30-04-2020, 12:26 AM
(This post was last modified: 26-10-2022, 07:23 PM by rajusethzee. Edited 3 times in total. Edited 3 times in total.)
पापा मेरे ऑफिस के काम से बाहर ज्यादा रहते है तभी माँ के चूत की प्यास बढ़ जाती है बेहेन की भी शादी हो गयी है वो भी ज्यादा मइके ही रहती है उसका ऑफिस घर के पास में ही है जीजा आते जाते रहते है ये ो हो गई फॅमिली की बात अब हम लोग स्टोरी की तरफ आते है
उस दिन से मैं रोज़ माँ के खिड़की के होल से माँ को देखने लगा माँ रोज़ रात को अपने चूत में उंगली करके सो जाती है और मेरे नौकर की नज़र मेरे माँ पे थी तभी वो माँ के बेड के नीचे चुप के से माँ को फिंगरिंग करते देखता था अब मेरे दिमाग में माँ की चूत २४ घंटे दिखती थी और मैं भी मुठ मार के सो जाता था
एक दिन मैं दिन में ही अपने कमरे में मुठ मर रहा था तभी मेरे कमरे के बाहर से कुछ गिरने की आवाज़ आई मैं डर गया और जल्दी से अपने लण्ड को छुपाया और बाहर देखा तो माँ अपने कमरे की तरफ भाग रही थी मैं समझ गया की माँ ने मुझे देख लिया है मुठ मरते हुए मैं भी थोड़ा घबराया हुआ था
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उस दिन से मैं रोज़ माँ के खिड़की के होल से माँ को देखने लगा माँ रोज़ रात को अपने चूत में उंगली करके सो जाती है और मेरे नौकर की नज़र मेरे माँ पे थी तभी वो माँ के बेड के नीचे चुप के से माँ को फिंगरिंग करते देखता था अब मेरे दिमाग में माँ की चूत २४ घंटे दिखती थी और मैं भी मुठ मार के सो जाता था
एक दिन मैं दिन में ही अपने कमरे में मुठ मर रहा था तभी मेरे कमरे के बाहर से कुछ गिरने की आवाज़ आई मैं डर गया और जल्दी से अपने लण्ड को छुपाया और बाहर देखा तो माँ अपने कमरे की तरफ भाग रही थी मैं समझ गया की माँ ने मुझे देख लिया है मुठ मरते हुए मैं भी थोड़ा घबराया हुआ था
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