18-02-2019, 04:16 PM
लव मैरिज भाग -2
"लव मैरिज पर कुछ लोगो की समीक्षाएं पढ़कर लगा की इस कहानी को अब मुझे एक नया मोड़ देना चाहिए !! हकीकत और कल्पना की मिली जुली इस कहानी का आगे का भाग काल्पनिक होगा , पर उसे पढ़कर आपके विचार इस कहानी के
प्रति सकारात्मक होंगे !!
इस अधूरी कहानी को अगर कल्पना के जरिये मैं पूरा न कर पाउ तो फिर मेरा लिखना फिजूल है , आशा है इस कहानी का दूसरा भाग आपको पसंद आएगा !!"
अगले दिन अख़बार में खबर छपी "आर्मी अफसर ने किया प्रेम विवाह"
सना ने सिर्फ हैडलाइन पढ़कर अख़बार निचे रख दिया ,, एक गहरी साँस ली और सोचने लगी
"अच्छा हुआ अनंत ने शादी कर ली , कम से कम उसे तो उसका प्यार मिल गया"
और उसने आँखे मुंद ली अतीत के पलो ने उसे आ घेरा , अहसास तब हुआ जब पलकों के किनारे नमी से भीग गए , सना उठी और नहाने चली गयी ,, आज बिना कुछ खाये ही वो ऑफिस चली गयी ..
सना से मिलने और बात करने की सेकड़ो कोशिशों के बाद भी जब वो उस से नहीं मिल पाया तो शादी के अगले ही दिन अनंत उस पार्क में गया ,, उसी दिवार के सामने जाकर खड़ा हो गया और उदास नजरो से चारो तरफ देखने लगा, कितना खूबसूरत वक्त था वो जो उसने सना के साथ गुजारा था
हर वक्त उसकी परवाह करने वाली , उसे समझने वाली सना जो कभी एक पल उस से दूर नहीं होती थी , आज न जाने कहाँ है ,, कभी शिकायत ना करने वाली आज इतनी खफा है की बात तक नही करना चाहती , अनंत वही बैठ जाता है
ओर सामने खेल रहे बच्चों को देखता रहता है , तभी उनकी बॉल अन्नत के पास आकर गिरती है
एक छोटी सी बच्ची आकर अनंत से कहती है
अंकल बॉल प्लीज़ !
अनंत बॉल देकर उस से पूछता है - बेटा आपका नाम क्या है ??
अदिति - कहकर वो चली जाती है
अदिति यही तो नाम रखना चाहती थी वो हमारी बच्ची का जब भी उस से पूछता अदिति क्यों तो उसका जवाब होता - मेरी हर चीज तुमसे जुड़ी होना जरूरी है
a for anant ओर a for aditi
कितनी पागल थी वो ओर सच्ची भी
अनंत अतीत में खोया हुआ था कि अचानक उसकी नजर सामने उसी दीवार पर गयी जिसपर अनंत लव सना लिखा था ।। अनंत उठकर उसके पास गया पर दोनों नमो के बीच का लव किसी ने मिटा दिया था
उसे देखकर अनंत बड़बड़ाने लगा
"इसका मतलब सना यहा आयी थी , वो यही है इसी शहर में ओर फिर भी मैं उस से मिल नही पा रहा हु । आखिर कैसे पता करु कहकर अंनत अपना हाथ दीवार पर जोर से मारता है
दीवार पर लगा पत्थर उसके हाथ मे चुभ जाता है और खून बहने लगता है , पर उसे सना का ख्याल था जेब से रुमाल निकालकर हाथ पर लपेट लेता है
ओर पार्क से बाहर आजाता है
गाड़ी घर की तरफ दौड़ाता है , रास्ते मे बस सना के बारे में सोचता रहता है
"क्या करूँ । आखिर कैसे पता करु की वो कहा है
प्रिया ,,, प्रिया ही है जो उसके बहुत करीब है और वो ही मुझे उस तक पहुचा सकती है
अनंत गाड़ी को U टर्न घूमाता है , ये शायद उसकी जिंदगी का भी U टर्न था
वो प्रिया के घर पहुचता है
अंनत को अपने घर देख प्रिया चौक जाती है
अनंत - अंदर चलो मुझे तुमसे कुछ बात करनी है
प्रिया अंदर आती है और अनंत को बैठकर खुद उसके लिए चाय बनाने चली जाती है ।। थोड़ी देर में प्रिया चाय लेकर आती है और अनंत को देती है
चाय पीकर अनंत प्रिया से पूछता है
अनंत - प्रिया सना कहा है ?
