19-02-2019, 09:34 PM
(This post was last modified: 19-02-2019, 09:41 PM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
घन छाये घनघोर
![[Image: rain-clouds-4.md.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/17/rain-clouds-4.md.jpg)
" रॉकी , रॉकी ,पहले खाना खा , खाना खा लो , रॉकी , रॉकी "
![[Image: skirt-hot-EI-775.jpg]](https://i.ibb.co/d5qWBx0/skirt-hot-EI-775.jpg)
और उसने मेरी सुन ली।
जैसे बहुत बेमन से उसने मेरे स्कर्ट से अपने नथुने निकाले , और झुक के तसले में मुंह लगा लिया ,और खाना शुरू कर दिया।
बड़ी मुश्किल से मैं उसके बगल में घुटने मोड़ के उँकड़ू बैठी और उसकी गरदन , उसकी पीठ सहलाती रही , मैं लाख कोशिश कर रही थी की मेरी निगाह उधर न जाय लेकिन अपने आप ,
'वो ' उसी तरह से खड़ा ,तना मोटा और अब तो आठ इंच से भी मोटा उसकी नोक लिपस्टिक की तरह से निकली।
और तभी मैंने देखा की चंपा भाभी भी मेरे बगल में बैठी है , मुस्कराती , लालटेन की लौ उन्होंने खूब हलकी कर दी थी।
' पसंद आया न "
मेरे गाल पे जोर से चिकोटी काट के वो बोलीं , और जब तक मैं जवाब देती उनका हाथ सीधे मेरी जाँघों के बीच और मेरी बुलबुल को दबोच लिया उन्होंने जोर से।
![[Image: Guddi-skirt-80767112.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/17/Guddi-skirt-80767112.jpg)
खूब गीली ,लिसलिसी हो रही थी। और चंपा भाभी की गदोरी उसे जोर जोर से रगड़ रही थी।
" मेरी छिनार बिन्नो , जब देख के इतनी गीली हो रही तो जो ये सटा के रगडेगा तो क्या होगा , इसका मतलब अब तू तो राजी है और रॉकी की तो हालत देख के लग रहा है , तुझे पहला मौका पाते ही पेल देगा। "
![[Image: pussy-wet.jpg]](https://i.ibb.co/QPRnX7M/pussy-wet.jpg)
मेरे कान में फुसफुसा के वो बोलीं।
तब तक रॉकी ने तसला खाली कर दिया था।
उसे अब बाहर ले जाना था , उसकी कुठरिया में ,मैंने उसकी चेन पेड़ से खोलने की कोशिश की तो भाभी ने बोला , नहीं नहीं , रॉकी के गले से चेन निकाल दो। बिना चेन के साथ बाहर चलो।
मेरा भी डर अब चला गया था. और रॉकी भी अब सिर्फ मेरे एक बार कहने पे ,बीच बीच में झुक के मैं उसकी गरदन पीठ सहला देती थी।
बाहर एक छोटी सी कुठरिया सी थी , उसमे एक कोने में पुआल का ढेर भी पड़ा था.चंपा भाभी ने मुझे बोला की मैं उसमें रॉकी को बंद कर दूँ।
लेकिन रॉकी अंदर जाय ही न , फिर चंपा भाभी ने सजेस्ट किया की मैं अंदर घुस जाऊं , और पुवाल के पास खड़े हो के रॉकी को खूब प्यार से पुचकारुं , बुलाऊँ तो शायद वो अंदर आ जायेगा।
और चंपा भाभी की ट्रिक काम कर गयी , मैं कमरे के एकदम अंदरुनी हिस्से में थी और उसे पुचकार रही थी , रॉकी तुरंत अंदर।
लेकिन तबतक दरवाजा बाहर से बंद हो गया, मुझे लगा की शायद हवा से हुआ हो , पर बाहर से कुण्डी बंद होने की आवाज आई साथ में चम्पा भाभी के खिलखिलाने की ,
'आज रात एही के साथ रहो , कल मिलेंगे।'
मैं अंदर से थप थप कर रही थी ,परेशान हो रही थी , आखिर हँसते हुए चंपा भाभी ने दरवाजा खोल दिया।
मेरे निकलते ही बोलीं ,
" अरे तू वैसे घबड़ा रही थी , रॉकी को सबके सामने चढ़ाएंगे तोहरे ऊपर। आँगन में दिन दहाड़े , ऐसे कुठरिया में का मजा आएगा। जबतक मैं , कामिनी भाभी ,चमेली भाभी और सबसे बढकर हमार सासु जी न सामने बइठइहें , … "
……………..
