26-04-2020, 03:10 AM
(This post was last modified: 26-04-2020, 03:14 AM by Niharikasaree. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
कोमल जी,
हम सभी आपको याद कर रही हैं, कुसुम जी की तरह.
मैं कई बार ऑनलाइन आती हूँ, आपके लिए, की दर्शन हो जाए. आपको न पाकर मायूस हो जाती हूँ. आपके आते ही एक तरंग सी आ जाती है , एक उमंग, एक ख़ुशी।
हमरी हंसी ख़ुशी सब गायब है, आप आकर लिख दो, "सब ठीक" कहानी तो चलती ही रहेगी।
पूनम जी, विद्या जी सब महिलाये , ध्यान रखे, औरत घर की धुरी होती हैं.
इंतज़ार मैं। ........
आपकी निहारिका
सहेलिओं , पाठिकाओं, पनिहारिनों, आओ कुछ अपनी दिल की बातें करें -
लेडीज - गर्ल्स टॉक - निहारिका