प्रिया - मुझे क्या पता भाई। प्रिया नजर बचाकर कहती है
अनंत - प्रिया तुम ही हो जो जानती हो सना कहा है प्लीज़ मुझे बताओ सना कहा है
प्रिया - तुम्हे क्यों जानना है वो कहा है , जब उसे बीच रास्ते मे छोड़कर गए थे तब तो तुम्हे उसकी फिक्र नही थी फिर आज क्यों पूछ रहे हो
अनंत - मैं मजबूर था प्रिया , प्लीज़ बताओ सना कहा है
4 साल से उस से मिलने की कोशिश कर रहा है ,, प्लीज़ मैं तुम्हारे आगे हाथ जोड़ता हु बताओ सना कहा है
प्रिया - भाई भूल जाओ उसे ओर वो भी यही चाहती है ,, तुम्हारी शादी हो चुकी है , तुम खुश रहो अपनी जिंदगी में अब तुम्हे उस से क्या चाहिए
अनंत शादी का नाम सुनकर चौक जाता है
शादी किसकी शादी , ? तुमसे किसने कहा मेरी शादी हो चुकी है ?
प्रिया - सुना मैने ओर कल पढ़ा भी , पेपर में कई आपकी शादी हो चुकी है
अनंत ने पास पड़ा पेपर उठाया और प्रिया को दिखाते हुए कहा - इसमे जिस आर्मी अफसर अनंत का नाम है वो मेरे सीनियर मिस्टर अनंत जोशी है , मेरा नाम अनंत पारीक है
शादी इनकी हुई है मेरी नही
अनंत की बात सुनकर प्रिया को अपनी गलती का अहसास होता है वो माफी मांगते हुए कहती है
- सॉरी भाई , वो नाम के कारण कंफ्यूजन हो गया और मैने सोचा आपकी शादी हो गयी , ओर मैंने सना से भी यही कहा ।।।
अनंत - प्लीज़ अब तो बता दो सना कहा है , कैसी है किस हाल में है ,, 4 साल से उसे देखा तक नही है , उसकी आवाज सुनने के लिए तरस गया हूं
अनंत की हालत देखकर प्रिया सना को फोन लगाती है और अनंत को चुप रहने का इशारा करते हुए फोन को स्पीकर पर डाल दिया
प्रिया - हेलो सना
हेलो - दूसरी तरफ सना की धीमी आवाज आती है
4 साल बाद अनंत उसकी आवाज सुन रहा था , उसने अपने होठों को दातो तले दबाकर अपने आसुओ को रोकने की नाकाम कोशिश की
प्रिया - सना कैसी हो ।। ठीक हो ना तुम
मुझे तुम्हे कुछ बताना था वो अनंत की शादी ,,,,,,,,,,,
प्रिया की बात पूरी होने से पहले ही सना बोल पड़ी
- प्रिया मुझे उसके बारे में कुछ नही सुन्ना ,, उसे उसका प्यार मिल गया वो खुश है तो मैं भी खुश हूं - एक गहरी सांस लेकर बोलती है
शायद रो रही थी सना
प्रिया - तुम रो रही हो ?? तुम ठीक हो
सना - नही ! वो आंख में कुछ चला गया बस उसी वजह से , मैं ठीक हु
सिसकती रहती है अनंत की आंखों में आंसू आ जाते है
"इसे तो ढंग से झूठ बोलना भी नही आता " अनंत दिल ही दिल मे खुद से कहता है
प्रिया - अच्छा सुनो आज शाम को 4 बजे पार्क में मिलना , तुमसे जरूरी काम है ओर बिना कोई बहाना बनाये चुपचाप आ जाना
थोड़ी देर ना नुकर के बाद सना मान जाती है और फोन रख देती है !!
अनंत प्रिया को thankyou बोलता है तभी प्रिया कहती है
- भाई मुझे आपको कुछ बताना है ??