तब तक सामने से गुलबिया दिखाई पड़ी , ऑलमोस्ट दौड़ते हुए अपने घर जा रही थी।
उसने बोला ,वो सरपंच के यहां से आ रही है , और रेडियो पर आ रहा था की आज बहुत तेज बारिश के साथ तूफानी हवाएँ रात भर चलेगीं। नौ साढ़े नौ बजे तक तेज बारिश चालू हो जाएगी। सब लोग घर के अंदर रहें , जानवर भी बाँध के रखे।
और जैसे उसकी बात की ताकीद करते हुए, अचानक बहुत तेज बिजली चमकी।
मैंने जोर से चंपा भाभी को पकड़ लिया।
मेरी निगाह अजय के घर की ओर थीं , बिजली की रोशनी में वो पगडण्डी नहा उठी , खूब घनी बँसवाड़ी , गझिन आम के पेड़ों के बीच से सिर्फ एक आदमी मुश्किल से चल सके वैसा रास्ता था , सौ ,डेढ़ सौ मीटर , मुश्किल से,… लेकिन अगर आंधी तूफान आये तेज बारिश में कैसे आ पायेगा।
और अब फिर बादल गरजे और मैं और चम्पा भाभी तुरत घर के अंदर दुबक गए और बाहर का दरवाजा जोर से बंद कर लिया।
![[Image: Rain-lightning-giphy.md.gif]](https://picsbees.com/images/2018/10/17/Rain-lightning-giphy.md.gif)
" भाभी , बिजली और बादल के गरजने से, रॉकी डरेगा तो नहीं। " मैंने चंपा भाभी से अपना डर जाहिर किया।
चंपा भाभी , जोर से उन्होंने मेरी चूंची मरोड़ते हुए बोला ,
![[Image: Geeta-38.jpg]](https://i.ibb.co/tPvRxhJ/Geeta-38.jpg)
' बड़ा याराना हो गया है एक बार में मेरी गुड्डी का , अरे अभी तो चढ़ा भी नहीं है तेरे ऊपर। एकदम नहीं डरेगा और वैसे भी कल से उसके सब काम की जिम्मेदारी तेरी है , सुबह उसको जब कमरे से निकालने जाओगी न तो पूछ लेना , हाल चाल। "
अपने कमरे से मैं टार्च निकाल लायी , क्योंकि आँगन की ढिबरी अब बुझ चुकी थी।
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" रॉकी , रॉकी ,पहले खाना खा , खाना खा लो , रॉकी , रॉकी "
![[Image: skirt-hot-EI-775.jpg]](https://i.ibb.co/d5qWBx0/skirt-hot-EI-775.jpg)
और उसने मेरी सुन ली।
जैसे बहुत बेमन से उसने मेरे स्कर्ट से अपने नथुने निकाले , और झुक के तसले में मुंह लगा लिया ,और खाना शुरू कर दिया।
बड़ी मुश्किल से मैं उसके बगल में घुटने मोड़ के उँकड़ू बैठी और उसकी गरदन , उसकी पीठ सहलाती रही , मैं लाख कोशिश कर रही थी की मेरी निगाह उधर न जाय लेकिन अपने आप ,
'वो ' उसी तरह से खड़ा ,तना मोटा और अब तो आठ इंच से भी मोटा उसकी नोक लिपस्टिक की तरह से निकली।
और तभी मैंने देखा की चंपा भाभी भी मेरे बगल में बैठी है , मुस्कराती , लालटेन की लौ उन्होंने खूब हलकी कर दी थी।
' पसंद आया न "
मेरे गाल पे जोर से चिकोटी काट के वो बोलीं , और जब तक मैं जवाब देती उनका हाथ सीधे मेरी जाँघों के बीच और मेरी बुलबुल को दबोच लिया उन्होंने जोर से।
![[Image: Guddi-skirt-80767112.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/17/Guddi-skirt-80767112.jpg)
खूब गीली ,लिसलिसी हो रही थी। और चंपा भाभी की गदोरी उसे जोर जोर से रगड़ रही थी।
" मेरी छिनार बिन्नो , जब देख के इतनी गीली हो रही तो जो ये सटा के रगडेगा तो क्या होगा , इसका मतलब अब तू तो राजी है और रॉकी की तो हालत देख के लग रहा है , तुझे पहला मौका पाते ही पेल देगा। "
![[Image: pussy-wet.jpg]](https://i.ibb.co/QPRnX7M/pussy-wet.jpg)
