17-04-2020, 01:22 PM
(17-04-2020, 10:15 AM)@Kusum_Soni Wrote: कोमल जी आप की कोई राय या कोई बात ऐसी है आज तक जो मानी नहीं गयी हो
बल्कि आप की राय नहीं आदेश होता है और उनकी पालना भला कौन नहीं करेगा
हम सभी लड़कियों महिलाओं को बहुत खुशी होगी
अगर हम आप के साथ थोड़ी आप बीती आज कल की बयां कर सकें
ओर आप के लोकगीत आप की बेजोड़ लेखनी की अन्यतम विशेषता हैं
सोने पे सुहागा हो जाएगा अगर उन का हिंदी में रूपांतरण हो जाये तो
आप की ये दोनों बातें बहुत पसंद आयी हमें
फिर कब से शुरू करें
आदेश
अरे काल करे सो आज कर , और आज करे सो अब
तो बस शुरू हो जाइये न पूनम जी , कुसुम जी ,...
कैसे गुजरी रात सखी , ... बस बोलिये न , निहारिका जी का थ्रेड तो बस
नो होल्ड्स बार्ड , मतलब नो होल्स बार्ड और आप ने कबूल भी कर लिया को आपके वो , छेद छेद में भेद नहीं करते
और करना भी नहीं चाहिए
कितनी बार ,... और दिन में घात लगाई की नहीं बताइये न , ...