अनंत - हा बोलो
ओर उसके बाद प्रिया अनंत को सना के बारे में सब कुछ बता देती है ।। उसकी शादी , उसके तलाक ओर उसकी बुरी हालत के बारे मैं
उसकी बातें सुनकर अनंत को बहूत गुस्सा आता है
वो गुस्से में प्रिया से कहता है
- इतना सब हो गया और तुम मुझे अब बता रही हो , क्यों छुपाया मुझसे ये सब आखिर क्यों ,, क्या मुझे जानने का हक़ नही था वो किस हाल में है
इतने दर्द में थी वो फिर मुझसे क्यों छुपाया ,,,, क्यों ?
प्रिया - भाई मैं तुम्हे बताना चाहती थी , लेकिन सना ने मना कर दिया वो नही चाहती थी तुम्हे ये सब पता चले , ओर तुम खुद को उसकी इस हालत का जिम्मेदार समझो
अनंत - जिम्मेदार तो मैं हु प्रिया ,, उसकी इस हालत का जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ मैं हु ।। मेरी वजह से आज वो इस दर्द में जी रही है ,, मुझे उस से मिलना है प्रिया
प्रिया चुपचाप सुने जा रही थी ओर फिर कहा
भाई तुम्हारे पास एक मौका है उसकी जिंदगी में वापस खुशिया लाने का ,, ओर अपनी गलती सुधारने का
तुम्हे क्या करना है ये तुम अच्छी तरह जानते हो
अंनत - उसे इस दर्द से निकलने के लिए मैं दुनिया की हर खुशी उसे लेकर दूंगा ।।।
अनंत की आंखे भीग जाती है वो सिर्फ और सिर्फ सना के बारे में सोचता है ,, तभी प्रिया कहती है
- भाई चले ।
अनंत - कहा ?
प्रिया - भाभी से मिलने
इतना कहकर प्रिया मुस्कुराने लगती है ,, अनंत भी मुस्कुरा उठता है
दोनो गाड़ी लेकर पार्क पहुचते है प्रिया के साथ अनंत को देखते ही सना चौक जाती है
सना - प्रिया , चलो यहा से ।।
अनंत - कब तक भागोजी ऐसे , ओर किस से भाग रही हो तुम मुझसे या खुद से ।।
सना कुछ नही कहती प्रिया दोनो को अकेला छोड़ घर चली जाती है ।।
अनंत सना की तरफ देखकर सोचता है
"कुछ भी तो नही बदला इस पागल में वैसी ही है बस बाल थोड़े बढ़ गए इसके ,, आंखे वैसी ही है बस पहले प्यार था अब उदासी है इनमे ,, चेहरा वैसे का वैसा बस छोटी सी बिंदी लगाने लगी है ललाट पर ,, सलवार सूट में कितनी प्यारी लगती है और पहले मेरी खातिर जीन्स पहनती थी
उधर सना अनंत को देखकर सोचती है
क्या हाल बना लिया है इसने अपना ,, खाता पिता नही होगा टाइम पर ,, ओर बाल देखो कितने छोटे करा लिए आर्मी में जो है ,, पहले मुझे मोटू कहकर चिढ़ाता था अब खुद को देखो ।। मुझसे भी दो कदम आगे
पर आज ये यहा क्यों आया है
दोनो के बीच पसरी ख़ामोशी को अनंत तोड़ता है
हाय - अपना हाथ आगे कर देता है वही हाथ जिसपर चोट लगी थी !!
सना का ध्यान उसके हाथ पर जाता है घाव अब भी था ,, सना अपने दुप्पटे से कपड़ा फाड़कर अनंत के हाथ पर बांधते हुए बेचैनी से पूछती है
- ये चोट कैसे लगी ?
अनंत उसकी बात का जवाब नही देकर कुछ और ही कहता है
- तुम बिल्कुल नहीं बदली , वैसी ही हो केयरिंग
ओर तुम लापरवाह , ध्यान कहा रहता है तुम्हारा - सना ने पट्टी बांधते हुए कहा , उसका ध्यान अभी भी हाथ पर था
4 साल बाद मिल रहा हु तुमसे , कैसी हो ? - अनंत ने सना की तरफ देखते हुए कहा
ठीक हु , तुम कैसे हो ?
