08-05-2020, 01:10 PM
(This post was last modified: 08-05-2020, 01:13 PM by komaalrani. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
आप सहेलियों के प्यार स्नेह और दुलार से
मैं और ' ये ' हम लोग दोनों ठीक हैं ,
बस दो बातों के कारण मैं कुछ दिनों से फोरम से गायब हूँ , आप लोगों की याद आती है , लेकिन,...
पहली बात तो ये है की हम दोनों ( मैं और मेरे ये ) जिस शहर में हैं वहां हालत अच्छी नहीं है ,
आप सब अखबार में रोज पढ़ती होंगी , ... और हम लोगों की सोसायटी भी एकदम रेड जोन में है , ... उससे बढ़कर कन्टेनमेंट जोन भी एकदम पास में हैं , .... बस उस सब चक्कर में कुछ लिखने का पोस्ट करने का मन नहीं बन रहा था , हाँ मैंने तय कर लिया है जिस दिन लाकडाउन का ये तीसरा फेज़ ख़तम होगा न पक्का , बस उसके बाद से रोज बिना नागा ,... अगर रोज पोस्ट न भी कर पायी तो आकर गप्प तो जरूर मारूंगी , सब से हाल चाल पूछूँगी ,... बस हफ्ते दस दिन की बात है ,
और एक बात और ,...
जिस कारण और ,... लाकडाउन में आप सब समझती हैं न , ' एक काम ' और बढ़ जाता है ,...
और आप ने तो मोहे रंग दे कहानी मेरी पढ़ी है , वो काफी कुछ मेरी ही ,... तो पहले दिन से ये न दिन देखते हैं न रात ,... और जब घबड़ाहट हो परेशानी हो तो 'वो सब और '
कुछ प्राइवेट कम्पनी खुलने लगी हैं , और लाकडाउन हटने के बाद इन्हे भी रोज नहीं हफ्ते में तीन दिन ,... वो भी चार घंटे के लिए ,... बस कहानी का अपडेट भी हो जाएगा और आप लोगों के संग मस्ती भी
आप सब सहेलियों की और दोस्तों के पोस्ट पढ़कर बहुत अच्छा लगा ,
मैं ठीक हूँ , एकदम ठीक हूँ , ... आप लोग का स्नेह प्यार दुलार , मुझे कुछ नहीं होने देगा ,...
बस ये प्यार दुलार बना रहे
और हम सब इस संकट से जल्द से जल्द उबर जाएँ
बस आप सब अपना और ' अपनों ' का ध्यान रखिये
मैं और ' ये ' हम लोग दोनों ठीक हैं ,
बस दो बातों के कारण मैं कुछ दिनों से फोरम से गायब हूँ , आप लोगों की याद आती है , लेकिन,...
पहली बात तो ये है की हम दोनों ( मैं और मेरे ये ) जिस शहर में हैं वहां हालत अच्छी नहीं है ,
आप सब अखबार में रोज पढ़ती होंगी , ... और हम लोगों की सोसायटी भी एकदम रेड जोन में है , ... उससे बढ़कर कन्टेनमेंट जोन भी एकदम पास में हैं , .... बस उस सब चक्कर में कुछ लिखने का पोस्ट करने का मन नहीं बन रहा था , हाँ मैंने तय कर लिया है जिस दिन लाकडाउन का ये तीसरा फेज़ ख़तम होगा न पक्का , बस उसके बाद से रोज बिना नागा ,... अगर रोज पोस्ट न भी कर पायी तो आकर गप्प तो जरूर मारूंगी , सब से हाल चाल पूछूँगी ,... बस हफ्ते दस दिन की बात है ,
और एक बात और ,...
जिस कारण और ,... लाकडाउन में आप सब समझती हैं न , ' एक काम ' और बढ़ जाता है ,...
और आप ने तो मोहे रंग दे कहानी मेरी पढ़ी है , वो काफी कुछ मेरी ही ,... तो पहले दिन से ये न दिन देखते हैं न रात ,... और जब घबड़ाहट हो परेशानी हो तो 'वो सब और '
कुछ प्राइवेट कम्पनी खुलने लगी हैं , और लाकडाउन हटने के बाद इन्हे भी रोज नहीं हफ्ते में तीन दिन ,... वो भी चार घंटे के लिए ,... बस कहानी का अपडेट भी हो जाएगा और आप लोगों के संग मस्ती भी
आप सब सहेलियों की और दोस्तों के पोस्ट पढ़कर बहुत अच्छा लगा ,
मैं ठीक हूँ , एकदम ठीक हूँ , ... आप लोग का स्नेह प्यार दुलार , मुझे कुछ नहीं होने देगा ,...
बस ये प्यार दुलार बना रहे
और हम सब इस संकट से जल्द से जल्द उबर जाएँ
बस आप सब अपना और ' अपनों ' का ध्यान रखिये