17-04-2020, 02:21 PM
(This post was last modified: 17-04-2020, 02:23 PM by Niharikasaree. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
यह हुई न बात, अब आया है जोश सभी सहेलियों को .
कोमल जी,
अब दिन हो या रात, बस मूड की हो बात , जब हो जाए तब, आधा या पूरा , इतना तो होनीमून मैं भी नहीं करा होगा लोगो ने।
" फिर अब रगड़ाई से कौन डरता है , इसी रगड़ाई के लिए तो हम मायका छोड़ के ससुराल आती हैं " सही बात कोमल जी.
कोमल जी, पूनम जी, कुसुम जी, विद्या जी। ...... शब्दों के शहद के साथ "चाशनी" टपकाओ।
इंतज़ार मैं। ........
आपकी निहारिका
सहेलिओं , पाठिकाओं, पनिहारिनों, आओ कुछ अपनी दिल की बातें करें -
लेडीज - गर्ल्स टॉक - निहारिका