हम्मम्मम्मम यहाँ से गुज़र रहा था तो सोच मिलता चलु
मैं:- वाओ बहोत अच्छा किये अंकल अब आज हमलोग के साथ रुकना पड़ेगा
माँ:- हा हा बेटा अब इतनी रात को अंकल आये है तो रुकेंगे ही और कोई बहाना भी नहीं चलेगा सुबह ही जाइएगा बस
शाहिद :- उउउउउउफफ्फ्फ ओके भाभी जी मेरे प्यारे बच्चे ह्ह्हह्ह्ह्हम्मम्मम