मेरे कान में फुसफुसा के वो बोलीं।
तब तक रॉकी ने तसला खाली कर दिया था।
उसे अब बाहर ले जाना था , उसकी कुठरिया में ,मैंने उसकी चेन पेड़ से खोलने की कोशिश की तो भाभी ने बोला , नहीं नहीं , रॉकी के गले से चेन निकाल दो। बिना चेन के साथ बाहर चलो।
मेरा भी डर अब चला गया था. और रॉकी भी अब सिर्फ मेरे एक बार कहने पे ,बीच बीच में झुक के मैं उसकी गरदन पीठ सहला देती थी।
बाहर एक छोटी सी कुठरिया सी थी , उसमे एक कोने में पुआल का ढेर भी पड़ा था.चंपा भाभी ने मुझे बोला की मैं उसमें रॉकी को बंद कर दूँ।
लेकिन रॉकी अंदर जाय ही न , फिर चंपा भाभी ने सजेस्ट किया की मैं अंदर घुस जाऊं , और पुवाल के पास खड़े हो के रॉकी को खूब प्यार से पुचकारुं , बुलाऊँ तो शायद वो अंदर आ जायेगा।
और चंपा भाभी की ट्रिक काम कर गयी , मैं कमरे के एकदम अंदरुनी हिस्से में थी और उसे पुचकार रही थी , रॉकी तुरंत अंदर।
लेकिन तबतक दरवाजा बाहर से बंद हो गया, मुझे लगा की शायद हवा से हुआ हो , पर बाहर से कुण्डी बंद होने की आवाज आई साथ में चम्पा भाभी के खिलखिलाने की ,
'आज रात एही के साथ रहो , कल मिलेंगे।'
मैं अंदर से थप थप कर रही थी ,परेशान हो रही थी , आखिर हँसते हुए चंपा भाभी ने दरवाजा खोल दिया।
मेरे निकलते ही बोलीं ,
" अरे तू वैसे घबड़ा रही थी , रॉकी को सबके सामने चढ़ाएंगे तोहरे ऊपर। आँगन में दिन दहाड़े , ऐसे कुठरिया में का मजा आएगा। जबतक मैं , कामिनी भाभी ,चमेली भाभी और सबसे बढकर हमार सासु जी न सामने बइठइहें , … "
……………..
तब तक सामने से गुलबिया दिखाई पड़ी , ऑलमोस्ट दौड़ते हुए अपने घर जा रही थी।
उसने बोला ,वो सरपंच के यहां से आ रही है , और रेडियो पर आ रहा था की आज बहुत तेज बारिश के साथ तूफानी हवाएँ रात भर चलेगीं। नौ साढ़े नौ बजे तक तेज बारिश चालू हो जाएगी। सब लोग घर के अंदर रहें , जानवर भी बाँध के रखे।
और जैसे उसकी बात की ताकीद करते हुए, अचानक बहुत तेज बिजली चमकी।
मैंने जोर से चंपा भाभी को पकड़ लिया।
मेरी निगाह अजय के घर की ओर थीं , बिजली की रोशनी में वो पगडण्डी नहा उठी , खूब घनी बँसवाड़ी , गझिन आम के पेड़ों के बीच से सिर्फ एक आदमी मुश्किल से चल सके वैसा रास्ता था , सौ ,डेढ़ सौ मीटर , मुश्किल से,… लेकिन अगर आंधी तूफान आये तेज बारिश में कैसे आ पायेगा।
और अब फिर बादल गरजे और मैं और चम्पा भाभी तुरत घर के अंदर दुबक गए और बाहर का दरवाजा जोर से बंद कर लिया।
![[Image: Rain-lightning-giphy.md.gif]](https://picsbees.com/images/2018/10/17/Rain-lightning-giphy.md.gif)
" भाभी , बिजली और बादल के गरजने से, रॉकी डरेगा तो नहीं। " मैंने चंपा भाभी से अपना डर जाहिर किया।
चंपा भाभी , जोर से उन्होंने मेरी चूंची मरोड़ते हुए बोला ,
![[Image: Geeta-38.jpg]](https://i.ibb.co/tPvRxhJ/Geeta-38.jpg)
' बड़ा याराना हो गया है एक बार में मेरी गुड्डी का , अरे अभी तो चढ़ा भी नहीं है तेरे ऊपर। एकदम नहीं डरेगा और वैसे भी कल से उसके सब काम की जिम्मेदारी तेरी है , सुबह उसको जब कमरे से निकालने जाओगी न तो पूछ लेना , हाल चाल। "
अपने कमरे से मैं टार्च निकाल लायी , क्योंकि आँगन की ढिबरी अब बुझ चुकी थी।