23-04-2020, 06:10 AM
प्रिय सहेलिओं ,
[b]निहारिका का प्यार भरा नमस्कार ,[/b]
पूनम जी की प्यार भरी दो पंकितयों से उत्साह वर्धन हुआ , इस तनावपूर्ण माहौल मैं केवल बीती सुनहरी यादो का ही सहारा बचा है .
कुसुम जी, कोमल जी, विद्या जी, के लगतार स्नेह से जिंददगी काट रही है , है की "उनके " साथ इतना तनाव महसूस नहीं होता तो, जब वो अपने काम मैं व्यस्त होते हैं, तब मैं बिलकुल अकेली महसूस करती हूँ, आजाती हूँ ऑनलाइन पर आप लोगो को न पा कर , उदास हो जाती हूँ और बंद कर देती हूँ , ऑनलाइन गाने सुन लेती हूँ और जब उस से भी बोर ,तो एक बार और चेक करू, कोई आयी होगी मेरी सहेली , निराशा।
चलो कोई बात नहीं, सब व्यस्त है , और स्तिथि तो सबकी एक जैसे ही है , मेरी सखिओं निकालो कुछ समय इस लिए भी।
कोई जोर नहीं,, प जब भी समय मिले तब.
आपके। ......
इंतज़ार मैं। ........
आपकी निहारिका
सहेलिओं , पाठिकाओं, पनिहारिनों, आओ कुछ अपनी दिल की बातें करें -
लेडीज - गर्ल्स टॉक - निहारिका