मैं भी ठीक हु , आओ बेठो कुछ बात करनी है तुमसे , - अनंत ने तालाब के सामने बैठते हुए कहा
जहा वो दोनों अक्सर बैठा करते थे
सना कुछ दूरी बनाकर बैठ जाती है
अनंत - कैसी चल रही है तुम्हारी शादीशुदा जिंदगी ??
सना - अच्छी चल रही है ,, वो बहूत अच्छे है मेरा बहुत खयाल रखते है ।। बहुत खुश रहते है मेरे साथ ,, घुमाना बाहर ले जाना ,, मेरी हर विश पूरी करते है । हमेसा मेरे साथ रहते है मुझे अकेला छोड़ते ही नही
नए नए तोहफे , साड़ी गहने लेकर देते रहते है। ।। मैं बहुत खुश हूं उनके साथ
सना की आवाज में एक अजीब ही दर्द और घबराहट थी
उसकी बाते सुन अनंत की आंखों में आंसू आ जाते है वो जानता था की सना झूठ बोल रही है
सच क्या है वो जानता था उसने अपने आंसू पोछते हुए कहा
- सना , मुझसे तो सच बोल सकती हो तुम , तुम जानती हो ना तुम्हे झूठ बोलना नही आता फिर भी ।।प्रिया ने मुझे तुम्हारे बारे में सब सच बता दिया है
सना की आंखों में आंसू आ जाते है
अनंत - मुझसे क्यों छुपाया ये सब , सब अकेले बर्दास्त करती रही ।। क्यों मुझसे दूर हो गयी तुम मुझे बताया क्यों नही !!
सना - क्या बताती अनु , मैंने बहुत इंतजार किया तुम्हारा पर तुमने मुझे बीच रास्ते मे छोड़ दिया । शादी के बाद मैंने पूरे दिल से उन्हें अपना पति माना उन्हें हर सुख दिया तन मन सब , लेकिन उन्होंने मुझे अपने लायक नही समझा ,, वो लोग जितना मुझे दर्द दे सकेते थे दिया और फिर छोड़ दिया
ओर देखो ना तुम्हारे छोड़ने के बाद मुझे कोई नही अपना पाया ।।।
जब वो बोल रही थी तो उसकी सांसे उखड़ रही थी और सिसकियों में बदल गयी .. आँखो में आये आसुओ को उसने रोके रखा !!
अनंत ने उसके हाथ को अपने हाथ मे लेकर कहा - बह जाने दो इन्हें , मत रोको ।।
बह जाने दो उस दर्द को जो अब तक तुमने इस दिल दबा के रखा है ।। बहने दो इन आंसुओ को ,, अपने दर्द को नासूर बनने मत दो सना
रोने लगती है वो
ओर अनंत उसे देखता रहता है , वो उसे कभी रोते हुए नही
देख सकता पर आज देख रहा था ।। जो दर्द जो तकलीफ उसकी वजह से सना ने सही थी वो महसूस करना चाहता था ।। उसका मन कर रहा था उसे गले लगा ले और खुद भी जी भर के रो ले पर वो नही कर पाया ।।
सना ने सुबकते हुए कहा - तुम्हारी शादी हो चुकी अनु , अब तुम्हे अपनी पत्नी पर ध्यान देना चाहिए
अनंत ने जेब से निकालकर पेपर सना को थमा दिया जिसमें आर्मी अफसर के प्रेम विवाह की खबर थी सना ने पेपर साइड में रखा और अनन्त से पूछा
- फिर तुमने अब तक शादी क्यों नही की ?
अनंत - क्योंकि मैं तुम्हारी जगह कभी किसी को नही दे पाया , ओर ना दे पाऊंगा ,, शादी तो दूर की बात है तुम्हारे जाने के बाद मैं किसी को उस नजर से देख भी नही पाया
आज तुम्हारी इस हालत का जिम्मेदार सिर्फ मैं हु
सना - ये सब मेरी किस्मत में लिखा था ।। सो हो गया तुम्हारा इसमे कोई दोष नही है
अनंत - किस मिट्टी की बनी हो तुम हा , सच तुम भी जानती हो फिर भी ये सब कह रही हो
काश मैंने एक बार हिम्मत करके पापा को बोला होता , काश मैं तुम्हे एक बार अपने लिए रोक पाता ।।
अनंत रोने लगता है ।
सना उसके आंसू पोछते हुए कहती है - आर्मी का जवान रोता हुआ अच्छा नही लगता ।।
अनंत - हम्म्म्म ,, मैंने तुम्हें बहूत दुख दिए है , बहुत तकलीफ पहुचाई है ,, मैं भूल गया था कि तुम मुझसे कितना प्यार करती थी
सना - करती थी ?? नही ।। आज भी करती हूं
सच्चे प्यार का कभी अंत नही होता अनु ।। वो हमेशा जिंदा रहता है दिलो में ,, शादी के बाद भी वो प्यार जिंदा था और आज भी है ।।।
अनंत - तुम्हारे लिए प्यार के क्या मायने है ?
