18-04-2020, 02:43 PM
कुसुम जी,
"...... साथ ही कोमल जी और पूनम जी के इतने अच्छे विचार और कामायनी की कुछ पंक्तियां क्या कहने , ये सिर्फ कोमल जी ही कर सकती है"
सही कहा आपने , पूनम जी की उत्तम विचार और कोमल जी की "नारी" पंकितिया अति उत्तम।
" माँ का आंगन है ये थर्ड" - हाँ जी, कुसुम जी, माँ की याद तो आ गयी।
निःसंदेह ये वही आंगन है
वहीं सुकून, वहीं छांव वही प्यार
ओर साथ मे कोमल जी का अविरल स्नेह
कुसुम जी, अहा, में तो धन्य हो गयी आप सब के बीच में आ कर - प्यार है आपका। बिना सच्ची सहेलियो के कोई कुछ नहीं। यह आपका ही आँगन है, वही सुकून, और थोड़ी मस्ती भी. आखिर लड़किया [फीमेल] हैं हम लोग. आप भी कुछ शेयर करे , हम सभी उसी दौर से निकले हैं.
इंतज़ार मैं। ........
आपकी निहारिका
सहेलिओं , पाठिकाओं, पनिहारिनों, आओ कुछ अपनी दिल की बातें करें -
लेडीज - गर्ल्स टॉक - निहारिका