16-04-2020, 01:49 PM
(16-04-2020, 11:56 AM)Niharikasaree Wrote: पर वो कहते हैं न शादी नहीं हुयी तो क्या बरात तो गए हैं ,
मेरी भाभी, छन्दा भाभी ,
कित्ती बार उनके साथ ब्लो जॉब वाली फिल्म साथ साथ ,
और साथ में छन्दा भाभी की रनिंग कमेंट्री ,
देख अनुजा कैसे चाट रही है , सिर्फ जीभ से , और आँखे देख हरदम मर्द की ओर ,
सच में तेरे भइया को बहुत मजा आता है चुसवाने में ,
और भाभी मेरी सिर्फ थ्योरी वाली नहीं है एकदम प्रक्टिकल , निकाल के उन्होंने मुझे एक लॉलीपॉप दिया और बोला
" चूस जैसे तेरे यार का हो , चल पहले जीभ लगा "
मैंने भी जिद की भाभी आप भी साथ साथ
और वो भी हम दोनों ननद भौजाई , लॉलीपॉप लेकर ,
बार बार , देख दांत नहीं लगना चाहिए होंठ दांत के ऊपर , हाँ होंठ से सिर्फ दबा के चूस साथ में जीभ से चाट
" यार सुपाड़ा चाटने में बहुत मजा आता है , सिर्फ जीभ से ,
कोमल जी,सही कहा, "वो कहते हैं न शादी नहीं हुयी तो क्या बरात तो गए हैं ," पर मुझ जैसी मूर्ख को "बारातो" मैं जाकर भी हसने , नाचने, और मस्ती करने के अलावा कुछ सूझता ही नहीं था.
सेकंड ईयर , मैं कुछ मालूम चला , थोड़ा जोबन -जवानी पर ध्यान गया दूसरी लड़कियों की, क्या मस्त खिलने लगी थी, साली छे महीने पहले छिपकली सी दिखती थी, अब देखो।
माँ अक्सर, बोलती थी, फर्स्ट ईयर तक, कुछ खा, देख तो कैसे कमजोर हो रही है, दूसरी लड़कियों को देख केसी तंदरुस्त।
बात जब "लोलीपोप" की मैंने देखा की "तंदरूस्त" लड़किया लोलीपोप और आइस क्रीम अलग तरीके से खाती हैं, " चूस " के "चाट" के, और दूसरी , "काट - काटी " कर के.
तब कुछ शक हुआ, भाभी, बताती थी मज़ाक मैं, देख , वो बड़े "अनुभव" वाली लड़की है, मिला कर, बात किया कर.मैं बोलती , आपको कैसे पता, भाभी। आप तो उसे जानती भी नहीं, तब भाभी हंस के बोलती, "अनुभव " से।
अब आया "अनुभव" , शादी के बाद.
अब आया "अनुभव" , शादी के बाद.
क्या बात है शादी के बाद तो निहारिका जी
" बड़े अनुभव "
मिले है !
केसी शर्मीली छुई मुई थी जब तक शादी नहीं हुई थी
कभी सोचा भी नही था शादी के बाद ये सब होगा
ओर हम ये सब करेंगी ऊफ़्फ़ आज क्या क्या नहीं करती है उन की खुशी की खातिर ओर
वो क्या क्या नहीं करवाते है
सुबह सोचते है तो बिल्कुल जंगली लगता है
पर रात भर उन की बाहों में क्या क्या नहीं करती है क्या क्या नही करवाती है बदन का कौन सा ऐसा अंग है जहाँ उन कि मनमानी नहीं होती है
ये बदन अब तो उन की मस्तियों का आदि हो गया है
निहारिका जी अदभुत वर्णन करती हो आप भी