सना - तुम्हारा खुश रहना , ओर अगर तुम खुश हो तो मैं समझूँगी मेरा प्यार मुक्कमल हो गया !!
अनंत - कोई किसी से इतना प्यार कैसे कर सकता है ?
सना - मैं करती हूं ना ...
खामोशी चारो तरफ छा जाती है ,,
कुछ देर बाद सना कहती है घर चले
अंनत - ह्म्म्म मैं तुम्हे घर तक छोड़ दूंगा
सना - नही मैं चली जाउंगी
अनंत - इतना हक तो दे ही सकती हो मुझे
ओर दोनो गाड़ी की तरफ बढ़ते है ।। चलते चलते सना रुक जाती है
सना - अनु , क्या मैं एक बार तुम्हारे गले लग सकती हूं प्लीज़
अनंत खुद आगे बढ़कर उसे गले लगा लेता है ,, वो फिर रोने लगती है
अनंत प्यार से उसके सर पर हाथ फेरते हुए कहता है -
शाश्शसहशस प्लीज़ रोना नही ,, सब ठीक हो जाएगा
ओर दोनो गाड़ी में जा बैठते है ,, अनंत गाड़ी घर की तरफ दौड़ा देता है अनंत सना से माफी मांगना चाहता था पर कैसे कुछ समझ नही आ रहा था
जाने अनजाने उसने भी सना का बहुत दिल दुखाया था गाड़ी में ख़ामोशी पसरी हुई थी अनंत ने उसे दूर करने के लिए गाना चला दिया
आज अनंत की किस्मत वाकई अच्छी थी गाना भी उसका पूरा साथ दे रहा था
जैसे ही अनंत ने म्यूजिक सिस्टम न किया गाना बजने लगा
"मैने तुमको चाहा भी है , तुम्ही को मैंने गम भी दिए ,
शर्मिंदा हु । शर्मिंदा हु । शर्मिंदा हु
सच कहता हूं दिल ही दिल मे शर्मिंदा हु ।। "
अनंत भीगी आँखो से सना की तरफ देखने लगा ,, उसकी आंखें खामोशी से सना से माफी मांगने लगी
ओर सना ने पलके झपका कर उस माफी पर सहमति भी दे दी ।। अनंत बहुत खुश था ,, सना जैसे ही गाड़ी से उतरने लगी
अनंत - सना
सना - हम्म्म्म
अनंत - अगर मैं तुम्हे बुलाऊ तो एक बार मेरे लिए आओगी
सना - हा
कहकर सना चली जाती है
2 दिन बाद अनंत सना को लेकर अपने घर जाता है और अपने पापा से कहता है
अनंत - पापा मैं सना से प्यार करता हु ओर इस से शादी कर रहा हु !!
- तुम्हारा दिमाग तो ठीक है , ये क्या बक रहे हो तुम , एक दूसरी जात की लड़की से शादी करना चाहते हो
अरे कुछ तो लिहाज करो हमारी इज्जत का ।।
अनंत - दूसरी जात से पहले वो एक इंसान है पापा ।। ओर इस से शादी करने पर आपकी इज्जत खराब नही होगी
- तड़ाक एक तमाचा सीधा अनंत के गाल पर पड़ता है और उसके पापा गुस्से में कहते है - अब तू मुझे सिखाएगा क्या सही है ओर क्या गलत ,, बेशर्म जरा भी शर्म नही आई तुझे
अनंत - मैंने इस से प्यार किया है पापा कोई पाप नही किया है ,,
- तो फिर निकल जा इस घर से इसे लेकर ,, इस घर मे अब तुम्हारा कोई काम नही , ओर आज के बाद अपनी शक्ल मत दिखाना - पापा ने चिल्लाते हुए कहा
अनंत - चला जाऊंगा पापा ,, आप मा बाप है एक दिन आप लोग मुझे माफ़ कर दोगे ,, पर अगर आज मैंने इसका साथ छोड़ दिया तो शायद खुद को कभी माफ नही कर पाऊंगा !!
