22-04-2020, 03:20 PM
(22-04-2020, 01:00 PM)Poonam_triwedi Wrote: निहारिका जी क्या तारीफ़ करें आप की आप बेमिसाल हो
आप के साथ साथ मैं खुद भी यादों में माँ के साथ बाजार हो आई
कहीं सैकड़ों मेले तीज त्योहार आज फिर जिंदा कर दिए मेरे दिल के बहुत करीब था ये अपडेट आप का
कहीं कहीं महीने अब जब माँ से नहीं मिल पाती वो पुरानी बचपन की यादें, हमारी जिद मस्ती सब कुछ बहुत याद आता है
आप ने क्या कमाल लिखा है लव यू निहारिका जी
आप इसी तरह लिखती रहो
भावनाओं को जीना कोई आप से सीखे
जो लेखनी आप की है उस के सामने सारे प्रतिमान थोड़े है
लाजवाब
पूनम जी,
तारीफ के काबिल तो वो सुनहरी यादे है, जिस से आप हम और न जाने कितनी औरते जुडी हुई हैं, मैं तो सिर्फ कोशिश कर रही हूँ उन यादो को संजोने की.
"सच्ची", मुझे भी यही लगा की लिखते हुए मैं आज भी माँ के साथ थी, मार्किट मैं और "गोद - भराई " के फंक्शन मैं जाना है शाम को.
फिर इधर - उधर के मैसेज कोरोना को ले कर , बीती यादो से वापस लाने के लिए काफी थे।
आप ने क्या कमाल लिखा है लव यू निहारिका जी
आप इसी तरह लिख। ....
पूनम जी, "जी" भर आया, लव यू टू , बस अपने प्यार की फुहार ऐसे ही बनाये रखे , जब भी समय मिल जाये, बस दो लाइन ही काफी है.
इंतज़ार मैं। ........
आपकी निहारिका
सहेलिओं , पाठिकाओं, पनिहारिनों, आओ कुछ अपनी दिल की बातें करें -
लेडीज - गर्ल्स टॉक - निहारिका