कहकर अंनत सना का हाथ पकड़ बाहर आ जाता है ,, वो सना को लेकर रेलवे स्टेशन लेकर जाता है ,, सना को कुछ समझ नही आता वो अपना हाथ छुड़ाकर कहती
है
- तुम ये सब क्यों कर रहे हो ??
अनंत - मैने जो गलतिया की है , उन्हें सुधारने की एक आखरी कोशिश, जो दर्द अब तक तुमने सहा है जितना दुख तुमने देखा है उसे दूर करने की कोशिश
जिन खुशियो को अब तक तरसी हो वो सारी खुशियां देना चाहता हु तुमहे !!
सना - मैं तुम्हारे लायक नही हु अनु ,, उसने छुआ है मुझे , मेरे इस शरीर को
अनंत सना का चेहरा अपने हाथों में लेकर कहता है
उसने सिर्फ तुम्हारा जिस्म छुआ है तुम्हारी आत्मा को नही , ओर मेरा प्यार इन सब चीजों का मोहताज नही है
मैं तुमसे बहुत प्यार करता हु सना , एक बार तुम्हे खो चुका हूं दोबारा नही खोना चाहता !!
I love you सना I realy love you
सना दौड़कर अनंत के गले लग जाती है ओर कहती है
" इस बार अगर छोड़कर गए तो सच मे मर जाउंगी !!
दोनो एक दूसरे को कसकर गले लग्गा लेते है ,, ट्रेन की आवाज से दोनों की तंद्रा टूट ती है ,, अनंत सना का हाथ पकड़ कर ट्रेन में चढ़ जाता है ,,
सना - हम कहा जा रहे है ?
अनंत - अपनी दुनिया मे ,, जहा हमारे प्यार के खिलाफ कोई नही होगा ।।
सना अपना सर अनन्त के कंधे पर झुका देती है कुछ ही देर में उसे नींद आ जाती है ।। अनंत बस उसे सुकून से सोते हुये देखता रहता है !!
अगले ही दिन दोनो बैंगलोर पहुच जॉते है , अनंत सना के साथ अपने आर्मी हैडक़वाटर पहुचता है ।।
सब अनत ओर सना को घेर कर खड़े हो जाते है
अनंत अपनी मजबूरी कैप्टन को बताता है और कैप्टन ऐलान करता है कि दो दिन बाद सना ओर अनंत की शादी यही हेड कवाटर में होगी
शाम को सब अनंत ओर सना को घेरकर बैठ जाते है अनंत सबको अपनी ओर सना की कहानी सुनाता है । हर कोई उन दोनों का दीवाना हो जाता है
अगले दिन सब शादी के कामो में लग जाते है
हल्दी से लेकर मेहंदी संगीत के सभी कामो को अनंत के दोस्त करते है !!
सना ओर अनंत बहुत खुश थे
आर्मी के अफसर ने सना ओर अनंत को एक बहूत खूबसूरत घर शादी के तोहफे के रूप में दिया
जिसकी नेम प्लेट पर लिखा था "Love Birds"
ओर फिर दो दिन बाद धुमधाम से अनंत ओर सना की शादी हो गयी ।।
ऐसा पहली बार हुआ था कि बॉर्डर पर किसी की शादी हो रही थी पर वो कहते है ना
प्यार और जंग में सब जायज है !!
ओर फिर 1 साल बाद सना ने खुबसुरत जुड़वा बच्चों को जन्म दिया , एक लड़का और एक लड़की
अनंत ने वार्ड में जाकर देखा
लड़की बिलकुल सना जैसी थी और लड़का अनंत जैसा अनंत ने प्यार से सना के सर पर किस किया और कहा
- इनका नाम क्या रखे !!
तभी बाहर खड़े अनंत के आर्मी दोस्तो ने अंदर आते हुए एक साथ कहा
" आर्यन ओर अदिति "
ओर सभी हसने लगे ।।
समाप्त !!
Sanjana Kirodiwal !!?
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